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Gorakhpur fake mawa raid गोरखपुर में दीपावली से पहले मिठाई फैक्ट्री पर बड़ा खुलासा! कृष्णा स्वीट्स से बरामद हुआ 850 किलो नकली मावा और मिल्क केक, मचा हड़कंप

Gorakhpur fake mawa raid गोरखपुर में दीपावली से पहले मिठाई फैक्ट्री पर बड़ा खुलासा! कृष्णा स्वीट्स से बरामद हुआ 850 किलो नकली मावा और मिल्क केक, मचा हड़कंप

Gorakhpur fake mawa raid दीपावली से पहले गोरखपुर में मिठाई प्रेमियों के लिए बड़ी खबर  फूड विभाग ने भगवानपुर स्थित कृष्णा स्वीट्स फैक्ट्री पर छापा मारकर 850 किलो नकली मावा और मिल्क केक बरामद किया। जांच टीम ने सैंपल लैब भेजे, रिपोर्ट के बाद होगी बड़ी कार्रवाई। जानिए कैसे आपकी मिठाई में घुली हो सकती है,ज़हर जैसी मिलावट।

 त्योहार की खुशियों से पहले गोरखपुर में मिठाई की मिठास में मिलावट का कड़वा सच

Gorakhpur fake mawa raid गोरखपुर में दीपावली से पहले मिठाई फैक्ट्री पर बड़ा खुलासा! कृष्णा स्वीट्स से बरामद हुआ 850 किलो नकली मावा और मिल्क केक, मचा हड़कंप
सोर्स बाय गूगल इमेज

दीपावली आने ही वाली है,चारों ओर रौनक, सजावट और खुशियों का माहौल है। लेकिन इस बार गोरखपुरवासियों की त्योहार की मिठास में एक कड़वाहट घुल गई है। भगवानपुर इलाके में खाद्य सुरक्षा विभाग (Food Department) की टीम ने कृष्णा स्वीट्स नामक मिठाई फैक्ट्री पर छापा मारकर 850 किलो नकली मावा और मिल्क केक बरामद किया है।

यह खुलासा दीपावली से कुछ ही दिन पहले हुआ, जब पूरा शहर मिठाई की खरीदारी में जुटा था। इस कार्रवाई से न सिर्फ़ प्रशासन में हलचल मच गई, बल्कि शहरवासियों में भी आक्रोश फैल गया।

 छापेमारी में सामने आया नकली मिठाई बनाने का गंदा खेल

खाद्य विभाग को पिछले कुछ दिनों से शिकायतें मिल रही थीं कि भगवानपुर इलाके में स्थित एक फैक्ट्री में घटिया क्वालिटी का मावा और मिठाई तैयार की जा रही है। सूचना पर फूड इंस्पेक्टर की टीम ने जब मौके पर पहुंचकर छापा मारा, तो देखने वालों की आंखें खुली की खुली रह गईं।

फैक्ट्री के अंदर बड़े ड्रमों में मिल्क पाउडर, रिफाइंड ऑयल और ग्लूकोज के मिश्रण से नकली मावा तैयार किया जा रहा था। मिठाई बनाने में इस्तेमाल हो रहे ये सभी पदार्थ खाद्य सुरक्षा मानकों के खिलाफ़ पाए गए।

850 किलो नकली मावा और केक बरामद, सैंपल जांच के लिए भेजे गए

Gorakhpur fake mawa raid छापेमारी के दौरान 850 किलो नकली मावा और मिल्क केक बरामद किए गए। साथ ही टीम ने मौके से मिल्क पाउडर, रिफाइंड तेल और ग्लूकोज के नमूने लेकर जांच के लिए लैब में भेजे हैं।

अधिकारियों के मुताबिक, जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी, जिसमें फैक्ट्री सील करना, जुर्माना लगाना या मुकदमा दर्ज करना भी शामिल हो सकता है।

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 दीपावली से पहले इस खुलासे ने उड़ा दी लोगों की नींद

Gorakhpur fake mawa raid त्योहार के मौके पर जहां लोग मिठाइयां खरीदने के लिए दुकानों पर भीड़ लगाए हुए हैं, वहीं इस तरह की घटनाएं स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकती हैं। नकली मावा और मिल्क केक में मौजूद केमिकल्स और घटिया क्वालिटी के पदार्थ पेट संबंधी बीमारियों, फूड पॉयजनिंग और लिवर डैमेज तक का कारण बन सकते हैं।

लोग अब मिठाई खरीदते समय “कौन सी दुकान असली और कौन सी नकली” इस सोच में पड़ गए हैं। सोशल मीडिया पर भी गोरखपुर के नागरिकों ने इस मामले पर अपनी नाराजगी जाहिर की है।

 Gorakhpur fake mawa raid फूड डिपार्टमेंट ने दी सख्त कार्रवाई की चेतावनी

फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि त्योहारों के दौरान सभी स्वीट्स की दुकानों और फैक्ट्रियों की सघन जांच की जाएगी। जो भी मिठाई दुकानदार या फैक्ट्री मालिक मिलावट करते पकड़े जाएंगे, उनके खिलाफ़ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

Gorakhpur fake mawa raid फूड विभाग ने लोगों से अपील की है,कि मिठाई खरीदते समय दुकानदार से FSSAI लाइसेंस नंबर जरूर देखें और शक होने पर तुरंत विभाग को सूचना दें।

Gorakhpur fake mawa raid आम जनता के लिए जरूरी सावधानी

मिठाई खरीदते समय ब्रांडेड या भरोसेमंद दुकानों से ही खरीदें।

बहुत ज्यादा चमकदार या कृत्रिम रंग वाली मिठाइयों से बचें।

खोया या मावा को सूंघकर देखें  असली मावा में हल्की दूध की खुशबू होती है, जबकि नकली में केमिकल जैसी गंध आती है।

घर पर बनी मिठाइयों को प्राथमिकता दें, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए।

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Gorakhpur fake mawa raid गोरखपुर प्रशासन सतर्क, लेकिन सवाल बाकी

इस कार्रवाई से यह तो साबित हो गया कि प्रशासन सजग है, लेकिन सवाल यह है,कि इतनी बड़ी मात्रा में नकली मावा कैसे तैयार हो गया और बाजार में पहुंचने ही वाला था?

Gorakhpur fake mawa raid  दीपावली जैसे पवित्र त्योहार पर जब लोग भगवान लक्ष्मी की पूजा कर रहे होंगे, तब क्या हम यह सुनिश्चित कर पाएंगे कि उनकी थाली में रखी मिठाई शुद्ध है?

त्योहार की मिठास तभी सार्थक है, जब वह स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित हो। गोरखपुर प्रशासन की यह कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन लोगों को भी अब जागरूक होने की जरूरत है। मिठाई में मिठास हो, मिलावट नहीं यही दीपावली का असली संदेश होना चाहिए।

 डिस्क्लेमर 

Gorakhpur fake mawa raid इस लेख में दी गई सभी जानकारियां समाचार स्रोतों एवं प्रशासनिक बयानों पर आधारित हैं। हमारा उद्देश्य केवल जन-जागरूकता फैलाना है। किसी व्यक्ति, संस्था या ब्रांड की प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचाना नहीं है। उपभोक्ताओं से अनुरोध है, कि किसी भी खाद्य सामग्री की खरीददारी से पहले स्वयं जांच-पड़ताल अवश्य करें।

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