Gorakhpur Merchant Navy Engineer Cyber Fraud गोरखपुर: मर्चेंट नेवी इंजीनियर साइबर फ्रॉड का शिकार, नकली नौकरी ऑफर से ₹1.18 लाख की ठगी
Gorakhpur Merchant Navy Engineer Cyber Fraud गोरखपुर, 3 सितंबर 2025 साइबर अपराधियों की पहुँच अब गोरखपुर तक गहराई से फैल चुकी है। ताज़ा मामला गोरखनाथ क्षेत्र का है, जहाँ मर्चेंट नेवी से जुड़े एक इंजीनियर को ऑनलाइन ठगों ने “नई कंपनी में नौकरी” का सपना दिखाकर ₹1.18 लाख की चपत लगा दी। आरोपी ने पीड़ित का विश्वास जीतने के लिए न केवल आकर्षक जॉब ऑफर दिया बल्कि एयरलाइंस का फर्जी टिकट भी भेजा। जब तक इंजीनियर को सच्चाई का पता चला, तब तक पैसे तीन किश्तों में उनके खाते से निकल चुके थे।
घटना का सिलसिला कैसे हुआ ठगी का खेल
पीड़ित कौन है?
पीड़ित का नाम आशुतोष शुक्ला (35 वर्ष) है, जो गोरखनाथ क्षेत्र के ग्रीन सिटी फेज-2 के निवासी हैं। पेशे से मर्चेंट नेवी इंजीनियर होने के कारण उनका झुकाव बेहतर नौकरी और उच्च पैकेज की ओर था। इसी कमजोरी को ठगों ने अपना हथियार बना लिया।
ठगी की शुरुआत Gorakhpur Merchant Navy Engineer Cyber Fraud

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28 अगस्त को एक एजेंट, जिसका नाम विशाल बताया जा रहा है, ने आशुतोष से संपर्क किया।
उसने दावा किया कि उसके पास एक बड़ी शिपिंग कंपनी में नौकरी का ऑफर है।
बेहतर वेतन और विदेशी जॉब के झांसे में आशुतोष को लगा कि यह मौका उनके करियर के लिए उपयोगी साबित होगा।
पैसों का लेन-देन
पहली किश्त: 28 अगस्त को ₹40,000
दूसरी किश्त: 29 अगस्त को ₹40,000
तीसरी किश्त: 30 अगस्त को ₹38,750
कुल मिलाकर ₹1,18,750 तीन दिनों के भीतर एजेंट को ट्रांसफर कर दिए गए।
फर्जी दस्तावेज़ और एयर टिकट
पैसा मिलते ही एजेंट ने कंपनी का कॉन्ट्रैक्ट लेटर और एयर टिकट भेजा। टिकट देखकर पीड़ित को भरोसा हो गया कि सब कुछ असली है। लेकिन 2 सितंबर को जब उन्होंने एयरलाइंस से संपर्क किया तो पता चला कि टिकट पूरी तरह फर्जी है,और एजेंट द्वारा भेजे गए सभी दस्तावेज़ जाली थे।
Gorakhpur Merchant Navy Engineer Cyber Fraud पुलिस कार्रवाई और FIR
सच्चाई सामने आने के बाद आशुतोष शुक्ला ने तुरंत गोरखनाथ थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ठगी में इस्तेमाल किए गए बैंक खाते और ट्रांजैक्शन डिटेल्स खंगाले जा रहे हैं।
जांच में यह भी देखा जा रहा है,कि आरोपी विशाल किसी बड़े साइबर गैंग से जुड़ा है,या यह एकलौता ठग है।
गोरखपुर में बढ़ते साइबर क्राइम के संकेत Gorakhpur Merchant Navy Engineer Cyber Fraud
यह घटना कोई पहली नहीं है। हाल के वर्षों में गोरखपुर सहित पूर्वांचल के कई जिलों में साइबर अपराधियों की सक्रियता बढ़ी है।
जॉब ऑफर,
लोन मंजूरी,
ऑनलाइन शॉपिंग,
केवाईसी अपडेट,
जैसे बहाने बनाकर ठग भोले-भाले लोगों से पैसे हड़प रहे हैं।
साइबर पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, गोरखपुर में हर महीने औसतन 50 से अधिक शिकायतें दर्ज हो रही हैं। इनमें ज्यादातर मामले नौकरी या बैंक से जुड़े फर्जी कॉल्स के होते हैं।
पीड़ित की स्थिति और मानसिक आघात
Gorakhpur Merchant Navy Engineer Cyber Fraud आशुतोष शुक्ला ने पुलिस को बताया कि यह रकम उन्होंने अपनी जमा-पूंजी और परिवार की बचत से निकाली थी। इस धोखाधड़ी से न केवल उनका आर्थिक नुकसान हुआ है, बल्कि मानसिक रूप से भी वे गहरे सदमे में हैं। एक उच्च शिक्षित व्यक्ति को इस तरह ठगा जाना इस बात का संकेत है,कि अपराधी कितनी योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहे हैं।
साइबर विशेषज्ञों की राय Gorakhpur Merchant Navy Engineer Cyber Fraud
साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञों का कहना है,कि इस तरह की ठगी में अपराधी कई मनोवैज्ञानिक तकनीकें अपनाते हैं—
1. जल्दबाजी का माहौल बनाना: जल्दी निर्णय लेने के लिए दबाव डालते हैं।
2. फर्जी दस्तावेज़: विश्वास पैदा करने के लिए नकली ऑफर लेटर और टिकट भेजते हैं।
3. छोटे-छोटे किश्तों में पैसे मांगना: ताकि पीड़ित को रकम ज्यादा न लगे और वह बिना ज्यादा सोचे पैसे भेज दे।
जनता के लिए सबक Gorakhpur Merchant Navy Engineer Cyber Fraud
यह घटना गोरखपुर ही नहीं, पूरे देश के लिए चेतावनी है। यदि आपको भी कभी इस तरह का ऑफर मिले, तो इन बातों का ध्यान रखें:
किसी भी अंजान व्यक्ति को ऑनलाइन पैसे न भेजें।
कंपनी का ऑफर लेटर या एयर टिकट सीधे कंपनी की वेबसाइट/हेल्पलाइन से वेरिफाई करें।
जॉब या वीजा ऑफर के नाम पर पैसे मांगने वाले से सावधान रहें।
साइबर हेल्पलाइन 1930 पर तुरंत शिकायत दर्ज कराएं।
पुलिस और सरकार से उम्मीद Gorakhpur Merchant Navy Engineer Cyber Fraud
गोरखनाथ पुलिस ने बैंक और मोबाइल डिटेल्स के आधार पर जांच शुरू कर दी है। वहीं, स्थानीय लोगों की मांग है,कि:
साइबर अपराध शाखा को गोरखपुर में और मजबूत किया जाए।
बैंक और ऑनलाइन पेमेंट कंपनियों को ऐसे मामलों में तुरंत अलर्ट भेजना चाहिए।
जागरूकता अभियान चलाकर आम जनता को सतर्क किया जाए।
Gorakhpur Merchant Navy Engineer Cyber Fraud में मर्चेंट नेवी इंजीनियर के साथ हुआ यह साइबर फ्रॉड केवल एक व्यक्ति का आर्थिक नुकसान नहीं, बल्कि समाज को आगाह करने वाली घटना है। डिजिटल युग में जहां सुविधाएँ बढ़ी हैं, वहीं अपराधियों के हथकंडे भी आधुनिक हो गए हैं।
अब यह हम सबकी जिम्मेदारी है, कि तकनीक का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहें। पुलिस और प्रशासन की भूमिका भी बेहद अहम है, ताकि इस तरह की घटनाओं को समय रहते रोका जा सके।
लेखक का मत
यह केस बताता है, कि अपराधी कितनी चालाकी से उच्च शिक्षित लोगों को भी निशाना बना सकते हैं। इसलिए हमें तकनीक के इस्तेमाल में जितनी समझदारी दिखानी होगी, उतनी ही जागरूकता भी जरूरी है।