Gorakhpur hospital news गोरखपुर अस्पताल कांड: वार्ड बॉय की शर्मनाक करतूत ने उजागर की सुरक्षा की पोल, युवती के साथ अमानवीय व्यवहार
Gorakhpur hospital news उत्तर प्रदेश का गोरखपुर इन दिनों एक ऐसी घटना से दहल गया है, जिसने न केवल अस्पताल सुरक्षा पर बल्कि पूरे समाज की संवेदनाओं पर भी गहरा आघात किया है। राजघाट इलाके के एक निजी नर्सिंग होम में इलाज के लिए भर्ती बीएससी छात्रा के साथ वार्ड बॉय ने अमानवीय हरकत कर दी। यह वारदात तब सामने आई जब आरोपी को पीड़िता के परिजनों ने मौके पर पकड़ लिया। चौंकाने वाली बात यह रही कि वार्ड बॉय ने युवती की असहाय स्थिति का फायदा उठाकर उसका अश्लील वीडियो भी बना लिया था।
हादसे की शुरुआत: बालकनी से गिरकर घायल हुई छात्रा
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रामगढ़ताल क्षेत्र की रहने वाली 22 वर्षीय छात्रा 30 अगस्त को अपने घर की बालकनी से गिर गई थी। इस हादसे में उसकी कमर बुरी तरह जख्मी हो गई और शरीर का निचला हिस्सा लगभग निष्क्रिय हो गया। परिवारजन तुरंत उसे पास के एक प्रतिष्ठित निजी नर्सिंग होम लेकर पहुंचे।
डॉक्टरों ने छात्रा की गंभीर हालत देखते हुए तत्काल भर्ती किया और एमआरआई समेत कई परीक्षण कराने की सलाह दी। छात्रा चलने-फिरने की स्थिति में नहीं थी, इसलिए परिजन बारी-बारी से उसके साथ रहकर देखभाल कर रहे थे।
आधी रात का घिनौना कांड Gorakhpur hospital news
31 अगस्त की भोर लगभग साढ़े तीन बजे वार्ड में ड्यूटी पर मौजूद प्रभाकर नामक वार्ड बॉय ने मरीज की नाजुक स्थिति का फायदा उठाया। आरोप है कि उसने छात्रा के कपड़े हटाए और आपत्तिजनक हरकत करते हुए अपने मोबाइल फोन से वीडियो रिकॉर्ड करने लगा।
लेकिन किस्मत से उसी समय छात्रा का भाई और मौसी वार्ड में पहुंचे और वार्ड बॉय को रंगे हाथ पकड़ लिया। परिजन स्तब्ध रह गए जब उन्होंने देखा कि वह युवती की हालत का फायदा उठाकर वीडियो बना रहा था।
झूठा बहाना और सच का पर्दाफाश Gorakhpur hospital news
आरोपी ने पकड़े जाने पर तुरंत खुद को बचाने की कोशिश की। उसने दावा किया कि वह यह सब “डॉक्टर के निर्देश” पर कर रहा था। उसने मेडिकल जांच का हवाला दिया, लेकिन जब डॉक्टरों से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने वार्ड बॉय की सफाई को सिरे से खारिज कर दिया।
अस्पताल प्रशासन ने भी माना कि इस तरह की कोई प्रक्रिया मेडिकल टीम ने नहीं बताई थी। इससे साफ हो गया कि आरोपी अपनी करतूत छिपाने के लिए झूठ बोल रहा था।
परिजनों का गुस्सा और अस्पताल में हंगामा
घटना के उजागर होते ही परिजन आग बबूला हो गए। वार्ड में शोर-शराबा मच गया और देखते ही देखते दर्जनों लोग अस्पताल में जुट गए। परिजनों ने आरोपी का मोबाइल छीनकर जांच की तो उसमें अश्लील वीडियो मिला। इस सबूत के सामने आते ही मामला और गंभीर हो गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई Gorakhpur hospital news
सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आरोपी प्रभाकर को हिरासत में ले लिया। मोबाइल फोन को भी कब्जे में लेकर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
पीड़िता के भाई की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है,कि “डिजिटल सबूत बेहद मजबूत हैं, और आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए चार्जशीट जल्द दायर की जाएगी।”
पीड़िता की हालत बिगड़ी, लखनऊ रेफर
वारदात का असर छात्रा की मानसिक स्थिति पर बुरी तरह पड़ा। पहले से ही घायल छात्रा तनाव और सदमे से और ज्यादा कमजोर हो गई। परिवारजन ने तुरंत फैसला लिया और उसे लखनऊ के बड़े अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया, जहाँ डॉक्टरों ने ऑपरेशन की संभावना जताई है।
अस्पताल प्रशासन का बयान Gorakhpur hospital news
अस्पताल प्रबंधन का कहना है,कि उन्होंने कभी इस तरह की शिकायत नहीं सुनी थी और यह घटना उनके लिए भी हैरान करने वाली है। उन्होंने पुलिस जांच में पूरा सहयोग करने का भरोसा दिलाया है।
हालाँकि, परिजन का आरोप है,कि अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था इतनी लचर थी कि वार्ड बॉय को मरीज के साथ अकेला छोड़ दिया गया। इस लापरवाही ने घटना को अंजाम तक पहुंचाया।
समाज का गुस्सा और न्याय की मांग
Gorakhpur hospital news गोरखपुर की यह घटना शहर ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। सोशल मीडिया पर लोग लगातार प्रतिक्रिया दे रहे हैं और आरोपी को सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं।
महिला संगठनों ने इस घटना को “मानवता पर धब्बा” बताया है। उनका कहना है, कि अस्पताल, जिसे सुरक्षित और पवित्र स्थान माना जाता है, वहां भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, तो आम समाज की हालत कैसी होगी?
कानूनी विशेषज्ञों की राय Gorakhpur hospital news
कानून के जानकारों का कहना है,कि आरोपी पर दुष्कर्म की धारा 376, यौन शोषण की धारा 354 और आईटी एक्ट की धारा 67A लगाई जा Bday है। अगर अदालत में सबूत और गवाह पुख्ता साबित होते हैं,तो आरोपी को उम्रकैद तक की सजा हो सकती है।
सरकार और प्रशासन पर दबाव Gorakhpur hospital news
चूंकि गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृहनगर है, इसलिए यह मामला राजनीतिक रूप से भी संवेदनशील हो गया है। विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाते हुए कहा कि “मुख्यमंत्री के शहर में ही बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, तो प्रदेश का क्या हाल होगा?”
अब देखना यह होगा कि सरकार और प्रशासन इस मामले को कितनी गंभीरता से लेता है और पीड़िता को कितनी जल्दी न्याय मिलता है।
सुरक्षा सुधार की जरूरत Gorakhpur hospital news
विशेषज्ञों का कहना है कि इस घटना से सबक लेकर अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करना जरूरी है।
हर वार्ड में सीसीटीवी कैमरे लगाना,
कर्मचारियों की बैकग्राउंड जांच करना,
और मरीजों के साथ हमेशा परिवारजन को मौजूद रखने की अनुमति देना—
ये ऐसे कदम हैं जिनसे भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है।
निष्कर्ष Gorakhpur hospital news
गोरखपुर अस्पताल की यह घटना केवल एक परिवार का दर्द नहीं है, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है। अस्पताल जैसे सुरक्षित माने जाने वाले स्थान पर भी अगर महिलाएं और मरीज सुरक्षित नहीं हैं, तो हमें अपने सिस्टम पर गंभीर सवाल उठाने होंगे।
आरोपी गिरफ्तार हो चुका है, लेकिन असली न्याय तभी होगा जब पीड़िता को इंसाफ मिले और आने वाले दिनों में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
यह मामला हमें यह सोचने पर मजबूर करता है,कि अस्पताल सिर्फ इलाज का स्थान है या अपराधियों की छुपी हुई पनाहगाह भी?
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