Government Job Fraud Ballia Fake Certificate Case, स्टाफ नर्स फर्जी दस्तावेज मामला

Written by: akhtar husain

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 Government Job Fraud: 10 साल बाद बलिया में स्टाफ नर्स की फर्जी दस्तावेजों से नौकरी का बड़ा खुलासा, कार्रवाई तेज

बलिया में Government Job Fraud का बड़ा खुलासा। स्टाफ नर्स पर Fake Certificate Case और Document Verification Scam का आरोप। 10 साल बाद उजागर हुआ मामला, जांच और कार्रवाई जारी।

बलिया जिले में Government Job Fraud का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें रसड़ा सीएचसी में तैनात स्टाफ नर्स कुमुदलता राय पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल करने का गंभीर आरोप लगा है। यह पूरा मामला लगभग 10 साल बाद सामने आया, जिससे न केवल स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया, बल्कि सरकारी नियुक्ति प्रक्रियाओं की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठ गए।

Government Job Fraud Ballia Fake Certificate Case, स्टाफ नर्स फर्जी दस्तावेज मामला
Government Job Fraud Ballia Fake Certificate Case, स्टाफ नर्स फर्जी दस्तावेज मामला

जांच में सामने आया कि नर्स ने अलग अलग भर्ती परीक्षाओं में अलग अलग जन्मतिथि दर्ज की थी। इन विसंगतियों ने संदेह पैदा किया और मामला Fake Certificate Case तथा Document Verification Scam के तहत Government Job Fraud जैसा प्रतीत होने लगा। रिकॉर्ड दोबारा जांचे जाने पर कई दस्तावेज संदिग्ध पाए गए, जिसके बाद सीएचसी अधीक्षक ने तुरंत पुलिस में शिकायत की।

इस Government Job Fraud मामले में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शैक्षणिक बोर्डों व अन्य संस्थानों को दस्तावेजों की सत्यता की पुष्टि के लिए पत्र भेजे। अधिकारियों का कहना है, कि यदि प्रमाणपत्र फर्जी साबित होते हैं, तो यह बड़ा Fake Certificate Case माना जाएगा और आरोपी पर IPC की गंभीर धाराओं में कार्रवाई होगी।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि मामले की विस्तृत रिपोर्ट महानिदेशक स्वास्थ्य को भेज दी गई, जिसके बाद DG के निर्देश पर नर्स को निलंबित कर दिया गया। Government Job Fraud ने विभागीय नियुक्तियों की प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े किए हैं, क्योंकि यह चिंता का विषय है, कि 10 साल तक किसी ने दस्तावेजों की उचित जांच क्यों नहीं की।

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विशेषज्ञों का मानना है, कि यह Government Job Fraud मामला भविष्य में भर्ती प्रक्रियाओं में डिजिटल और कड़े Document Verification सिस्टम को लागू करने की दिशा में बड़ा कदम बन सकता है। विभागीय सूत्रों का कहना है,कि यदि फर्जीवाड़ा साबित हुआ, तो नौकरी समाप्त करने से लेकर वेतन की वसूली और कानूनी कार्रवाई तक सभी विकल्प लागू होंगे।

पुलिस लगातार कुमुदलता राय से पूछताछ कर रही है और उन सभी संस्थानों से रिपोर्ट मांगी है जिनसे उनके दस्तावेज जारी होने का दावा किया गया। Government Job Fraud की जांच में आगे और बड़े खुलासों की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि दस्तावेजों की सत्यता पर कई गंभीर सवाल खड़े हो चुके हैं।

बलिया में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। Fake Certificate Case ने अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए भी बड़ा सबक दिया है कि डिजिटल युग में दस्तावेजों की जालसाज़ी जल्दी पकड़ में आ जाती है और Document Verification सिस्टम के मजबूत होने से ऐसे Government Job Fraud मामलों पर कड़ी रोक लगाई जा सकती है।

Disclaimer यह लेख सरकारी दस्तावेजों, प्राथमिकी, विभागीय बयानों और उपलब्ध मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी व्यक्ति को अदालत द्वारा दोषी सिद्ध किए जाने से पहले दोषी नहीं माना जाता। यह सामग्री केवल सूचना हेतु प्रकाशित की गई है।

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akhtar husain

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