Raja Bhaiya विजयादशमी पर राजा भैया का शस्त्र पूजन: 200 से अधिक हथियारों का VIDEO वायरल, चर्चा में कुंडा विधायक
Raja Bhaiya कुंडा, उत्तर प्रदेश: कुंडा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रघुराज प्रताप सिंह, जिन्हें राजा भैया के नाम से जाना जाता है, इस बार सुर्खियों में आए हैं। विजयादशमी के अवसर पर राजा भैया ने अपने राजभवन में शस्त्र पूजन का आयोजन किया, जिसमें उनके सामने मेज पर 200 से अधिक हथियार सजाए गए थे। इस आयोजन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, और इसके बाद से ही राजा भैया के शस्त्र जखीरे पर बहस तेज हो गई है।
राजा भैया का यह शस्त्र पूजन सिर्फ सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टि से ही महत्वपूर्ण नहीं था, बल्कि उनके परिवारिक विवाद और पत्नी भानवी सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों के चलते यह और भी चर्चा का विषय बन गया है।
Raja Bhaiya क्यों हो रही है हथियारों पर चर्चा?
विधायक राजा भैया ने विजयादशमी के दिन कुंडा स्थित बेंती राजभवन में शस्त्र पूजन किया। हिन्दू धर्म और सनातन परंपरा में विजयादशमी के दिन शस्त्र पूजन करना शुभ माना जाता है। राजा भैया ने इस अवसर पर अपने हथियारों का पूजन करते हुए वेद मंत्रों का उच्चारण किया।
Raja Bhaiya हालांकि, इस वीडियो के वायरल होने के बाद चर्चा का कारण केवल पूजा नहीं है। राजा भैया की पत्नी रानी भानवी सिंह ने पहले ही उनके खिलाफ अवैध हथियारों के जखीरे रखने का आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया कि राजा भैया के पास अवैध, प्रतिबंधित और सामूहिक विनाश करने वाले विदेशी हथियारों का जखीरा है।
भानवी सिंह ने इस संबंध में गृह मंत्री से शिकायत भी की थी और PMO ने इस मामले को गृह मंत्रालय को सौंप दिया है। इस कारण से वीडियो और शस्त्र पूजन की चर्चा मीडिया और सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही है।

राजा भैया और पत्नी के विवाद का ब्यौरा
Raja Bhaiya राजा भैया और भानवी सिंह के बीच मतभेद लंबे समय से चल रहे हैं। भानवी सिंह ने आरोप लगाया था कि उनके पति के पास अवैध हथियारों का जखीरा है,और यह उनके जीवन के लिए खतरा बन सकता है।
उनका कहना था कि राजा भैया के पास केवल घरेलू या पारंपरिक हथियार नहीं, बल्कि विदेशी और सामूहिक विनाश क्षमता वाले हथियार भी हैं। इस कारण उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय और गृह मंत्रालय से संज्ञान लेने की मांग की थी।
Raja Bhaiya इस विवाद के चलते जनता और मीडिया में यह सवाल उठ रहा है, कि क्या विधायक के पास इतनी संख्या में हथियार रखना कानूनी है, या नहीं। वहीं समर्थक इसे राजा भैया की वीरता और संस्कृति के प्रतीक के रूप में देखते हैं।
Raja Bhaiya सोशल मीडिया और जनता की प्रतिक्रियाएँ
राजा भैया का शस्त्र पूजन वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएँ शुरू हो गईं।
एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने लिखा: “राजा भैया का शस्त्र पूजन भारतीय संस्कृति और वीरता का प्रतीक है। विजयादशमी पर यह परंपरा का अद्भुत उदाहरण है।”
वहीं, एक अन्य ने टिप्पणी की: “200 से अधिक हथियारों का जखीरा क्या यह वाकई केवल पूजा के लिए है,या कानून की सीमा का उल्लंघन भी हो सकता है?”
समर्थक और विरोधी दोनों ही इस वीडियो पर अपनी राय रख रहे हैं। समर्थक इसे राजा भैया की शक्ति और वीरता के प्रतीक के रूप में देख रहे हैं, जबकि विरोधी इसे विवादास्पद बता रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले इस वीडियो ने यह भी दिखाया कि जनता अब राजनीति और परंपरा के बीच संतुलन पर अधिक नजर रख रही है।
Raja Bhaiya प्रशासनिक पहल और कानूनी दृष्टि
हालांकि राजा भैया का शस्त्र पूजन प्रशासनिक निगरानी में सम्पन्न हुआ, और पूजा में मौजूद सभी हथियार लाइसेंसी थे, लेकिन पत्नी द्वारा लगाए गए आरोपों के चलते मामला गृह मंत्रालय की निगरानी में आ गया।
सुरक्षा और कानून की दृष्टि से यह मामला अहम है,क्योंकि इसमें अवैध हथियारों और सामूहिक विनाश क्षमता वाले हथियारों की संभावना का सवाल उठता है। प्रशासन इस बात की पुष्टि करेगा कि राजा भैया के पास रखे गए हथियार पूरी तरह वैध हैं या नहीं।
Raja Bhaiya सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व
शस्त्र पूजन भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह केवल युद्ध और शक्ति का प्रतीक नहीं है, बल्कि धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से शुभ माना जाता है।
राजा भैया ने विजयादशमी पर यह पूजन इस मान्यता के तहत किया कि यह उनकी वीरता, शक्ति और संस्कृति के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है। वेद मंत्रों का उच्चारण और हथियारों की पूजा परंपरा का हिस्सा है।
Raja Bhaiya समर्थक इसे राजा भैया के शौर्य और परंपरा के प्रति निष्ठा का प्रमाण मानते हैं। इस आयोजन ने उनके प्रशंसकों में गर्व और उत्साह की भावना पैदा की।
राजा भैया का शस्त्र पूजन समारोह केवल एक धार्मिक या सांस्कृतिक आयोजन नहीं था। यह परिवारिक विवाद, पत्नी के आरोप और सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले वीडियो के कारण चर्चा का विषय बन गया।
Raja Bhaiya वीडियो और हथियारों के जखीरे ने जनता और मीडिया के बीच सवाल खड़े कर दिए कि क्या यह आयोजन केवल पूजा के लिए था या इसके पीछे राजनीतिक और व्यक्तिगत संदेश भी था।
समर्थक इसे राजा भैया की वीरता, शक्ति और भारतीय संस्कृति का प्रतीक मान रहे हैं, जबकि आलोचक इसे विवादास्पद बता रहे हैं। प्रशासन और गृह मंत्रालय की निगरानी इस मामले को गंभीर बनाती है।
इस घटना ने यह भी साफ कर दिया कि राजनीति, परंपरा और परिवारिक विवाद अक्सर एक साथ जुड़ जाते हैं, और सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हर पहलू पर बहस तेज हो जाती है।
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Raja Bhaiya अस्वीकरण
यह लेख उपलब्ध जानकारी, सोशल मीडिया प्रतिक्रियाओं और मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर लिखा गया है। किसी भी व्यक्ति या संस्था की छवि को ठेस पहुँचाने का उद्देश्य नहीं है। सभी तथ्यों और आरोपों की जांच संबंधित अधिकारियों द्वारा की जानी चाहिए।
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