CM योगी आदित्यनाथ और DM गोरखपुर से सीधी अपील: “PMAY को भ्रष्टाचार का चेहरा बना श्री राम मिश्रा, विभागीय जांच कर तुरंत बर्खास्त करें!
सात साल का खेल तीसरी किस्त पर डोनेशन का जाल
CM गोरखपुर जिले की नगर पंचायत कस्बा संग्रामपुर उनवल में पिछले सात सालों से एक ही सर्वेयर श्री राम मिश्रा बैठा है।
उसकी करतूतें हर गरीब के सपनों को रौंद रही हैं।
योजना की तीसरी किस्त, जो घर पूरा करने के लिए सबसे जरूरी है, तभी जारी होती है जब गरीब “डोनेशन” देता है।
जिसने रिश्वत दी, उसका घर बन गया। जिसने न दी, उसका घर अधूरा खड़ा है, बिना छत, बिना सुरक्षा।
बरसात में गीली दीवारें और टूटी छतें आज हर परिवार की मजबूरी बन चुकी हैं।
आय से अधिक संपत्ति का बड़ा खेल
इसे भी पढ़ें एसपी का जबरदस्त आदेश
सभासदों और भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है, कि
सात साल में श्री राम मिश्रा ने डोनेशन और रिश्वत से करोड़ों की काली कमाई की है।
सरकारी तनख्वाह से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की है। बंगला, जमीन और गाड़ियां खड़ी कर ली हैं।
यह मामला सिर्फ रिश्वतखोरी का नहीं, बल्कि आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का है।
इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डीएम गोरखपुर से अपील है, कि विभागीय जांच तुरंत शुरू की जाए।
सभासदों की भावनात्मक पुकार
योगेश वर्मा (सभासद, भाजपा कार्यकर्ता)
CM योगी जी, सात साल से श्री राम मिश्रा ने गरीबों के सपनों को अपने जेब की तिजोरी बना दिया है। तीसरी किस्त को वह डोनेशन के बिना नहीं पास करवाता। लोग अधूरे घरों में रह रहे हैं। मुझे खबर है,कि उसने इस रिश्वतखोरी से जमीनें और गाड़ियां खरीदी हैं। यह सिर्फ भ्रष्टाचार नहीं, गरीब का खून चूसना है। योगी जी, विभागीय जांच कराइए और इसको तुरंत हटाइए।”
कुंती देवी (सभासद)
CM”मेरे वार्ड की महिलाएं आज भी अधूरे मकानों में जिंदगी काट रही हैं। मिश्रा कहता है, ‘डोनेशन दो, तभी तीसरी किस्त पास होगी।’ गरीब और विधवाएं रिश्वत कहाँ से लाएंगी? योगी जी, मिश्रा की संपत्ति की जांच कराइए। उसकी दौलत गरीबों के आंसुओं से बनी है। उसे अब सज़ा मिलनी ही चाहिए।”
राजन कुमार (सभासद)
CM”गरीब मजदूरों ने मिट्टी ढोकर, ईंटें रखकर सपना देखा था कि अब अपना पक्का घर होगा। लेकिन तीसरी किस्त के बिना सब अधूरा है। मिश्रा हर गरीब से धन उगाही करता है,और खुद आलीशान जिंदगी जी रहा है। योगी जी, यह दोहरा अन्याय है,गरीब से घर छीनना और खुद महल बनाना। विभागीय जांच से सब सामने आएगा।”
डॉ. इसवन्त सहनी (सभासद)
CM”अधूरे घर सिर्फ दीवारें नहीं, बल्कि टूटे हुए सपने और बीमारियों का घर बन गया हैं। बरसात में गीली दीवारें गिरने की कगार पर हैं। मिश्रा ने रिश्वत लेकर अपनी जेबें भरीं और जनता को मौत के मुंह में धकेल दिया। योगी जी, हम चाहते हैं, कि इसकी संपत्ति की हर ईंट की जांच हो।”
पूनम देवी (सभासद)
“CM गरीब औरतें कहती हैं,‘हमारे बच्चे कब तक बिना छत के रहेंगे?’ तीसरी किस्त मिश्रा के भ्रष्टाचार की कैद में फंसी है। जिसने रिश्वत दी, उसका घर पूरा हुआ; जिसने नहीं दी, उसका सपना बर्बाद हो गया। योगी जी, ऐसी नाइंसाफी भाजपा की छवि को भी चोट पहुंचा रही है। अब मिश्रा पर बुलडोज़र चलाइए।”
मिथिलेश यादव (सभासद)
“CM उनवाल की गलियों में अधूरे घर खड़े होकर गवाही दे रहे हैं, कि मिश्रा ने किस तरह गरीबों को लूटा। उसने सात सालों में अपने लिए बंगला बनाया और गरीबों को आधा घर देकर छोड़ दिया। योगी जी, अगर विभागीय जांच नहीं हुई तो यह अन्याय बढ़ता ही जाएगा।”
भाजपा कार्यकर्ताओं की चेतावनी
“ श्री राम मिश्रा जैसे भ्रष्ट सर्वेयर से भाजपा की छवि को नुकसान हो रहा है।”
“गरीब जनता तीसरी किस्त की राह देख रही है।”
“अगर जांच और कार्रवाई नहीं हुई तो लोग सरकार से उम्मीद खो देंगे।”
DM गोरखपुर और प्रशासन पर सवाल
क्यों श्री राम मिश्रा जैसे भ्रष्ट सर्वेयर को सात साल से उसी पद पर बैठाया गया है?
क्यों उसकी आय से अधिक संपत्ति की जांच अब तक नहीं हुई?
क्या प्रशासन गरीबों की आहों से आंखें मूंदे हुए है?
CM मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील
श्री राम मिश्रा को तत्काल हटाया जाए।
उसकी विभागीय जांच कराई जाए।
आय से अधिक संपत्ति और काली कमाई का हिसाब लिया जाए।
सभी लाभार्थियों की तीसरी किस्त तुरंत जारी हो।
जनता से आह्वान
सोशल मीडिया पर #JusticeForUnwal और #StopPMAYCorruption चलाइए।
अधूरे घरों की तस्वीरें शेयर कर प्रशासन को आइना दिखाइए।
गरीबों की आवाज़ को बुलंद कीजिए – क्योंकि अब और चुप रहना अन्याय को बढ़ावा देना है।
निष्कर्ष
CM सात साल से श्री राम मिश्रा का भ्रष्टाचार प्रधानमंत्री आवास योजना को बदनाम कर रहा है।
उसने तीसरी किस्त को डोनेशन का धंधा बना दिया है।
उसने रिश्वत से आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है।
CM अब वक्त आ गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डीएम गोरखपुर इस भ्रष्टाचार पर बुलडोज़र चलाएं।