Deoria Medical College Dead Body Case देवरिया के मेडिकल कॉलेज में पानी से उठी बदबू ने खोला भयावह राज़, प्रशासन ने तुरंत की कार्रवाई
Deoria Medical College Dead Body Case देवरिया मेडिकल कॉलेज में उस समय हड़कंप मच गया जब पानी की टंकी से युवक का शव बरामद हुआ। डीएम दिव्या मित्तल ने तुरंत जांच करवाई, चार सदस्यीय कमेटी गठित की और प्रिंसिपल डॉ. राजेश बरनवाल को पद से हटा दिया। अब डॉक्टर रजनी को प्रभारी प्रधानाचार्य बनाया गया है। यह घटना प्रशासनिक लापरवाही की बड़ी मिसाल मानी जा रही है।
उत्तर प्रदेश के देवरिया ज़िले में महर्षि देवराहा बाबा मेडिकल कॉलेज सोमवार को उस समय सनसनी का केंद्र बन गया, जब कॉलेज की पानी की टंकी से एक युवक का शव बरामद हुआ। यह वही टंकी थी जिससे कॉलेज के महिला वार्ड, पुरुष वार्ड और ओपीडी के शौचालयों में जलापूर्ति होती थी।
Deoria Medical College Dead Body Case मरीजों और परिजनों ने जब पानी से तेज़ बदबू आने की शिकायत की, तो किसी ने नहीं सोचा था कि इसके पीछे इतनी दर्दनाक सच्चाई छिपी होगी। जब सफाईकर्मी टंकी की सफाई करने पहुंचे, तो अंदर एक युवक की लाश तैरती हुई देखकर उनके होश उड़ गए। देखते ही देखते कॉलेज परिसर में हड़कंप मच गया।

Deoria Medical College Dead Body Case डीएम ने मौके पर की पूछताछ, गठित की जांच कमेटी
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी (डीएम) दिव्या मित्तल खुद मौके पर पहुंचीं। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और मौके पर ही मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राजेश बरनवाल से पूछताछ शुरू कर दी।
डीएम ने मौके पर कहा,
“यह अत्यंत गंभीर मामला है, इस स्तर की लापरवाही किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है।”
Deoria Medical College Dead Body Case इसके बाद डीएम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए चार सदस्यीय जांच समिति गठित की। इस कमेटी का नेतृत्व सीडीओ प्रत्यूष पांडेय को सौंपा गया।
कमेटी में शामिल अधिकारी इस प्रकार हैं:
सीडीओ प्रत्यूष पांडेय (अध्यक्ष)
सीआरओ जलराजन चौधरी
सीओ सिटी संजय कुमार रेड्डी
एसीएमओ डॉ. एस.के. सिन्हा
जांच कमेटी ने तुरंत काम शुरू किया और देर शाम तक अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट डीएम को सौंप दी।
Deoria Medical College Dead Body Case जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई, प्रिंसिपल हटाए गए
जांच रिपोर्ट में मेडिकल कॉलेज प्रशासन की गंभीर लापरवाही और निगरानी की कमी की बात सामने आई। रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद डीएम दिव्या मित्तल ने इसे शासन को भेजा, जिसके आधार पर देर रात शासन ने प्रिंसिपल डॉ. राजेश बरनवाल को उनके पद से हटा दिया।
उन्हें महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।
Deoria Medical College Dead Body Case उनकी जगह अब एटा मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग की विभागाध्यक्ष, डॉक्टर रजनी को देवरिया मेडिकल कॉलेज का प्रभारी प्रधानाचार्य बनाया गया है।
डीएम ने कहा कि यह कार्रवाई प्रथम दृष्टया लापरवाही के आधार पर की गई है, और आगे की कार्रवाई शासन स्तर पर जारी रहेगी।
Deoria Medical College Dead Body Case स्थानीय लोगों में दहशत और गुस्सा
इस घटना के बाद से ही मेडिकल कॉलेज और देवरिया शहर में भय और आक्रोश का माहौल है। मरीजों और उनके परिजनों का कहना है, कि जिस पानी से अस्पताल में मरीजों की जरूरतें पूरी की जा रही थीं, उसी पानी की टंकी में शव मिलना मानवता के लिए शर्मनाक घटना है।
लोगों का सवाल है,कि टंकी तक किसी बाहरी व्यक्ति का पहुंचना ही सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल देता है।
एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा
“यह सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि सिस्टम की नाकामी है। अगर बदबू की शिकायत पर तुरंत जांच होती, तो शायद यह भयावह दृश्य देखने को न मिलता।”
Deoria Medical College Dead Body Case कई अधिकारियों से पूछताछ, सीसीटीवी खंगाले जा रहे
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है,और सीसीटीवी फुटेज खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है, कि यह पता लगाया जा रहा है, कि युवक मेडिकल कॉलेज परिसर में कैसे घुसा और पांचवीं मंज़िल की टंकी तक कैसे पहुंचा।
अनुमान लगाया जा रहा है, कि युवक की मौत दो से तीन दिन पहले हुई थी, क्योंकि शव में सड़न के लक्षण स्पष्ट थे।
इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने पानी के नमूने जांच के लिए लैब में भेज दिए हैं, ताकि यह पता चल सके कि दूषित पानी अस्पताल के उपयोग में तो नहीं आ रहा था।
Deoria Medical College Dead Body Case प्रशासन का बयान और जनता की उम्मीदे
डीएम दिव्या मित्तल ने कहा,
“घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह की लापरवाही को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है,और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा व्यवस्था और स्वच्छता प्रणाली की पुनः समीक्षा करने के आदेश भी दिए हैं।
इसे भी पढ़ें न्याय के मंदिर में हंगामा cji गवई पर जूता देखने का प्रयास
Deoria Medical College Dead Body Case शासन ने किया सख्त संदेश जारी
शासन के सूत्रों के अनुसार, यह मामला केवल एक कॉलेज तक सीमित नहीं रहेगा। राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में जल टंकियों, सुरक्षा और स्वच्छता से जुड़ी व्यवस्थाओं की जांच कराए जाने का आदेश दिया जा सकता है।
जनता में अब भी कई सवाल अनुत्तरित
घटना ने आम जनता के मन में कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
युवक कौन था और वह कॉलेज परिसर में कैसे घुसा?
क्या यह आत्महत्या थी या हत्या?
सुरक्षा कर्मियों को इसकी भनक क्यों नहीं लगी?
कितने समय से टंकी की नियमित सफाई नहीं हुई थी?
जब तक इन सवालों का जवाब नहीं मिलता, लोगों का गुस्सा और भय शांत नहीं होगा।
देवरिया मेडिकल कॉलेज की यह घटना सिर्फ एक प्रशासनिक चूक नहीं, बल्कि मानव जीवन की असंवेदनशीलता का प्रतीक है। शासन ने प्रिंसिपल को हटाकर एक आवश्यक कदम तो उठाया है, परंतु असली न्याय तभी होगा जब इस घटना की जड़ तक जाकर जिम्मेदारों को सज़ा दी जाएगी।
Bihar Gorakhpur Ayodhya sex racket अयोध्या सेक्स रैकेट कांड: बिहार और गोरखपुर से लाई गई लड़कियां, रामनगरी के गेस्ट हाउस से शर्मनाक कारोबार का खुलासा
डिस्क्लेमर
यह समाचार लेख केवल सूचना और जनहित के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई सभी जानकारी स्थानीय प्रशासन, डीएम कार्यालय और आधिकारिक रिपोर्ट्स पर आधारित है। पाठकों से अनुरोध है,कि किसी भी अफवाह या अपुष्ट सूचना पर विश्वास न करें।