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एक युग का अंत, यादों में जिंदा रहेंगे विजय रूपाणी

एक युग का अंत, यादों में जिंदा रहेंगे विजय रूपाणी

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गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी का पार्थिव शरीर राजकोट पहुंचा, जहां अंतिम दर्शन के लिए हजारों की भीड़ उमड़ी। अहमदाबाद में बोइंग 787 ड्रीमलाइनर A171 प्लेन क्रैश में 241 लोगों की मौत, जिसमें रूपाणी भी शामिल। पढ़ें हादसे और उनकी अंतिम यात्रा की पूरी कहानी।

विजय रूपाणी का पार्थिव शरीर राजकोट लाया गया, हजारों की भीड़ ने दी श्रद्धांजलि

राजकोट, 16 जून 2025: गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का पार्थिव शरीर रविवार को उनके गृहनगर राजकोट पहुंचा, जहां अंतिम दर्शन के लिए हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों की आंखें नम थीं, और माहौल गमगीन था। विजय रूपाणी, जिन्होंने 2016 से 2021 तक गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी, 12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए एक भीषण विमान हादसे में अपनी जान गंवा बैठे।

इस दुखद हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। बोइंग 787 ड्रीमलाइनर A171, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रहा था, टेकऑफ के कुछ ही मिनट बाद मेघाणी नगर में एक मेडिकल कॉलेज कैंपस में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 242 यात्रियों में से 241 लोगों की मौत हो गई, जिसमें विजय रूपाणी भी शामिल थे।

"Vijay Rupani’s Mortal Remains Reach Rajkot: Thousands Gather for Final Farewell After Tragic Boeing 787 Dreamliner Crash in Ahmedabad"बोइंग 787 ड्रीमलाइनर दुर्घटना: एक त्रासदी ने हिलाया देश

12 जून 2025 को दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, बोइंग 787 ड्रीमलाइनर, महज पांच मिनट बाद मेघाणी नगर के रिहायशी इलाके में क्रैश हो गई।

विमान में 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर सवार थे। दुर्घटना के बाद विमान में भीषण आग लग गई, और आसमान में काले धुएं का गुबार छा गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विमान मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल मेस से टकराया, जिससे कई मेडिकल छात्रों के हताहत होने की आशंका जताई गई। केवल एक यात्री, विश्वास कुमार रमेश, इस हादसे में जीवित बचा, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

विजय रूपाणी: एक सौम्य नेता की अंतिम यात्रा

विजय रूपाणी का जन्म 2 अगस्त 1956 को म्यांमार के यांगून में हुआ था। 1960 में उनका परिवार राजकोट, गुजरात में बस गया। उन्होंने सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी से बीए और एलएलबी की डिग्री हासिल की। 1971 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़कर अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। आपातकाल (1975-77) के दौरान उन्होंने 11 महीने जेल में बिताए। 2016 में आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद वे गुजरात के 16वें मुख्यमंत्री बने और 2021 तक इस पद पर रहे। उनकी सादगी और जनसेवा के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।

अंतिम संस्कार की तैयारियां, राजकीय सम्मान की घोषणा

रविवार सुबह 11:10 बजे विजय रूपाणी के डीएनए की पहचान के बाद उनका पार्थिव शरीर उनके परिवार को सौंपा गया। अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर हवाई मार्ग से राजकोट लाया गया। शाम 5 बजे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दोपहर 3 बजे राजकोट पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने एयर इंडिया विमान दुर्घटना में जान गंवाने वाले पूर्व सीएम विजय रूपाणी को अंतिम श्रद्धांजलि देते हुए पुष्पांजलि अर्पित की.

 

देश भर से शोक संदेश, जांच शुरू

इस त्रासदी ने न केवल गुजरात, बल्कि पूरे देश को दुख में डुबो दिया। भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा, “विजय रूपाणी जी का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है।” गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने भी उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। नागरिक उड्डयन मंत्रालय और डीजीसीए ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स में तकनीकी खराबी की संभावना जताई गई है।

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एक युग का अंत, यादों में जिंदा रहेंगे विजय रूपाणी “Vijay Rupani’s Mortal Remains Reach Rajkot: Thousands Gather for Final Farewell After Tragic Boeing 787 Dreamliner Crash in Ahmedabad”

विजय रूपाणी का जाना गुजरात और भारतीय राजनीति के लिए एक बड़ा नुकसान है। उनकी जनसेवा, सादगी, और धार्मिक प्रवृत्ति ने उन्हें जनता का प्रिय नेता बनाया। बोइंग 787 ड्रीमलाइनर दुर्घटना ने 241 परिवारों को असहनीय दर्द दिया, लेकिन विजय रूपाणी की विरासत हमेशा जीवित रहेगी। “Vijay Rupani’s Mortal Remains Reach Rajkot: Thousands Gather for Final Farewell After Tragic Boeing 787 Dreamliner Crash in Ahmedabad” राजकोट में उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ इस बात का प्रमाण है कि वे लोगों के दिलों में बसे थे।

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