गोरखपुर Cyber Fraud Case: मंत्री संजय निषाद के बेटे के नाम पर फर्जी UPI से बड़ी ठगी

Written by: akhtar husain

Published on:

Google News
Follow Us

Cyber Fraud Case निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी मंत्री संजय निषाद के बेटे के साथ बड़ा साइबर ठगी कांड फर्जी UPI से उड़ाई गई रकम

Cyber Fraud Case  गोरखपुर में बड़ा  साइबर फ्रॉड  सामने आया। मंत्री संजय निषाद के बेटे के मोबाइल नंबर से फर्जी UPI बनाई गई और पैसे उड़ाए गए। जानें पूरी जांच, कार्रवाई और डिजिटल सुरक्षा की चेतावनी।

गोरखपुर से आई यह चौंकाने वाली घटना केवल एक डिजिटल फ्रॉड नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम और आम जनता की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करने वाला गंभीर Cyber Fraud Case है। मंत्री संजय निषाद के बेटे अमित निषाद के मोबाइल नंबर का गलत इस्तेमाल करते हुए अपराधियों ने उनकी जानकारी के बिना बैंक खाता और UPI आईडी बना ली। यह घटना इतनी चुपचाप और बारीकी से की गई कि अमित को खुद पता नहीं चला कि उनके नाम पर एक फर्जी UPI आईडी चल रही है, जिसके जरिए बीते दिनों लगभग 20 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए गए। यह Cyber Fraud Case डिजिटल इंडिया की सुरक्षा खामियों की एक कठोर याद दिलाता है,कि साइबर अपराधी कितनी तेजी से तकनीक का गलत फायदा उठा रहे हैं।

गोरखपुर Cyber Fraud Case: मंत्री संजय निषाद के बेटे के नाम पर फर्जी UPI से बड़ी ठगी
गोरखपुर Cyber Fraud Case: मंत्री संजय निषाद के बेटे के नाम पर फर्जी UPI से बड़ी ठगी

जाँच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने केवल मोबाइल नंबर का उपयोग करके पूरा बैंकिंग सेटअप तैयार किया। डिजिटल KYC और ऑटो-प्रोसेस सिस्टम का फायदा उठाकर UPI एक्टिवेट किया गया, जिससे लोग जब भी उनके नाम पर पैसे भेजते थे, रकम सीधे अपराधियों के अकाउंट में पहुंच जाती थी। यह पूरी साजिश एक प्लानिंग के साथ तैयार की गई, और यह दर्शाती है कि Cyber Fraud Case अब स्मार्टफोन रखने वाले हर नागरिक तक पहुँच चुका है। गोरखपुर पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई की और समरीन अली नाम की महिला के खिलाफ FIR दर्ज करके जांच तेज कर दी है। साइबर सेल अब बैंक रिकॉर्ड, IP एड्रेस, UPI ट्रेल और अन्य डिजिटल क्लूज़ के आधार पर इस नेटवर्क को खंगाल रही है।

घटना के बाद लोगों में डिजिटल सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। आज सिर्फ एक मोबाइल नंबर के आधार पर किसी की पहचान चुराना पहले से कहीं आसान हो गया है। SIM-Swap, Fake KYC, UPI Linking और सोशल इंजीनियरिंग जैसे आधुनिक तरीके अपराधियों का नया हथियार बन चुके हैं। यही वजह है, कि यह Cyber Fraud Case सिर्फ एक परिवार का नुकसान नहीं, बल्कि हर उस इंसान के लिए खतरे की घंटी है, जो ऑनलाइन पेमेंट, UPI या मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करता है।

इसे भी पढ़ें Gorakhpur cyber fraud रिटायर्ड दरोगा 5 लाख रुपये की साइबर ठगी का शिकार, ट्रेजरी ऑफिस कर्मचारी बनकर दिया गया झांसा

यह घटना हमें सिखाती है, कि डिजिटल सुरक्षा अब विकल्प नहीं, ज़रूरत है। मोबाइल नंबर को कहीं भी न डालना, किसी अज्ञात लिंक को न खोलना, अजीब गतिविधि होने पर तुरंत नंबर ब्लॉक कराना, UPI PIN और OTP किसी से भी साझा न करना ये सब छोटी लेकिन जीवनरक्षक सावधानियाँ हैं। विशेषज्ञों के अनुसार भारत में हर महीने हजारों लोग Cyber Fraud Case का शिकार बन रहे हैं, जिनमें सरकारी अधिकारी, व्यापारी, विद्यार्थी और अब मंत्री के बेटे तक शामिल हो गए हैं।

यह साफ है, कि साइबर अपराधी अब केवल बैंक अकाउंट नहीं, बल्कि डिजिटल पहचान चुराने के पीछे हैं। इसलिए आम नागरिकों को भी अपनी सुरक्षा के लिए सतर्क रहना होगा। यह Cyber Fraud Case आने वाले समय में हमारी डिजिटल नीतियों और सुरक्षा तंत्र में बदलाव लाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। गोरखपुर में हुआ यह फ्रॉड सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि चेतावनी है,कि डिजिटल दुनिया में विश्वास जितना आसान है, उतना ही खतरनाक भी हो सकता है, अगर सावधानी न बरती जाए।

अंत में, यह जरूरी है, कि सरकार, बैंक और डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म लोगों की सुरक्षा मजबूत करें, ताकि भविष्य में कोई भी इसी तरह के Cyber Fraud Case का शिकार न बने।

Disclaimer: यह लेख सार्वजनिक रूप से उपलब्ध समाचार रिपोर्टों, आधिकारिक बयानों और विश्वसनीय मीडिया स्रोतों पर आधारित है। किसी भी व्यक्ति या संस्था के प्रति पूर्वाग्रह या आरोप लगाने का उद्देश्य नहीं है। पाठकों से अनुरोध है कि कानूनी निष्कर्ष निकालने से पहले आधिकारिक स्रोतों को अवश्य देखें।

इसे भी पढ़ें 5 lakh cyber fraud India सुहवल में साइबर ठगी का बड़ा मामला: किसान के खाते से पांच लाख रुपये साफ, बैंक लापरवाही पर सवाल

 

akhtar husain

न्यूज़ दिल से भारत के पाठकों से अनुरोध है कि अगर आप सच्ची और अच्छी ख़बरें पढ़ना चाहते हैं तो न्यूज़ दिल से भारत को सहयोग करें ताकि निष्पक्ष पत्रकारिता करने में हमारे सामने जो बाधाये आती है हम उनको पार कर सके सच्ची और अच्छी खबरें आप तक पहुंचा सके

For Feedback - newsdilsebharat@gmail.com

Related News