लखनऊ में 107 बीघा Illegal Plotting पर टूटा LDA का कहर, बुलडोजर ने ध्वस्त की अवैध कॉलोनियां
Illegal Plotting लखनऊ में LDA का बड़ा अभियान, 107 बीघा Illegal Plotting और अवैध कॉलोनी पर चला बुलडोजर, गोसाईंगंज और सैरपुर में कई नाम आए सामने।

लखनऊ में गुरुवार का दिन अवैध निर्माण करने वालों के लिए बेहद कड़ा साबित हुआ। योगी सरकार की कड़ी नीति के तहत लखनऊ विकास प्राधिकरण ने शहर के दो प्रमुख इलाकों गोसाईंगंज और सैरपुर में बड़े पैमाने पर Illegal Plotting के खिलाफ ऑपरेशन चलाया। इस अभियान में कुल 107 बीघा जमीन पर हो रही Illegal Plotting को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया। प्रशासनिक टीम सुबह से ही भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंची और बिना किसी रुकावट के पूरे क्षेत्र को खाली कराया। लोग यह देखकर हैरान थे कि इतने बड़े स्तर पर लंबे समय से Illegal Plotting चल रही थी, जो आज एक ही दिन में ढह गई।
गोसाईंगंज क्षेत्र में एलडीए ने सबसे बड़ी कार्रवाई की। न्यू जेल रोड के पास ग्राम शिवलर और बलियाखेड़ा में लगभग 85 बीघा भूमि पर हो रही 8 अलग-अलग Illegal Plotting को प्राधिकरण ने जमींदोज कर दिया। इस प्लॉटिंग से जुड़े नाम भी सामने आए सुरेश कुमार राठौर, राजेश वर्मा, अमरेन्द्र यादव, पुष्पेंद्र सिंह, विजय मौर्या, अभिषेक सिंह, अनिल सिंह, सुधाकर त्रिवेदी और राम कीर्ति वर्मा। इन सभी पर बिना अनुमति जमीन काटकर बेचने और भू-माफियागिरी की आशंका जताई जा रही है। एलडीए की टीम के अनुसार यहां तेजी से सड़कें बनाई जा रही थीं, बिजली के खंभे लगाए जा रहे थे और प्लॉटिंग को वैध कॉलोनी जैसा दिखाने की कोशिश हो रही थी। लेकिन जांच में स्पष्ट हुआ कि यह पूरी तरह Illegal Plotting थी।
सैरपुर थाना क्षेत्र के शेरपुर गांव में भी अवैध कब्जे और प्लॉटिंग का बड़ा खुलासा हुआ। यहां मेसर्स नीलकंठ प्रॉपर्टीज की 2 और सर्वेश यादव की 1 कॉलोनी मिला कर कुल 22 बीघा में प्लॉट काटे जा रहे थे। मौके पर जब एलडीए की टीम पहुंची तो कुछ लोगों ने कार्रवाई का विरोध करने की कोशिश भी की। लेकिन प्रशासन ने किसी दबाव को नहीं माना और बुलडोजर लगातार चलता रहा। विरोध के बाद भी पूरी Illegal Plotting को गिराकर बराबर कर दिया गया। इसी क्षेत्र में रैथा रोड पर 400 और 500 वर्ग मीटर के दो अवैध व्यावसायिक निर्माणों को तुरंत सील कर दिया गया।
योगी सरकार की Zero Tolerance नीति के कारण प्रदेश में Illegal Plotting के खिलाफ लगातार तेज कार्रवाई हो रही है। पिछले कुछ वर्षों में अवैध कॉलोनियों के कारण हजारों लोग आर्थिक नुकसान झेल चुके हैं। यही कारण है कि सरकार अब किसी भी सूरत में लापरवाही या अवैध विकास को बढ़ावा नहीं देना चाहती। एलडीए लगातार चेतावनी दे रहा है कि भविष्य में बिना मानचित्र स्वीकृति, बिना RERA रजिस्ट्रेशन और बिना भूमि अनुमोदन के कोई भी डेवलपर प्लॉटिंग करता पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
साधारण खरीदारों के लिए यह बड़ा सबक है, कि आकर्षक कीमत देखकर तुरंत प्लॉट न खरीदें। चाहे लखनऊ हो या यूपी का कोई भी जिला सभी जगह धोखाधड़ी करने वाले लोग Illegal Plotting के नाम पर लोगों की मेहनत की कमाई को लूटने की कोशिश करते हैं। खरीदारों को चाहिए कि वे किसी भी जमीन का Khasra-Khatauni, Registry, LDA Approval और RERA Registration अनिवार्य रूप से चेक करें। जमीन खरीदने से पहले LDA की वेबसाइट पर उपलब्ध Unauthorized Colonies List एक बार जरूर देखें। अवैध कॉलोनी में प्लॉट खरीद लेने से न पैसा वापस मिलता है, न घर बन पाता है,और न ही कोई कानूनी सुरक्षा मिलती है।
लखनऊ में हुई इस कार्रवाई ने साफ कर दिया है,कि अब शहर में Illegal Plotting का कोई भविष्य नहीं है। प्रशासन का एक ही संदेश है,जो भी शहर को अवैध तरीके से फैलाने की कोशिश करेगा, बुलडोजर उसका इंतजार कर रहा है। यह अभियान न केवल अवैध प्लॉटिंग करने वालों के लिए चेतावनी है,बल्कि आम लोगों के लिए सुरक्षा भी है, ताकि वे भविष्य में किसी आर्थिक और कानूनी जाल में न फंसें।
Disclaimer: यह लेख प्रशासनिक जानकारी, सरकारी रिपोर्टों और现场 अपडेट पर आधारित है। किसी भी प्रकार की प्लॉटिंग या संपत्ति खरीदने से पहले स्वयं सभी दस्तावेज़ों और सरकारी अनुमोदन की जांच अवश्य करें।
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