India Namibia defence and health collaboration: डिजिटल तकनीक, रक्षा, स्वास्थ्य और खनिजों पर हुई चर्चा

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India Namibia defence and health collaboration 2025: डिजिटल तकनीक, रक्षा, स्वास्थ्य और खनिजों पर हुई चर्चा

परिचय

India Namibia भारत और नामीबिया – दो अलग-अलग महाद्वीपों में बसे देश, लेकिन आपसी सहयोग और रणनीतिक हितों के कारण आज एक मजबूत साझेदारी की ओर बढ़ रहे हैं। हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नामीबिया की राष्ट्रपति डॉ. नेतुम्बो नांदी-नदैतवाह के बीच हुई बैठक ने इन संबंधों को और भी मजबूती दी है। आइए जानें, इस बैठक में क्या कुछ खास हुआ।

भारत-नामीबिया संबंधों का ऐतिहासिक संदर्भ

भारत ने नामीबिया की स्वतंत्रता संग्राम के दौरान खुलकर समर्थन किया था। 1990 में जब नामीबिया स्वतंत्र हुआ, भारत उन पहले देशों में शामिल था जिसने उसे मान्यता दी। तभी से यह रिश्ता लगातार मजबूत होता गया है।

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उच्च-स्तरीय बैठक का सारांश

2025 में हुई इस महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक में कई विषयों पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने डिजिटल तकनीक, रक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा और खनिजों जैसे क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर विचार किया।

बैठक का रणनीतिक महत्व

आज के बदलते वैश्विक परिदृश्य में भारत और नामीबिया का सहयोग दक्षिण-दक्षिण सहयोग (Global South) को नई दिशा देता है। यह न केवल क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ाता है, बल्कि विकासशील देशों के बीच विश्वास का नया उदाहरण भी पेश करता है।

 

डिजिटल तकनीक में साझेदारी

भारत की डिजिटल सफलता—जैसे आधार, UPI और डिजिलॉकर—अब नामीबिया को भी आकर्षित कर रही है।

नामीबिया की डिजिटल महत्वाकांक्षाएं

नामीबिया युवा आबादी और डिजिटल परिवर्तन की दहलीज पर खड़ा देश है। भारत ने उन्हें डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, स्किल डेवलपमेंट, ई-गवर्नेंस, और फिनटेक में सहयोग देने की पेशकश की है।

रक्षा और सुरक्षा सहयोग

समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी उपाय और साइबर सुरक्षा जैसे मुद्दों पर भी दोनों देशों ने मजबूत सहयोग की बात की।

साइबर सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ साझेदारी

दोनों देशों ने इंटेलिजेंस साझा करने और साइबर सुरक्षा में संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर सहमति जताई है।

India Namibiaस्वास्थ्य सेवा और चिकित्सा सहयोग

भारत ने नामीबिया को दवाएं, टीके और टेलीमेडिसिन सेवाएं प्रदान करने की दिशा में कदम बढ़ाया है।

आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा पर ध्यान

नामीबिया ने भारत की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली—आयुर्वेद—में गहरी रुचि दिखाई है। यह स्वास्थ्य के क्षेत्र में सांस्कृतिक जुड़ाव का माध्यम बन रहा है।

शिक्षा और कौशल विकास

भारत ने ITEC प्रोग्राम के तहत नामीबिया के छात्रों और पेशेवरों को छात्रवृत्ति, तकनीकी प्रशिक्षण और ऑनलाइन शिक्षा का अवसर प्रदान किया है।

कृषि और खाद्य सुरक्षा

सूखा-प्रभावित क्षेत्रों में कृषि की भारतीय विशेषज्ञता नामीबिया के लिए वरदान साबित हो सकती है। बीज उत्पादन, सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई और स्मार्ट खेती में सहयोग प्रस्तावित किया गया है।

खनिज संसाधनों में सहयोग

नामीबिया यूरेनियम, लिथियम और दुर्लभ खनिजों से समृद्ध है, जो भारत की हरित ऊर्जा जरूरतों के लिए अहम हैं।

सस्टेनेबल और जिम्मेदार खनन

भारत ने पर्यावरण के अनुकूल खनन तकनीकों के उपयोग पर जोर दिया है ताकि खनिजों का दोहन विकास के साथ-साथ स्थिरता को भी ध्यान में रखकर किया जा सके।

व्यापार और आर्थिक संबंध

भारत और नामीबिया के बीच व्यापार का दायरा बढ़ रहा है। भारत दवाएं, वाहन और मशीनरी निर्यात करता है, जबकि नामीबिया खनिज और कच्चे माल का प्रमुख स्रोत है।

संस्कृति और जनता से जनता का संपर्क

योग, बॉलीवुड, भारतीय खानपान और टूरिज्म जैसे क्षेत्रों में भी दोनों देशों के बीच संबंध मज़बूत हो रहे हैं। भारत की सॉफ्ट पावर कूटनीति नामीबिया में लोकप्रिय हो रही है।

द्विपक्षीय संबंधों की चुनौतियां

हालांकि संबंध मजबूत हैं, लेकिन लॉजिस्टिक, आधारभूत ढांचे और प्रशासनिक बाधाएं अभी भी हैं। इन्हें दूर करने के लिए दोनों देशों ने मिलकर योजनाएं बनाई हैं।

भविष्य की राह

नई साझेदारियां, समझौता ज्ञापन (MoUs) और कार्य समूह इस रिश्ते को आगे ले जाने के लिए तैयार हैं। भारत-अफ्रीका डिजिटल कॉरिडोर में नामीबिया एक अहम भागीदार बन सकता है।

भारत और नामीबिया आज एक ऐसे मुकाम पर हैं जहाँ से दोनों देश साथ मिलकर स्थायी, समावेशी और रणनीतिक साझेदारी की ओर बढ़ सकते हैं। यह सहयोग न केवल इन दो देशों को लाभ देगा बल्कि वैश्विक स्तर पर एक सकारात्मक संदेश भी देगा।

FAQs

1. भारत और नामीबिया के बीच मुख्य सहयोग क्षेत्र कौन-कौन से हैं?
डिजिटल तकनीक, रक्षा, स्वास्थ्य, खनिज संसाधन और शिक्षा मुख्य सहयोग क्षेत्र हैं।

2. India Namibia भारत नामीबिया की डिजिटल ग्रोथ में कैसे मदद कर रहा है?
भारत ने डिजिटल आईडी, ई-गवर्नेंस, फिनटेक और स्किल डेवलपमेंट में सहयोग की पेशकश की है।

3. क्या भारत और नामीबिया के बीच खनिजों पर कोई विशेष समझौता हुआ है?
हां, भारत ने नामीबिया के लिथियम और यूरेनियम जैसे खनिजों के लिए साझेदारी की पहल की है।

4. नामीबिया के छात्रों को भारत में शिक्षा के अवसर मिलते हैं क्या?
जी हां, भारत ITEC और ICCR जैसे कार्यक्रमों के तहत छात्रवृत्तियां और प्रशिक्षण प्रदान करता है।

5. क्या भारत की संस्कृति नामीबिया में लोकप्रिय है?
बिलकुल! योग, बॉलीवुड और आयुर्वेद जैसे भारतीय पहलू नामीबिया में तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं।

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