अब लोन लेना नहीं होगा आसान! अगर आपका CIBIL Score अच्छा नहीं है तो बैंक आपको मना कर देगा- जानिए नए नियम
CIBIL Score हममें से कई लोग लोन को हल्के में लेते हैं EMI चुकाने में लेटलतीफी को मामूली मानते हैं। लेकिन अब जमाना बदल चुका है। आपका एक गलत कदम, आपकी पूरी क्रेडिट हिस्ट्री बिगाड़ सकता है। अगर आप चाहते हैं कि भविष्य में आपका सपना – घर, कार, पढ़ाई या शादी – किसी लोन की वजह से अधूरा न रह जाए, तो अभी से अपने CIBIL Score को संभालना शुरू कर दीजिए।
अगर आप भी लोन लेने का सोच रहे हैं – चाहे वो घर बनाने के लिए हो, गाड़ी खरीदने के लिए हो, बच्चों की पढ़ाई या किसी भी सपने को पूरा करने के लिए, तो अब थोड़ा ठहर जाइए! क्योंकि देश के बैंक अब आपकी सिबिल रिपोर्ट को पहले से कहीं ज्यादा गंभीरता से देखने लगे हैं।
CIBIL Score अब सिर्फ एक नंबर नहीं रहा, यह अब आपकी वित्तीय पहचान बन चुका है। नए नियमों के तहत, अगर आपका CIBIL Score तय सीमा से नीचे हुआ, तो बैंक सीधे मना कर देंगे – चाहे आपकी नौकरी कितनी भी अच्छी क्यों न हो।
आखिर CIBIL Score होता क्या है?
बहुत से लोगों को अब भी यह ठीक से नहीं पता कि CIBIL Score क्या होता है, और इसका हमारे लोन पर क्या असर होता है।
आसान भाषा में समझें:
CIBIL Score आपके पिछले लोन और क्रेडिट कार्ड के व्यवहार को देखकर तय किया जाता है।
यह बताता है कि आप कितने भरोसेमंद कर्जदार हैं।
CIBIL Score कैसा हो तो ठीक है?
स्कोर रेंज अर्थ
750-900 बहुत अच्छा (बैंक तुरंत लोन देंगे)
700-749 अच्छा (कुछ जांच के बाद लोन मिल सकता है)
300-649 खराब (बैंक शायद ही लोन दें)
अब नए नियम क्या कह रहे हैं? (New CIBIL Score Rules)
देश के प्रमुख बैंकों और वित्तीय संस्थाओं ने मिलकर यह तय किया है कि अब लोन देने से पहले एक न्यूनतम CIBIL स्कोर अनिवार्य होगा।
नए नियम की मुख्य बातें:
अब किसी भी प्रकार का पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड लोन लेने के लिए कम से कम सिबिल स्कोर अच्छा होना जरूरी होगा।
होम लोन या ऑटो लोन के लिए कम से कम 700 स्कोर होना चाहिए।
जिनका स्कोर 650 से कम है, उनके लिए लोन मिलना बहुत मुश्किल हो जाएगा।
अब सिर्फ सैलरी स्लिप या इनकम प्रूफ से काम नहीं चलेगा – आपका स्कोर ही सब कुछ तय करेगा।
हमारे सपनों पर स्कोर भारी पड़ रहा है…” – आम लोगों की चिंता
दिल्ली के रहने वाले राकेश वर्मा, जो एक प्राइवेट कंपनी में अच्छे पद पर काम करते हैं, हाल ही में होम लोन के लिए अप्लाई किया। सबडॉक्युमेंट सही थे, सैलरी भी ठीक-ठाक थी। लेकिन बैंक ने साफ कह दिया – “सर, आपका CIBIL स्कोर सिर्फ 660 है, हम लोन नहीं दे सकते।”
ऐसे में वो कहते हैं –
“मैंने जिंदगी भर मेहनत की, EMI टाइम पर भरी, बस एक बार लेट हुआ और अब बैंक मुझे अनसेफ मान रहा है।”
क्यों किया गया बदलाव?
देश में लोन डिफॉल्ट (EMI न चुकाना) के मामले बढ़ते जा रहे थे। कई लोग लोन तो ले लेते हैं, लेकिन चुकाने में लापरवाही बरतते हैं। इससे बैंक को भारी नुकसान होता है।
इसलिए बैंक अब उन लोगों को लोन देना चाहते हैं जो फाइनेंशियली जिम्मेदार हैं – और इसका एकमात्र पैमाना है – CIBIL स्कोर।
बैंक अब कैसे करेंगे लोन अप्रूवल?
अब बैंक पहले आपकी CIBIL रिपोर्ट देखेंगे, फिर बाकि चीजें:
1. स्कोर 750 से ऊपर – लोन जल्दी, सस्ते ब्याज पर
2. स्कोर 650 से 750 – थोड़ा समय और डॉक्युमेंट चेकिंग
3. स्कोर 550 से कम – शायद लोन रिजेक्ट या बहुत महंगी EMI
कैसे जानें अपना CIBIL स्कोर?
आप ये 3 तरीकों से अपना स्कोर जान सकते हैं:
1. CIBIL की वेबसाइट – www.cibil.com
2. अपने बैंक का मोबाइल ऐप
स्कोर कम है? घबराइए नहीं! सुधार कीजिए
ये करें सुधार के लिए:
1- समय पर EMI और कार्ड बिल भरें
2- क्रेडिट कार्ड लिमिट का 30% से ज्यादा खर्च न करें
3- बार-बार लोन के लिए अप्लाई न करें
4- पुराना लोन चुकाकर NOC लें
5- नए लोन लेने से पहले स्कोर चेक करें
6- 6 महीने से 1 साल में स्कोर सुधारा जा सकता है – बस थोड़ी समझदारी और धैर्य चाहिए।
विशेषज्ञों की सलाह – “CIBIL स्कोर अब आपकी दूसरी पहचान है”
वित्तीय सलाहकार श्वेता अग्रवाल कहती हैं:
“जैसे आधार कार्ड जरूरी हो गया है, वैसे ही आज के समय में CIBIL स्कोर आपकी वित्तीय साख का आधार बन गया है। लोग अब लोन सिर्फ नाम पर नहीं, स्कोर पर देंगे।”
सावधानी में ही सुरक्षा है
हममें से कई लोग लोन को हल्के में लेते हैं। EMI चुकाने में लेटलतीफी को मामूली मानते हैं। लेकिन अब जमाना बदल चुका है। आपका एक गलत कदम, आपकी पूरी क्रेडिट हिस्ट्री बिगाड़ सकता है।
अगर आप चाहते हैं कि भविष्य में आपका सपना – घर, कार, पढ़ाई या शादी – किसी लोन की वजह से अधूरा न रह जाए, तो अभी से अपने CIBIL स्कोर को संभालना शुरू कर दीजिए।
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