Gorakhpur News Chandigarh Bus Death गोरखपुर के करमदेवा बुजुर्ग गांव के रामसुभग की लाश चंडीगढ़ से लौटती बस में मिली दिवाली से पहले बुझ गया एक घर का दीया
Gorakhpur News Chandigarh Bus Death गोरखपुर की दर्दनाक खबर चंडीगढ़ से लौटते समय लक्जरी बस में मिले मजदूर रामसुभग की लाश ने पूरे गांव को रुला दिया। दिवाली से पहले बुझ गया परिवार का एकमात्र सहारा। पुलिस जांच जारी, मौत का कारण अब तक अज्ञात।
कभी-कभी ज़िंदगी इतनी बेरहम हो जाती है, कि घर लौटने की ख़ुशी भी एक दर्दनाक खबर बन जाती है। दिवाली के पहले अपने परिवार से मिलने की उम्मीद लिए जो व्यक्ति चंडीगढ़ से निकला था, वह अब हमेशा के लिए खामोश लौट आया। यह कोई फ़िल्मी कहानी नहीं, बल्कि गोरखपुर की हकीकत है, जहां एक लक्ज़री बस में बैठे-बैठे एक यात्री की मौत हो गई और किसी को भनक तक नहीं लगी।
Gorakhpur News Chandigarh Bus Death सफर जो मंज़िल तक न पहुँचा
गोरखपुर के गिड़ा थाना क्षेत्र के हरैया पेट्रोल पंप के पास गुरुवार सुबह चंडीगढ़ से आ रही एक गजराज ट्रेवल्स लक्जरी बस पहुंची। सभी यात्री बस से नीचे उतर रहे थे, तभी परिचालक की नज़र पीछे की सीट पर सोए एक व्यक्ति पर पड़ी। उसने आवाज दी भइया, गोरखपुर आ गया पर कोई जवाब नहीं मिला। जब उसे झकझोरा गया, तो पता चला कि वह अब इस दुनिया में नहीं रहा।
Gorakhpur News Chandigarh Bus Death पहचान जिसने दिल दहला दिया
पुलिस को सूचना दी गई। गिड़ा थाने की टीम मौके पर पहुंची। बैग से मिला आधार कार्ड और मोबाइल देखकर मृतक की पहचान रामसुभग (41 वर्ष) पुत्र जोखू, निवासी करमदेवा बुजुर्ग गांव, थाना सिकरीगंज, गोरखपुर के रूप में हुई।
रामसुभग चंडीगढ़ में पेंट-पॉलिश का काम करते थे और दिवाली मनाने घर लौट रहे थे। लेकिन यह सफर उनकी जिंदगी की आखिरी यात्रा बन गया।
Gorakhpur News Chandigarh Bus Death घर में मचा कोहराम
परिजनों को जब पुलिस ने सूचना दी, तो गांव में मातम छा गया। पत्नी बेहोश हो गईं, बच्चे पिता का नाम पुकारते रह गए। परिवार ने बताया कि वह चार भाइयों में सबसे बड़े थे और पूरे परिवार का सहारा उन्हीं पर था। उनके पीछे पत्नी, दो बेटे और एक बेटी है।
Gorakhpur News Chandigarh Bus Death पुलिस जांच जारी
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शुरुआती जांच में शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं मिला। अधिकारियों ने कहा कि संभवतः दिल का दौरा (Heart Attack) या अचानक स्वास्थ्य बिगड़ने से मौत हुई होगी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कारण स्पष्ट होगा। बस चालक और परिचालक से पूछताछ की जा रही है।
Gorakhpur News Chandigarh Bus Death एक मजदूर की चुप्पी समाज के लिए सबक
रामसुभग की यह कहानी उन हजारों प्रवासी मजदूरों की सच्चाई दिखाती है,जो अपने परिवार के लिए दूर शहरों में मेहनत करते हैं। वे त्योहारों पर बच्चों के लिए मिठाइयाँ और कपड़े लाने की सोचते हैं, पर किस्मत कभी-कभी ऐसा लिख देती है, कि घर लौटने की जगह बस एक दर्दभरी खबर पहुंचती है।
Gorakhpur News Chandigarh Bus Death समाज की जिम्मेदारी
ऐसी घटनाएँ याद दिलाती हैं, कि लंबी यात्राओं में यात्रियों की स्वास्थ्य जांच या प्राथमिक मेडिकल सुविधा होना ज़रूरी है। बस ऑपरेटरों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी यात्री सफर में अस्वस्थ न रह जाए। एक छोटी-सी सावधानी शायद किसी की जान बचा सकती है।
Gorakhpur News Chandigarh Bus Death रामसुभग का सफर भले ही अधूरा रह गया, लेकिन उनकी कहानी हमेशा यह संदेश देगी कि हर मेहनतकश इंसान एक परिवार का सपना है, जिसे हमें समझने और सम्मान देने की ज़रूरत है।
अस्वीकरण
यह लेख उपलब्ध समाचार स्रोतों (Amar Ujala, Live Hindustan) की जानकारी पर आधारित है। पुलिस और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद तथ्यों में बदलाव संभव है। हमारा उद्देश्य केवल मानवता और संवेदना के दृष्टिकोण से सच्ची जानकारी साझा करना है।
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