Gorakhpur Chauri Chaura Murder Case चौरीचौरा गोलीकांड: चार महीने तक जिंदगी और मौत से जूझते रहे आशीष शर्मा, अब हत्या की धारा बढ़ेगी

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Gorakhpur Chauri Chaura Murder Case चौरीचौरा गोलीकांड: चार महीने तक जिंदगी और मौत से जूझते रहे आशीष शर्मा, अब हत्या की धारा बढ़ेगी

Gorakhpur Chauri Chaura Murder Case गोरखपुर। चौरीचौरा थाना क्षेत्र के चौरा गांव में अप्रैल महीने में हुए गोलीकांड का जख्म अभी भरा भी नहीं था कि रविवार रात इस घटना ने नया मोड़ ले लिया। चार महीने से केजीएमयू लखनऊ में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे 26 वर्षीय आशीष शर्मा ने आखिरकार दम तोड़ दिया। युवक की मौत से गांव में मातम पसर गया और परिजनों में कोहराम मच गया। आशीष की मृत्यु के बाद पुलिस ने अब मामले में हत्या की धारा (IPC 302) जोड़ने की तैयारी शुरू कर दी है।

घटना का पृष्ठभूमि

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तारीख और स्थान: यह वारदात 27 अप्रैल 2025 को गोरखपुर के चौरीचौरा थाना क्षेत्र के चौरा गांव में हुई थी।

पीड़ित युवक: मृतक का नाम आशीष शर्मा (26 वर्ष) था, जो गांव के ही राजेंद्र शर्मा का बेटा था।

घटना का कारण: स्थानीय स्तर पर विवाद बढ़ा और आरोप है,कि आपसी रंजिश में गोली चलाई गई।

गोलियां चलने से आशीष गंभीर रूप से घायल हो गया था। स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे पहले गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उसे लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) रेफर कर दिया।

इलाज के दौरान संघर्ष Gorakhpur Chauri Chaura Murder Case

आशीष पिछले चार महीने से केजीएमयू में भर्ती था। लगातार ऑपरेशन और इलाज चलते रहे। परिवार ने उसकी जान बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन रविवार देर रात आशीष ने अंतिम सांस ली।

परिजनों के अनुसार, “हम लोग चार महीने से अस्पताल में हर तरह की कोशिश कर रहे थे। डॉक्टरों से लेकर दवाइयों तक, हर जगह भागदौड़ की। लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया।”

शव गांव पहुंचा, मातम का माहौल Gorakhpur Chauri Chaura Murder Case

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सोमवार देर रात जैसे ही आशीष का शव गांव चौरा पहुंचा, मातम छा गया। परिवार के लोगों की चीख-पुकार सुन गांव का हर घर गमगीन हो गया। मंगलवार सुबह अंतिम संस्कार पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में किया गया।

ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ी। माहौल तनावपूर्ण न हो, इसके लिए चौरीचौरा पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए

पुलिस केस और आरोपियों पर कार्रवाई Gorakhpur Chauri Chaura Murder Case

आशीष के पिता राजेंद्र शर्मा ने घटना के बाद पुलिस में तहरीर दी थी। उनकी तहरीर पर पुलिस ने कुल नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इनमें प्रमुख नाम शामिल हैं:

1. छांगुर यादव उर्फ सत्येंद्र

2. मुन्ना यादव उर्फ धर्मेंद्र

3. इसराफिल उर्फ फाटिल

4. आकाश

5. आशीष जायसवाल

6. ऋषि राजभर

7. लक्ष्मीना

(कुछ अन्य नाम भी तहरीर में दर्ज किए गए थे)

पुलिस ने मुकदमा हत्या के प्रयास (IPC 307), मारपीट और अन्य गंभीर धाराओं में दर्ज किया था।

मुख्य आरोपी छांगुर यादव: वर्तमान में जेल में बंद है।

अन्य आरोपी: हाईकोर्ट से जमानत लेकर बाहर हैं।

अब हत्या की धारा जोड़ी जाएगी

आशीष शर्मा की मौत के बाद पुलिस ने इस केस में अब IPC की धारा 302 (हत्या) जोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

थाना चौरीचौरा पुलिस अधिकारियों ने बताया,

 “मृतक की मृत्यु के बाद अब धारा 302 बढ़ाई जाएगी। केस का विवेचन पुनः किया जाएगा और अदालत में चार्जशीट संशोधित रूप से दाखिल की जाएगी।”

परिवार का दर्द और मांग Gorakhpur Chauri Chaura Murder Case

आशीष के पिता राजेंद्र शर्मा का कहना है,

 “मेरे बेटे को राजनीतिक दबाव और दबंगई के कारण गोली मारी गई। चार महीने से हम बेटे की जिंदगी बचाने में लगे रहे। अब उसकी मौत के बाद हमारी मांग है, कि सभी आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। कोई भी आरोपी बचना नहीं चाहिए।”

परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ आरोपी जमानत पर बाहर हैं और खुलेआम धमकियां दे रहे हैं। उनका कहना है, कि अगर पुलिस सख्त कार्रवाई नहीं करेगी तो गांव में तनाव और बढ़ सकता है।

गांव का माहौल और लोगों की प्रतिक्रिया Gorakhpur Chauri Chaura Murder Case

गांव चौरा में इस घटना के बाद गुस्सा साफ देखा जा सकता है। ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस को आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी वारदात करने की हिम्मत न करे।

स्थानीय लोगों का कहना है, कि यह मामला केवल एक परिवार का दर्द नहीं, बल्कि पूरे गांव की शांति भंग करने वाला है।

कानूनी पहलू Gorakhpur Chauri Chaura Murder Case

इस घटना ने कानूनी स्तर पर भी बड़ा मोड़ लिया है। पहले तक यह केस हत्या की कोशिश (307 IPC) के अंतर्गत था, लेकिन अब मृतक की मौत के बाद यह सीधे हत्या (302 IPC) में बदल जाएगा।

हत्या के प्रयास (IPC 307): इसमें 10 साल से लेकर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है।

हत्या (IPC 302): इसमें मृत्युदंड या आजीवन कारावास का प्रावधान है।

कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार,

“अब यह केस और मजबूत हो गया है। यदि गवाह और सबूत सही ढंग से पेश किए गए तो आरोपियों को सख्त सजा मिलने की पूरी संभावना है।”

पुलिस और प्रशासन की रणनीति Gorakhpur Chauri Chaura Murder Case

पुलिस सूत्रों ने बताया कि मामले की जांच के लिए विशेष टीम बनाई जाएगी। हत्या की धारा बढ़ाने के बाद सभी आरोपियों को दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा।

प्रशासन की ओर से कहा गया है कि शांति व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता है। इसलिए गांव में लगातार पुलिस बल तैनात रहेगा

आशीष शर्मा की मौत ने चौरीचौरा गोलीकांड को एक नया मोड़ दे दिया है। जहां पहले यह एक हत्या की कोशिश का मामला था, अब यह हत्या का केस बन गया है।

गांव के लोग और परिवार न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं। प्रशासन और पुलिस पर अब यह जिम्मेदारी है,कि वे आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करके पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएं।

Gorakhpur Chauri Chaura Murder Case गोरखपुर का चौरीचौरा गोलीकांड अब हत्या की धारा में बदल चुका है। चार महीने तक जिंदा रहने की जंग लड़ते-लड़ते आशीष शर्मा की मौत ने न केवल एक परिवार को उजाड़ दिया, बल्कि पूरे इलाके को झकझोर दिया है।

अब सबकी निगाहें पुलिस और अदालत पर हैं,कि आखिर इस मामले में न्याय कब और कैसे मिलेगा।

 

 

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