CM Yogi Adityanath योगी राज में लोकतंत्र का ‘चक्रासन’ इकरा हसन और माता प्रसाद पांडे को पुलिस ने घरों में रोका, सपा बोली “जनता से मिलने तक पर पहरा है!
CM Yogi Adityanath उत्तर प्रदेश की राजनीति में आज फिर हलचल, जब पुलिस ने सपा नेताओं माता प्रसाद पांडे और इकरा हसन को बरेली जाने से रोक दिया। योगी आदित्यनाथ सरकार पर विपक्ष का बड़ा हमला। लोकतंत्र के ‘चक्रासन’ में फंसी राजनीति। जनता पूछ रही है, क्या अब जनसंवाद पर भी रोक लगेगी?
लखनऊ/बरेली, 4 अक्टूबर 2025 उत्तर प्रदेश की राजनीति आज फिर उबल उठी।
जहाँ एक ओर CM Yogi Adityanath की सरकार “कानून व्यवस्था” की बात कर रही है,
वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी का आरोप है,कि लोकतंत्र को पुलिस के “चक्रासन” में कस दिया गया है।
शनिवार की सुबह, जब सपा का 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बरेली रवाना होने वाला था।
तभी पुलिस ने एक साथ सभी नेताओं के घरों पर पहुंचकर “नजरबंदी” कर दी।
इस दल में 5 सांसद और 2 विधायक शामिल थे।
माता प्रसाद पांडे, इकरा हसन, ज़ियारुर्रहमान बर्क, और अता उर्रहमान जैसे नाम इस सूची में प्रमुख थे।
CM Yogi Adityanath माता प्रसाद पांडे बोले “हम जनता से मिलने जा रहे थे, यह कैसा योगासन है?”
उत्तर प्रदेश विधानसभा के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे के घर के बाहर सुबह सुबह पुलिस की तैनाती ने सबको चौंका दिया।
उन्होंने मीडिया से कहा
“हमें बरेली जाने से रोक दिया गया। हम तो जनता की समस्याएँ सुनने और प्रशासन से संवाद करने जा रहे थे। लेकिन अब लगता है लोकतंत्र पर भी धारा 144 लगा दी गई है।”
उन्होंने आगे कहा:
“संविधान हमें धर्म और अभिव्यक्ति की आज़ादी देता है। अगर कोई ‘I Love Mohammad’ कहता है, तो इससे किसी को समस्या क्यों होनी चाहिए?”
CM Yogi Adityanath माता प्रसाद पांडे ने याद दिलाया कि जिस तरह सपा ने संभल में शांति बनाए रखने में सहयोग दिया था,
उसी तरह वे बरेली में भी जनता की मदद के लिए जाना चाहते थे।
लेकिन पुलिस ने उन्हें घर में ही रोक दिया।
CM Yogi Adityanath इकरा हसन का तंज “यह सरकार संविधान को चक्रासन बनाकर तोड़ रही है”
युवा सांसद इकरा हसन ने प्रशासनिक रवैये पर कड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा “हम शांति और संवाद के लिए जा रहे थे, लेकिन हमें अपराधियों की तरह घर में बंद कर दिया गया। योगी सरकार लोकतंत्र को चक्रासन बनाकर उसकी रीढ़ तोड़ रही है।”
उन्होंने कहा कि सपा का प्रतिनिधिमंडल किसी विरोध या हिंसा के लिए नहीं, बल्कि धार्मिक सौहार्द और जनसंवाद के लिए बरेली जा रहा था। इकरा हसन ने भावुक होकर कहा “हमारी आस्था पर पहरा लगाया जा रहा है। पुलिस हमारे दरवाज़े पर है, लेकिन जनता तक हमारी आवाज़ को कौन पहुँचाएगा?”
उनकी यह बात सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हुई। लोगों ने कमेंट किया “आज सच में लोकतंत्र ने योगासन नहीं, चक्रासन कर लिया है।”
CM Yogi Adityanath पुलिस का बयान “बरेली में माहौल संवेदनशील है, इसलिए यात्रा रोकी गई”

उधर, उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि उनका कदम “जनहित” में था।
अधिकारियों के अनुसार,
बरेली और आस-पास के इलाकों में “I Love Mohammad” विवाद के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा “हमने किसी को निशाना नहीं बनाया। स्थिति संवेदनशील है, इसलिए यह एहतियाती कदम उठाया गया।”
लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि क्या “एहतियात” के नाम पर नेताओं को उनके ही घरों में कैद कर देना लोकतंत्र के दायरे में आता है?
CM Yogi Adityanath सपा का प्रतिनिधिमंडल: कौन थे शामिल?
क्रमांक नाम पद टिप्पणी
1 माता प्रसाद पांडे नेता प्रतिपक्ष “जनता से मिलने का अधिकार छीना जा रहा है।”
2 इकरा हसन सांसद “लोकतंत्र को चक्रासन बना दिया गया है।”
3 ज़ियारुर्रहमान बर्क सांसद “हमने केवल संवाद का मार्ग चुना था।”
4 अता उर्रहमान विधायक “यह प्रशासनिक डर नहीं तो क्या है?”
5 मोहिबुल्लाह नदवी सांसद “संविधान की आत्मा को कुचला जा रहा है।”
6 हरेंद्र सिंह मलिक सांसद “अब नेताओं के घर भी जेल बन गए हैं।”
7 नीरज मौर्य सांसद “जनता की आवाज़ दीवारों से नहीं रुकती।”
8 प्रवीण सिंह आरोन पूर्व सांसद “यह बरेली नहीं, लोकतंत्र की लड़ाई है।”
CM Yogi Adityanath विपक्ष का पलटवार “योगासन नहीं, रोकासन सरकार”
सपा ने इस पूरे घटनाक्रम को लोकतंत्र पर “हमला” बताया।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा
“जब जनता की आवाज़ पर पुलिस पहरा दे, तो समझिए सरकार डर गई है। यह योगासन नहीं, रोकासन सरकार है।”
सपा प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी हर संवैधानिक तरीके से इसका विरोध करेगी।
उन्होंने कहा
“सरकार को डर है कि जनता की सच्चाई उजागर न हो जाए।”
CM Yogi Adityanath जनता की प्रतिक्रिया “हमारी बात सुनने वाला भी रोका जा रहा है”
बरेली और संभल के स्थानीय नागरिकों ने इस कदम पर निराशा जताई।
एक दुकानदार ने कहा
“अगर नेता जनता से मिलने नहीं जाएंगे, तो हमारी तकलीफ कौन सुनेगा?”
एक बुज़ुर्ग महिला ने कहा
“हमें तो उम्मीद थी कि सपा के लोग आएंगे और हमारी बात रखेंगे, लेकिन पुलिस ने सब रोक दिया।”
“I Love Mohammad” विवाद: आस्था बनाम राजनीति?
इस पूरे विवाद की जड़ एक नारा है “I Love Mohammad”।
कुछ जगहों पर इसे लेकर विरोध हुआ, तो कहीं समर्थन भी मिला।
लेकिन असली सवाल यह नहीं कि कौन क्या कहता है,
बल्कि यह कि क्या अब भारत में अपने विश्वास की बात कहना भी सजा बन गया है?
माता प्रसाद पांडे और इकरा हसन दोनों ने कहा
“हम किसी के खिलाफ नहीं, बल्कि अपने संविधान के साथ खड़े हैं।”
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CM Yogi Adityanath लोकतंत्र का संतुलन ‘चक्रासन’ में
आज की घटना ने उत्तर प्रदेश की राजनीति को एक दार्शनिक सवाल के सामने खड़ा कर दिया है,
क्या लोकतंत्र अब सच में “चक्रासन” की मुद्रा में है,
जहाँ सत्ता ऊपर और जनता नीचे झुकी हुई है?
माता प्रसाद पांडे की सादगी,
इकरा हसन का साहस,
और सपा प्रतिनिधिमंडल का धैर्य
यह सब उस भारत की तस्वीर है,जहाँ लोग अब भी लोकतंत्र को सीधा खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं।
डिस्क्लेमर
यह लेख केवल पत्रकारिता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें किसी व्यक्ति, संगठन या सरकार पर व्यक्तिगत टिप्पणी का उद्देश्य नहीं है।
सभी तथ्य विश्वसनीय मीडिया रिपोर्टों और सार्वजनिक बयानों पर आधारित हैं।
पाठकों से अनुरोध है,कि इसे सूचनात्मक और लोकतांत्रिक दृष्टिकोण से पढ़ें।