सावन में Shivji शिवजी को चढ़ाएं ये 11 चीज़ें, पूरी होंगी हर मनोकामना | जानिए विशेष फल और पूजा का सही तरीका
हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन (श्रावण मास) को भगवानshivji का सबसे प्रिय महीना माना जाता है। यही वो समय है जब प्रकृति हरियाली ओढ़ लेती है, आकाश गंगा बरसती है और भक्त शिव की उपासना में लीन हो जाते हैं। कहते हैं कि सावन में भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करना आसान होता है — बस सच्ची श्रद्धा और सही सामग्री की ज़रूरत होती है।
लेकिन सवाल यह है — Shivji शिवजी को क्या चढ़ाना चाहिए? कौन-सी चीजें सबसे ज्यादा प्रिय हैं उन्हें? और किन चीजों से विशेष फल प्राप्त होते हैं?
चलिए जानते हैं वो 11 चीज़ें जो अगर आप सावन में शिवलिंग पर श्रद्धा से चढ़ाएं, तो जीवन की हर बाधा दूर हो सकती है।

1. बिल्वपत्र (बेलपत्र) – शिव का सबसे प्रिय पत्र

बिल्वपत्र को भगवान शिव की पूजा में सबसे अनिवार्य माना गया है। शास्त्रों के अनुसार:
“बिल्वपत्रं त्रिदलं त्रिनेत्रं…”
यह तीन पत्तियों वाला होता है, जो ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतीक है।
इसे शिवलिंग पर उल्टा नहीं चढ़ाना चाहिए (डंठल नीचे हो)।
मान्यता है कि बेलपत्र चढ़ाने से पाप कटते हैं और सुख-समृद्धि मिलती है।
2. धतूरा – विष का प्रतीक, पर शिव के लिए वरदान
धतूरा जहरीला फल होता है, लेकिन शिवजी को बेहद प्रिय है क्योंकि उन्होंने स्वयं विषपान कर सृष्टि की रक्षा की थी।
यह फल शिव की विष-विनाशक शक्ति का प्रतीक है।
धतूरा चढ़ाने से जीवन में आने वाली बाधाएं और रोग दूर होते हैं।
3. सादा जल और गंगाजल – शुद्धता का संदेश
शिवलिंग पर सादा जल और गंगाजल का अभिषेक सबसे सरल और प्रभावी उपाय है।
गंगाजल से शिव अभिषेक करने से जीवन के कर्मों का शुद्धिकरण होता है।
साथ में ऊँ नमः शिवाय का जप करें तो मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा मिलती है।
4. भस्म – शिव के रौद्र रूप का प्रतीक
भस्म या विभूति शिव की देह पर लिपटी होती है। यह मृत्यु, वैराग्य और अज्ञान के विनाश का संकेत है।🤍
शिवलिंग पर भस्म चढ़ाने से भय और नकारात्मकता दूर होती है।
यह साधना में शक्ति देता है।
5. शहद – मिठास और कृपा का प्रतीक
शहद भगवान शिव को मीठा अर्पण करने का भाव है, ताकि उनकी कृपा भी जीवन में मधुरता ला सके।
शहद से अभिषेक करने से दांपत्य जीवन में प्रेम और मधुरता आती है।
यह शत्रु बाधा को शांत करता है।
6. कच्चा दूध – शुद्ध प्रेम का संकेत
कच्चे दूध से शिव अभिषेक करना सबसे पुरानी परंपरा है।
यह धन, स्वास्थ्य और पारिवारिक सुख को बढ़ाता है।
विशेष रूप से सोमवार को दूध चढ़ाना उत्तम माना गया है।
7. चावल (अक्षत) – पूर्णता और फल प्राप्ति
चावल, बिना टूटे हुए (अक्षत), शिवजी को अर्पित किए जाते हैं।
यह संपन्नता, उन्नति और मनोकामना पूर्ति का प्रतीक है।
विद्यार्थियों के लिए चावल अर्पण विशेष फलदायी होता है।
8. कुशा और दूर्वा – व्रत, संयम और तप का प्रतीक
कुशा और दूर्वा घास भगवान शिव के तपस्वी रूप से जुड़ी होती हैं।
इन्हें अर्पित करने से मानसिक स्थिरता और आत्म-नियंत्रण मिलता है।
योगियों और साधकों के लिए यह अत्यंत शुभ है।
9. फल – प्राकृतिक प्रसाद
शिव को मौसमी फल अर्पित करना प्रकृति के प्रति आभार का प्रतीक है।
खासतौर पर केला, बेर, जामुन प्रिय माने जाते हैं।
इससे स्वास्थ्य लाभ और पारिवारिक सुख की प्राप्ति होती है।
10. कपूर और दीपक – ज्ञान और प्रकाश का प्रतीक
शिव पूजा में दीपक और कपूर जलाना आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है।
कपूर शिव का प्रिय है क्योंकि यह बिना कोई अवशेष छोड़े जल जाता है त्याग का प्रतीक।
11. ना चढ़ाएं ये चीज़ें – जानिए वर्जित सामग्री
शिवलिंग पर नहीं चढ़ाई जानी चाहिए:
तुलसी के पत्ते (शिव और तुलसी की कथाएं अलग हैं)
केसर, हल्दी, सिंदूर (ये देवी पूजा के लिए हैं)
शंख से जल अर्पण (शिव और शंख की ऊर्जा अलग दिशा में होती है)
सावन में शिव पूजा का सरल तरीका (Step by Step):
1. सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें
2. शिवलिंग को जल या गंगाजल से धोएं
3. कच्चा दूध, शहद, दही, घी, चीनी से अभिषेक करें (पंचामृत)
4. बिल्वपत्र, धतूरा, चावल, फल आदि अर्पित करें
5. “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जप करें
6. कपूर और घी का दीपक जलाएं
7. अंत में शिव चालीसा या महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करें
विशेष लाभ – कौन सी मनोकामना किस वस्तु से पूरी होती है?
वस्तु विशेष फल
बेलपत्र पाप नाश, समृद्धि
धतूरा रोग मुक्ति, शत्रु पर विजय
दूध वैवाहिक सुख
शहद संबंधों में मिठास
भस्म नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा
चावल सफलता, शिक्षा
दीपक ज्ञान, मानसिक शांति
सावन सोमवार के दिन करें ये 5 काम:
1. शिवलिंग पर जलधारा चढ़ाएं
2. व्रत रखें (फलाहार)
3. शिव नाम का जप करें
4. जरूरतमंद को भोजन दें
5. रुद्राक्ष या शिव ताम्र लॉकेट धारण करें
सावन सिर्फ एक महीना नहीं, शिव से जुड़ने का एक सुनहरा अवसर है।
जब आप पूरी श्रद्धा से शिव को उनकी प्रिय चीजें अर्पित करते हैं, तो वे सिर्फ पूजा नहीं स्वीकारते — वे आपकी भावनाओं, इच्छाओं और संघर्षों को भी समझते हैं।
तो इस सावन, आइए हम सब भगवान shivji की पूजा करें पूरे प्रेम और श्रद्धा से, और जीवन को शिवमय बनाये I
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