Gorakhpur Fake Aadhaar Card Land Fraud गोरखपुर में फर्जी आधार कार्ड से जमीन बैनामा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार
Gorakhpur Fake Aadhaar Card Land Fraud गोरखपुर पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड के जरिए जमीन बैनामा करने वाले मुख्य आरोपी समशाद को गिरफ्तार किया। मामला 29 जनवरी 2024 का है, जब वादी के पिता का नकली आधार बनवाकर जमीन महिला अभियुक्ता के नाम करा दी गई थी। पुलिस ने आरोपी पर IPC की गंभीर धाराएँ लगाई हैं, और अन्य सहयोगियों की तलाश जारी है।
गोरखपुर में सनसनीखेज खुलासा

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गोरखपुर जनपद में जमीन कब्जाने के एक संगठित अपराध का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी समशाद, पुत्र स्वर्गीय समीउल्लाह, को गिरफ्तार कर लिया है। उस पर आरोप है, कि उसने वादी के पिता का फर्जी आधार कार्ड बनवाकर धोखाधड़ी के जरिए जमीन का बैनामा एक महिला अभियुक्ता के नाम करा दिया और दाखिल-खारिज भी करवा लिया।
घटना कैसे सामने आई?Gorakhpur Fake Aadhaar Card Land Fraud
यह मामला 29 जनवरी 2024 को स्पष्ट रूप से सामने आया, जब वादी को पता चला कि उसकी पैतृक संपत्ति के कागजात अचानक बदल चुके हैं। तहसील में जांच के दौरान खुलासा हुआ कि उसके पिता के नाम पर तैयार किया गया आधार कार्ड असली नहीं, बल्कि फर्जी है। इसी दस्तावेज़ का इस्तेमाल कर आरोपियों ने धोखे से रजिस्ट्री करा ली।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
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गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर के निर्देश पर हरपुर बुदहट थाना पुलिस ने विशेष टीम गठित की। लगातार दबिश के बाद आरोपी समशाद को परजनपुरा, दुर्गा चौक (थाना कैंट क्षेत्र) से गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी करने वाली टीम में शामिल थे:
थानाध्यक्ष हरपुर बुदहट मदन मोहन मिश्रा
वरिष्ठ उपनिरीक्षक तनवीर अहमद ख़ाँ
कांस्टेबल मंटू कुमार
कांस्टेबल नागेन्द्र यादव
पुलिस का कहना है, कि आरोपी लंबे समय से वांछित था और उसकी गिरफ्तारी से पीड़ित परिवार को बड़ी राहत मिली है।
FIR और गंभीर धाराएँ Gorakhpur Fake Aadhaar Card Land Fraud
इस मामले में पुलिस ने FIR संख्या 177/2024 दर्ज की है। आरोपियों पर जिन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है, वे बेहद गंभीर हैं:
धारा 419 (छल द्वारा धोखाधड़ी)
धारा 420 (जालसाजी से संपत्ति हड़पना)
धारा 467 (महत्वपूर्ण दस्तावेज़ की जालसाजी)
धारा 468 (धोखाधड़ी के लिए नकली दस्तावेज़ बनाना)
धारा 471 (जाली दस्तावेज़ का उपयोग)
धारा 120B (आपराधिक षड्यंत्र)
इन धाराओं के तहत दोषी पाए जाने पर आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है।
महिला अभियुक्ता की भूमिका Gorakhpur Fake Aadhaar Card Land Fraud
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है,कि समशाद ने अकेले यह अपराध नहीं किया। उसने जमीन का बैनामा एक महिला अभियुक्ता के नाम कराया। फिलहाल पुलिस महिला और अन्य सहयोगियों की तलाश कर रही है। पुलिस का मानना है,कि यह मामला संगठित गिरोह से जुड़ा हो सकता है, जो फर्जी आधार कार्ड और दस्तावेज़ों के सहारे लोगों की संपत्तियों पर कब्जा करता है।
पीड़ित पक्ष की हालत
पीड़ित परिवार ने पुलिस से गुहार लगाई थी कि उनकी पुश्तैनी जमीन को बचाया जाए। उनका कहना है, कि यदि समय रहते पुलिस कदम न उठाती, तो उनकी जमीन पूरी तरह किसी और के नाम दर्ज हो जाती। परिवार ने गिरफ्तारी पर संतोष जताते हुए उम्मीद जताई है, कि अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
आगे की कानूनी कार्रवाई Gorakhpur Fake Aadhaar Card Land Fraud
गिरफ्तार आरोपी समशाद को न्यायालय में पेश किया गया है, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस अब जमीन के दाखिल-खारिज की प्रक्रिया को रद्द कराने और असली मालिकों को न्याय दिलाने की तैयारी कर रही है। साथ ही फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले नेटवर्क तक पहुंचने के लिए डिजिटल और तकनीकी जांच भी शुरू कर दी गई है।
पुलिस का सख्त रुख Gorakhpur Fake Aadhaar Card Land Fraud
गोरखपुर पुलिस ने साफ कहा है,कि इस तरह के अपराधों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एसएसपी राज करन नय्यर का कहना है कि—
“फर्जी दस्तावेज़ बनाकर किसी की जमीन हड़पना गंभीर अपराध है। हमारी प्राथमिकता पीड़ित को न्याय दिलाना और ऐसे अपराधियों को जेल भेजना है।”
Gorakhpur Fake Aadhaar Card Land Fraud गोरखपुर की यह घटना दिखाती है कि कैसे फर्जी दस्तावेज़ों का इस्तेमाल कर संगठित अपराधी लोगों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। पुलिस की तत्परता से आरोपी की गिरफ्तारी तो हो गई, लेकिन यह सवाल भी खड़ा हुआ है,कि सरकारी सिस्टम में फर्जी आधार कार्ड बन कैसे गए। अब देखना यह होगा कि अदालत इस मामले में कितनी सख्ती बरतती है, और पीड़ित परिवार को कब तक न्याय मिलता है।