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Sitapur Maholi SDM Devendra Kumar Mishra viral video सीतापुर के महोली में एसडीएम देवेंद्र कुमार मिश्रा का वीडियो वायरल, फरियादियों से बुरा बर्ताव कर मचाया हड़कंप

Sitapur Maholi SDM Devendra Kumar Mishra viral video सीतापुर के महोली में एसडीएम देवेंद्र कुमार मिश्रा का वीडियो वायरल, फरियादियों से बुरा बर्ताव कर मचाया हड़कंप

Sitapur Maholi SDM Devendra Kumar Mishra viral video सीतापुर के महोली तहसील में एसडीएम देवेंद्र कुमार मिश्रा का वीडियो वायरल, फरियादियों से अभद्र व्यवहार और बाहर निकालने का आदेश। ग्रामीणों में आक्रोश, प्रशासन पर गंभीर सवाल। पूरी जानकारी पढ़ें।

उत्तर प्रदेश के सीतापुर ज़िले के महोली तहसील में उस समय बड़ा हंगामा खड़ा हो गया, जब यहाँ के एसडीएम देवेंद्र कुमार मिश्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है,कि अपनी परेशानियाँ लेकर आए ग्रामीण जब एसडीएम साहब से अपनी बात रखने लगे, तो उन्होंने अचानक आपा खो दिया और सुरक्षाकर्मियों को आदेश दे दिया कि “इन्हें बाहर निकालो।”

  Sitapur Maholi SDM Devendra Kumar Mishra viral video यह घटना सिर्फ एक प्रशासनिक गलती नहीं मानी जा रही, बल्कि आम जनता की भावनाओं पर गहरा प्रहार भी है। आखिर जिन अधिकारियों के सामने लोग अपनी फरियाद लेकर पहुँचते हैं, अगर वही सुनने से मना कर दें और उल्टा उन्हें धक्के देकर बाहर निकलवा दें, तो फिर आम जनता अपनी बात कहाँ कहे?

क्या है पूरा मामला

घटना सीतापुर जिले के महोली तहसील की है। यहाँ पर गाँव भटपुरवा निवासी रामनरेश, कालीचरण, सुनीता देवी और कई अन्य ग्रामीण अपनी ज़मीन और सरकारी योजनाओं से जुड़ी समस्याओं को लेकर तहसील मुख्यालय पहुँचे थे। ग्रामीणों का आरोप है,कि वे कई दिनों से चक्कर काट रहे थे, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया।

जब ग्रामीण एसडीएम देवेंद्र कुमार मिश्रा से मिलने पहुँचे और उन्होंने अपनी शिकायत रखनी शुरू की, तो अचानक एसडीएम साहब गुस्से में आ गए। ग्रामीणों की बात सुनने के बजाय उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को आदेश दे दिया कि “इन्हें यहाँ से तुरंत बाहर निकालो।”

इस दौरान वहाँ मौजूद कई लोग मोबाइल कैमरे से वीडियो बना रहे थे। देखते ही देखते यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोगों में आक्रोश फैल गया।

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वायरल वीडियो में क्या दिखा

वीडियो में साफ-साफ दिख रहा है,कि कुछ ग्रामीण बेहद विनम्रता से अपनी समस्या बता रहे हैं। लेकिन जैसे ही उनकी बात आधी भी पूरी नहीं हुई, एसडीएम साहब ने टेबल पर हाथ मारते हुए नाराज़गी जताई और गार्ड को बुलाकर उन्हें बाहर कर देने का हुक्म दिया।

पीड़ित पक्ष रामनरेश और कालीचरण का कहना है,कि वे अपनी ज़मीन पर अवैध कब्ज़े की शिकायत लेकर गए थे। वहीं सुनीता देवी ने बताया कि उनके घर में शौचालय निर्माण योजना और राशन कार्ड से जुड़ी गड़बड़ियों की समस्या है। लेकिन उनकी बात सुनी ही नहीं गई।

Sitapur Maholi SDM Devendra Kumar Mishra viral video आम जनता की भावनाओं पर चोट

गांव के लोग बताते हैं,कि तहसील और जिला स्तर पर अधिकारी आम आदमी की सबसे बड़ी उम्मीद होते हैं। लोग अपना काम छोड़कर, रोज़ी-रोटी की चिंता छोड़कर दफ्तरों के चक्कर लगाते हैं, ताकि उनकी परेशानियों का हल निकले। लेकिन अगर जनता को ही अपमानित कर बाहर निकाल दिया जाएगा, तो यह लोकतंत्र के लिए गंभीर सवाल खड़ा करता है।

गाँव की महिलाओं ने कहा कि “अगर हम अपनी बात एसडीएम साहब को नहीं बताएंगे, तो कहाँ जाएं? अब हमें लगता है, कि अधिकारी सिर्फ अपने लिए बैठे हैं, जनता के लिए नहीं।”

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जनता में आक्रोश, सोशल मीडिया पर बहस

Sitapur Maholi SDM Devendra Kumar Mishra viral video इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने जमकर नाराज़गी जताई। ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सऐप ग्रुप्स पर लोग लिखने लगे कि “जो अधिकारी जनता की बात सुनने के लिए नियुक्त किए गए हैं, वही अगर लोगों को बाहर फेंक देंगे तो फिर न्याय कहाँ मिलेगा?”

कुछ लोगों ने यह भी कहा कि अफसरशाही में संवेदनशीलता खत्म होती जा रही है। लोग आज भी मानते हैं, कि एसडीएम या डीएम ही उनकी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। लेकिन जब वही जनता की आवाज़ दबाने लगेंगे, तो विश्वास टूट जाएगा।

Sitapur Maholi SDM Devendra Kumar Mishra viral video क्या कहता है पीड़ित पक्ष

पीड़ित ग्रामीण रामनरेश का कहना है, “हम अपनी पुश्तैनी ज़मीन पर दबंगों के कब्ज़े की शिकायत लेकर गए थे। हमें उम्मीद थी कि अधिकारी हमारी मदद करेंगे। लेकिन उल्टा हमें धक्के मारकर बाहर कर दिया गया। यह हमारे साथ बड़ा अपमान है।”

Sitapur Maholi SDM Devendra Kumar Mishra viral video वहीं सुनीता देवी ने रोते हुए कहा “मैं कई बार तहसील गई हूँ। राशन कार्ड और शौचालय योजना का लाभ नहीं मिल रहा। जब आज अपनी समस्या बताने गई तो एसडीएम साहब ने सुनने के बजाय बाहर निकाल दिया। हमें गरीब होने की सज़ा दी जा रही है।

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क्या बोले एसडीएम देवेंद्र कुमार मिश्रा?

Sitapur Maholi SDM Devendra Kumar Mishra viral video हालाँकि इस मामले में एसडीएम देवेंद्र कुमार मिश्रा का पक्ष सामने आना बाकी है। लेकिन सूत्रों का कहना है,कि उनका मानना है,कि ग्रामीण बार-बार एक ही शिकायत लेकर आते हैं,और प्रशासन पहले से उनकी समस्याओं पर कार्रवाई कर रहा है।

फिर भी सवाल यही है, कि क्या जनता की बात सुनना और उसे इज्ज़त देना अधिकारियों का पहला कर्तव्य नहीं है? भले ही मामला पुराना हो या पहले से विचाराधीन, जनता को अपमानित करना क्या उचित है?

लोकतंत्र में जनता ही असली मालिक

यह घटना सिर्फ महोली तहसील की नहीं है, बल्कि पूरे प्रशासनिक तंत्र के लिए एक चेतावनी है। लोकतंत्र में जनता ही असली मालिक है। अधिकारी जनता की सेवा करने के लिए ही नियुक्त किए जाते हैं। लेकिन अगर जनता को ही न्याय मिलने से पहले दरवाज़े से बाहर धकेल दिया जाए, तो यह लोकतांत्रिक व्यवस्था पर धब्बा है।

Sitapur Maholi SDM Devendra Kumar Mishra viral video सीतापुर के महोली तहसील में हुआ यह वाकया प्रशासनिक रवैये की हकीकत उजागर करता है। लोग उम्मीद लेकर पहुँचते हैं, लेकिन उन्हें अपमान झेलना पड़ता है। इस तरह की घटनाएँ जनता और प्रशासन के बीच विश्वास की खाई को और गहरा कर देती हैं।

अब देखना यह होगा कि इस वायरल वीडियो के बाद शासन प्रशासन इस मामले को कितनी गंभीरता से लेता है,और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।

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Sitapur Maholi SDM Devendra Kumar Mishra viral video डिस्क्लेमर

यह लेख उपलब्ध जानकारी और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर लिखा गया है। इसमें बताए गए आरोप और दावे पीड़ित पक्ष एवं प्रत्यक्षदर्शियों के कथनों पर आधारित हैं। लेखक या प्रकाशक इसकी स्वतंत्र पुष्टि नहीं करता। प्रशासनिक अधिकारियों का पक्ष आना अभी शेष है।

 

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