Trump-Musk Peace Talks! ट्रम्प मस्क शांति वार्ता पर संकट: एप्स्टीन फाइल्स के आरोप ने बढ़ाई उलझन
Trump-Musk Peace Talks! एप्स्टीन फाइल्स के आरोप ने मचाया हंगामा
एलॉन मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दावा किया कि डोनाल्ड ट्रंप का नाम एप्स्टीन फाइल्स में है, और इसीलिए ये फाइलें सार्वजनिक नहीं की गईं। मस्क ने व्यंग्यात्मक लहजे में लिखा, “Have a nice day, DJT”। एप्स्टीन फाइल्स जेफ्री एप्स्टीन से जुड़ी हैं, जिन पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और मानव तस्करी के गंभीर आरोप थे। Trump-Musk Peace Talks! मस्क का यह दावा ट्रंप-मस्क विवाद को नई ऊंचाइयों पर ले गया और ट्रंप-मस्क शांति वार्ता को मुश्किल में डाल दिया।
ट्रंप का जवाब और गहराता ट्रंप-मस्क विवाद
डोनाल्ड ट्रंप ने मस्क के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि मस्क उनके खिलाफ हैं। ट्रंप ने अपने आर्थिक नीति विधेयक का बचाव किया, जिसे मस्क ने “घृणास्पद” बताया था। यह विधेयक 1.6 ट्रिलियन डॉलर की खर्च कटौती और ऐतिहासिक टैक्स राहत का दावा करता है। ट्रंप-मस्क विवाद तब शुरू हुआ जब मस्क ने इस बिल की आलोचना की और बाद में एप्स्टीन फाइल्स का जिक्र कर विवाद को और हवा दी।
एप्स्टीन फाइल्स क्या हैं और क्यों हैं महत्वपूर्ण?
एप्स्टीन फाइल्स जेफ्री एप्स्टीन की कॉन्टैक्ट लिस्ट और संबंधित दस्तावेजों को दर्शाती हैं, जो कोर्ट द्वारा सील की गई हैं। इनमें कथित तौर पर कई हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों के नाम शामिल हैं, जिसके कारण एप्स्टीन फाइल्स का सार्वजनिक होना अमेरिकी राजनीति में बहस का विषय बना हुआ है। मस्क का दावा है कि ट्रंप का नाम इन फाइलों में होने के कारण इन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया, हालांकि इस दावे का कोई ठोस सबूत नहीं है। Trump-Musk Peace Talks यह विवाद ट्रंप-मस्क शांति वार्ता की राह में बड़ा रोड़ा बन गया है।
ट्रंप-मस्क शांति वार्ता की नाकामी का कारण
सहयोगियों ने ट्रंप-मस्क शांति वार्ता को बढ़ावा देने की कोशिश की, लेकिन एप्स्टीन फाइल्स के आरोपों ने इसे जटिल बना दिया। पहले डोनाल्ड ट्रंप और एलॉन मस्क के बीच अच्छे संबंध थे, लेकिन नीतिगत मतभेद और अब एप्स्टीन फाइल्स के दावों ने उनके रिश्तों में दरार डाल दी है। ट्रंप-मस्क विवाद अब अमेरिकी राजनीति में चर्चा का केंद्र बन गया है।
ट्रंप-मस्क विवाद का भविष्य
ट्रंप-मस्क विवाद ने अमेरिकी राजनीति और व्यापार जगत में हलचल मचा दी है। विश्लेषकों का मानना है कि एप्स्टीन फाइल्स से जुड़े मस्क के दावे बिना सबूत के गंभीर आरोप हैं, जो ट्रंप-मस्क शांति वार्ता को और कमजोर कर सकते हैं। ट्रंप ने मस्क के सरकारी अनुबंध काटने की धमकी भी दी है, जिससे शांति समझौता 2025 की संभावनाएं धूमिल हो रही हैं।