Gorakhpur Rahul Chauhan murder case गोरखपुर में पुरानी रंजिश बनी खून की वजह: राहुल चौहान की चाकू से हत्या, मोहल्ले में मातम
Gorakhpur Rahul Chauhan murder case गोरखपुर के बरगदवा इलाके में पुरानी रंजिश के चलते 28 वर्षीय युवक राहुल चौहान की चाकू से हत्या कर दी गई। दोस्तों ने पकड़कर आरोपी ने वार किया। इलाज के दौरान मौत हुई, पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई हैं।
गोरखपुर, 7 सितंबर 2025 पूर्वी उत्तर प्रदेश का गोरखपुर एक बार फिर पुरानी रंजिश की वजह से खून से लाल हो गया। चिलुआताल थाना क्षेत्र के बरगदवा इलाके में रविवार की शाम 28 वर्षीय युवक राहुल चौहान की बेरहमी से चाकू मारकर हत्या कर दी गई। इस वारदात ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी और प्रशासन पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए।
Gorakhpur Rahul Chauhan murder case कैसे हुई वारदात?

घटना रविवार की शाम करीब 8 बजे बरगदवा चौराहे के पास घटी। राहुल चौहान अपने घर लौट रहा था। इसी दौरान उसकी मुलाकात उन युवकों से हुई जिनसे उसका पुराना विवाद चल रहा था। देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच तीखी झड़प हो गई। बात इतनी बढ़ी कि राहुल के कुछ परिचितों ने उसे पकड़ लिया और उसी दौरान आरोपी दीपू उर्फ संदीप चौहान ने धारदार चाकू से उस पर ताबड़तोड़ वार कर दिए।
राहुल लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। आसपास के लोग जब तक समझ पाते, आरोपी मौके से फरार हो गए। परिजनों और राहगीरों की मदद से राहुल को तत्काल पास के अस्पताल ले जाया गया।
मौके पर मौत नहीं, इलाज के दौरान टूटी सांस
इस घटना को लेकर सबसे बड़ी बात यह रही कि राहुल की मौत मौके पर नहीं हुई। चाकू के वार से वह गंभीर रूप से घायल हुआ और अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन चोट इतनी गहरी थी कि कुछ ही घंटों में उसने दम तोड़ दिया।
परिवार को जब यह खबर मिली, तो चीख-पुकार मच गई। मां-बाप और परिजन अस्पताल की दहलीज़ पर फूट-फूटकर रोते रहे। राहुल की मौत के साथ ही बरगदवा का माहौल मातम में बदल गया।
पुरानी रंजिश बनी जानलेवा
स्थानीय सूत्र बताते हैं,कि राहुल और आरोपी दीपू के बीच लंबे समय से तनातनी चल रही थी। कई बार पहले भी दोनों पक्षों में कहासुनी और हाथापाई हो चुकी थी। आपसी विवाद का यह सिलसिला आखिरकार इस कदर बढ़ गया कि रविवार की शाम ने उसे खून-खराबे का रूप दे दिया।
रंजिश की असल वजह भले ही पूरी तरह स्पष्ट न हो, लेकिन मोहल्ले में चर्चा है कि यह मामला आपसी वर्चस्व और पुराने झगड़े से जुड़ा हुआ था।
Gorakhpur Rahul Chauhan murder case पुलिस प्रशासन की भूमिका
घटना की सूचना मिलते ही चिलुआताल थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि मुख्य आरोपी दीपू उर्फ संदीप चौहान और उसके साथियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया गया है, और संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही है। पुलिस अधिकारियों का दावा है,कि जल्द ही सभी आरोपी सलाखों के पीछे होंगे।
क्षेत्राधिकारी ने वारदात स्थल का निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों से बातचीत कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
मोहल्ले में दहशत और गुस्सा
Gorakhpur Rahul Chauhan murder case बरगदवा चौराहा, जो आमतौर पर शाम को रौनक से भरा रहता है, वारदात के बाद सुनसान हो गया। लोग दहशत में अपने घरों के दरवाजे बंद करने लगे। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि इलाके में समय-समय पर पुलिस गश्त होती तो ऐसी घटना को रोका जा सकता था।
गांव के बुजुर्गों का कहना है, कि पुरानी रंजिश अक्सर नौजवानों की जान ले लेती है और प्रशासन को ऐसे मामलों को समय रहते सुलझाना चाहिए।
Gorakhpur Rahul Chauhan murder case परिवार का दर्द
राहुल की मौत ने उसके परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया है। माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों का आरोप है,कि पुलिस ने पहले की शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया, जिसकी वजह से आज यह घटना हुई। उन्होंने दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है,और कहा है,कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे उच्च अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगाएंगे।
Gorakhpur Rahul Chauhan murder case कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल
यह घटना गोरखपुर में अपराध की बढ़ती घटनाओं पर सवाल उठाती है। पिछले कुछ महीनों में जिले में रंजिश और गैंगवार से जुड़ी कई वारदातें सामने आई हैं। ऐसे में यह हत्या एक बार फिर साबित करती है,कि छोटी-सी चिंगारी भी बड़े खून-खराबे का कारण बन सकती है।
स्थानीय लोग मानते हैं, कि प्रशासन को न सिर्फ अपराधियों पर सख्ती करनी होगी, बल्कि मोहल्लों में छोटी-छोटी रंजिशों को समय रहते सुलझाने की व्यवस्था भी करनी होगी।
Gorakhpur Rahul Chauhan murder case समाज के लिए संदेश
राहुल चौहान की मौत एक परिवार का व्यक्तिगत नुकसान भर नहीं है, बल्कि यह समाज के लिए भी चेतावनी है। पुरानी दुश्मनी और वर्चस्व की लड़ाई ने एक नौजवान की जान ले ली। अब सवाल यह है, कि क्या हम इस तरह की घटनाओं से सबक लेकर अपने समाज को शांतिपूर्ण बना पाएंगे या पुरानी रंजिशें इसी तरह खून की प्यास बुझाती रहेंगी?
निष्कर्ष
गोरखपुर की इस वारदात ने एक बार फिर दिखा दिया कि रंजिश और झगड़े किस तरह निर्दोष जिंदगी छीन लेते हैं। राहुल चौहान की मौत ने उसके परिवार को अंधेरे में धकेल दिया और पूरे मोहल्ले को दहशत में डाल दिया। पुलिस की जिम्मेदारी है, कि आरोपी जल्द पकड़े जाएं और पीड़ित परिवार को न्याय मिले।
यह मामला प्रशासन के लिए भी परीक्षा है, क्योंकि हर हत्या न सिर्फ एक जीवन का अंत होती है, बल्कि समाज की शांति और कानून-व्यवस्था पर भी बड़ा प्रश्नचिह्न लगाती है।
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