दिल्ली की बुजुर्ग महिला से 53.55 लाख की Cyber Fraud ठगी गोरखपुर के दो युवकों के घर कुर्की नोटिस, दिल्ली क्राइम ब्रांच की कड़ी कार्रवाई
Cyber Fraud दिल्ली की 74 वर्षीय महिला से 53.55 लाख की Cyber Fraud ठगी, गोरखपुर के आदित्य और अभिषेक के घर कुर्की नोटिस। साइबर सेल और दिल्ली क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई।
गोरखपुर/दिल्ली। देश में बढ़ते Cyber Fraud ने एक बार फिर लोगों को चौंका दिया है। दिल्ली की 74 वर्षीय महिला के साथ हुई यह ठगी न केवल दर्दनाक है, बल्कि यह बताती है,कि Cyber Fraud कैसे लोगों के जीवन में डर और तनाव पैदा कर सकता है। इस पूरे मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम गोरखपुर के एकौना थाना क्षेत्र के हड़हा गांव पहुंची और दो युवकों के घर कुर्की की चेतावनी नोटिस चस्पा किए। जांच में सामने आए तथ्यों के अनुसार, इस बड़े Cyber Fraud में गांव के आदित्य सिंह और अभिषेक सिंह की भूमिका संदिग्ध पाई गई है, जिनकी तलाश तेज कर दी गई है।

दिल्ली की यह वृद्ध महिला जनवरी के महीने में पांच दिनों तक एक खतरनाक ‘डिजिटल अरेस्ट’ का शिकार बनी रहीं। उन्हें व्हाट्सऐप कॉल पर बताया गया कि वे हैदराबाद साइबर क्राइम द्वारा ड्रग और हथियार सप्लाई के मामले में पकड़ी गई हैं। महिला पर यह भी आरोप लगाया गया कि उनके नाम से खोले गए एक बैंक खाते में तीन करोड़ रुपये जमा कर निकाले गए हैं। अपराधियों ने सरकारी अधिकारी बनकर उन्हें इतना डरा दिया कि वे लगातार पांच दिनों तक मोबाइल पर उनकी बात मानती रहीं। यह Cyber Fraud का नया रूप है, जिसमें अपराधी लोगों के मन में इतना डर पैदा कर देते हैं, कि वे खुद ही अपने खाते से पैसे ट्रांसफर कर देते हैं।
जब महिला छठवें दिन बैंक पहुंचीं, तो मैनेजर ने सच्चाई बताई कि वे एक बड़े Cyber Fraud का शिकार हो चुकी हैं। कई किस्तों में कुल 53.55 लाख रुपये उनके खाते से निकाल लिए गए थे। दिल्ली क्राइम ब्रांच की जांच आगे बढ़ी तो मुख्य आरोपी बिपिन और चंदन गिरफ्तार किए गए। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि ठगी की रकम गोरखपुर के आदित्य और अभिषेक के बैंक खातों में मंगाई जाती थी। यह जानकारी जुड़ते ही टीम गोरखपुर रवाना हुई और हड़हा गांव में छापेमारी की। दोनों युवक फरार मिले और घरों पर कुर्की की चेतावनी नोटिस चस्पा कर दिया गया।
गांव में यह खबर आग की तरह फैल गई कि दो युवक इतनी बड़ी Cyber Fraud गतिविधि में शामिल हो सकते हैं। पुलिस के अनुसार, दोनों ने अपने खातों का इस्तेमाल ‘मनी म्यूल’ के रूप में किया, जिससे ठगों के लिए पैसे ट्रांसफर करना आसान हो गया। डिजिटल लेनदेन और मोबाइल लोकेशन का टेक्निकल एनालिसिस दिखाता है, कि यह गिरोह देश के कई राज्यों में फैला हुआ हो सकता है। Cyber Fraud से जुड़े ऐसे मामले अब तेजी से बढ़ रहे हैं, खासकर बुजुर्ग लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।
आज के समय में Cyber Fraud से बचने के लिए जागरूकता सबसे बड़ा हथियार है। कोई भी सरकारी एजेंसी व्हाट्सऐप कॉल या वीडियो कॉल पर किसी को गिरफ्तार नहीं करती। किसी भी अंजान कॉल में खुद को अधिकारी बताने वाला व्यक्ति यदि आपके दस्तावेज या बैंक खाते की जांच की बात करे, तो तुरंत कॉल काट दें और साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज करें। बैंक भी बार बार चेतावनी देते हैं कि OTP, PIN और UPI जानकारी किसी के साथ साझा न करें। इंटरनेट पर बढ़ती ठगी की घटनाएँ बताती हैं,कि डिजिटल सुरक्षा अब हर व्यक्ति की प्राथमिकता होनी चाहिए।
इस पूरे मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच और यूपी पुलिस की कार्रवाई साफ संकेत देती है,कि साइबर अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। बुजुर्ग महिला के साथ हुई ठगी ने समाज को यह संदेश दिया है,कि डिजिटल दुनिया में सावधानी ही सुरक्षा है। आने वाले समय में इस केस में और गिरफ्तारियाँ संभव हैं, क्योंकि कई डिजिटल कड़ियाँ अभी पुलिस जोड़ रही है। उम्मीद है, कि इस कड़ी कार्रवाई से साइबर ठगों के नेटवर्क पर पहली बड़ी चोट लगेगी और लोगों में जागरूकता बढ़ेगी।
Disclaimer यह लेख समाचार आधारित जानकारी पर तैयार किया गया है। किसी भी व्यक्ति या संगठन को आरोपित करने का उद्देश्य नहीं है। पाठकों से आग्रह है कि साइबर ठगी से बचने के लिए आधिकारिक स्रोतों से सत्यापन अवश्य करें।
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