Gorakhpur Police Attack गोरखपुर में पुलिस पर हमला: खाकी वर्दी पर नशे में धुत युवक का कहर, आरोपी गिरफ्तार

Estimated read time 1 min read

Gorakhpur Police Attack गोरखपुर में पुलिस पर हमला: खाकी वर्दी पर नशे में धुत युवक का कहर, आरोपी गिरफ्तार

Gorakhpur Police Attack गोरखपुर। पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब एक नशे में धुत युवक ने पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया। खोराबार थाना क्षेत्र की इस घटना ने न केवल स्थानीय पुलिस महकमे को सकते में डाल दिया, बल्कि कानून व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हमले में दारोगा अनूप कुमार सरोज और मुख्य आरक्षी राजेश प्रेमी घायल हो गए। बाद में पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

घटना कैसे हुई?

इसे भी पढ़ें गोरखपुर की महिला गुरुग्राम से रहस्यमय ढंग से लापता 

Gorakhpur Police Attack
सोर्स बाय गूगल इमेज

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सोमवार दोपहर खोराबार थाने के अंतर्गत नियमित गश्त कर रहे दारोगा अनूप सरोज और मुख्य आरक्षी राजेश प्रेमी पर स्थानीय युवक दुर्गेश पासवान ने अचानक हमला कर दिया।

पहले तो उसने लाठी से वार किया और जब पुलिसकर्मियों ने उसे रोकने का प्रयास किया, तो उसने ब्लेड और चाकू निकालकर वार करना शुरू कर दिया। इस दौरान दोनों पुलिसकर्मी घायल हो गए और मौके पर मौजूद अन्य पुलिस बल ने किसी तरह आरोपी को काबू में किया।

आरोपी ने क्या कहा? Gorakhpur Police Attack

गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने उससे पूछताछ की, तो आरोपी दुर्गेश पासवान ने चौंकाने वाला बयान दिया। उसने कहा,

“मैं नशे में था… मुझे समझ नहीं आया कि सामने खाकी वर्दी वाले पुलिस वाले हैं। पड़ोसी से पुरानी रंजिश थी, उसी समझ में हमला कर बैठा।”

उसका कहना है, कि शराब और नशे की हालत में वह पुलिस को पहचान नहीं पाया। हालांकि पुलिस सूत्रों का मानना है, कि आरोपी का पड़ोसियों से विवाद जरूर था, लेकिन पुलिसकर्मियों पर हमला किसी साजिश के तहत भी हो सकता है।

घायल पुलिसकर्मियों का हाल Gorakhpur Police Attack

हमले में घायल दारोगा अनूप कुमार सरोज और मुख्य आरक्षी राजेश प्रेमी को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार दोनों को हल्की-फुल्की चोटें आई हैं, और अब वे खतरे से बाहर हैं।

पुलिस अधिकारियों का कहना है,कि फिलहाल उनकी हालत स्थिर है,और जल्द ही उन्हें छुट्टी मिल सकती है।

पुलिस की सख्त कार्रवाई Gorakhpur Police Attack

खोराबार थाने की पुलिस ने मौके पर ही आरोपी को दबोच लिया और थाने लाकर पूछताछ की। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास (IPC की धारा 307), सरकारी काम में बाधा डालने (186), सरकारी कर्मचारी पर हमला (353), और जानलेवा हथियार से हमला (324) जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

आरोपी को जेल भेज दिया गया है, और पुलिस अब उसके आपराधिक इतिहास की जांच कर रही है।

आरोपी की पृष्ठभूमि Gorakhpur Police Attack

स्थानीय लोगों के मुताबिक दुर्गेश पासवान नशे का आदी है, और कई बार छोटे-मोटे विवादों में शामिल रहा है। गांव के लोग बताते हैं, कि उसका स्वभाव चिड़चिड़ा है,और नशे में अक्सर पड़ोसियों से झगड़ा करता रहता है।

कुछ ग्रामीणों ने यह भी दावा किया कि उसने पहले भी पुलिस से उलझने की कोशिश की थी, लेकिन इतनी गंभीर घटना पहली बार सामने आई है।

समाज और पुलिस पर सवाल Gorakhpur Police Attack

यह घटना गोरखपुर जैसे संवेदनशील जिले में कानून व्यवस्था की नाजुक स्थिति को उजागर करती है। सवाल यह है, कि जब आम जनता ही नहीं, बल्कि वर्दीधारी पुलिसकर्मी भी हमलावरों के निशाने पर हैं, तो सुरक्षा का भरोसा आम नागरिक कैसे करे?

विशेषज्ञों का कहना है,कि नशे की लत और बढ़ती बेरोजगारी जैसी परिस्थितियाँ अपराध की जड़ हैं। समाज में जागरूकता और पुलिस की सख्ती दोनों ही ज़रूरी हैं।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

Gorakhpur Police Attack  घटना की जानकारी मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने मामले का संज्ञान लिया और आरोपी पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। अधिकारियों का कहना है,कि पुलिस पर हमला किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषी को कड़ी सज़ा दिलाई जाएगी।

नशे पर रोक की जरूरत

Cyber Fraud Case in Gorakhpur गोरखपुर में व्यापारी से ₹1.27 लाख की साइबर ठगी, वीडियो कॉल बना जाल

यह घटना एक बार फिर साबित करती है, कि नशा समाज के लिए किस कदर खतरनाक हो सकता है। गोरखपुर और आसपास के जिलों में अवैध शराब और नशे का कारोबार लंबे समय से एक गंभीर समस्या है। विशेषज्ञों का मानना है, कि जब तक इस पर रोक नहीं लगेगी, तब तक ऐसे हादसे होते रहेंगे।

स्थानीय लोगों की राय

गांव के एक बुजुर्ग ने कहा –

“आज पुलिस वाले बचे हैं, कल कोई आम आदमी होता तो शायद उसकी जान चली जाती। सरकार को नशे पर सख्ती करनी चाहिए।”

एक और निवासी ने बताया कि इलाके में कई युवक नशे के आदी हो गए हैं, और इस वजह से आए दिन विवाद होते रहते हैं।

गोरखपुर में पुलिसकर्मियों पर हुआ यह हमला महज एक आपराधिक घटना नहीं है, बल्कि यह उस बड़े खतरे का संकेत है,जो नशे और अपराध के रूप में समाज को खोखला कर रहा है।

Gorakhpur Police Attack पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है, लेकिन यह घटना सवाल छोड़ जाती है – आखिर कब तक पुलिस और आम जनता दोनों ही ऐसे हमलों का शिकार होते रहेंगे? ज़रूरत है, कि नशे पर नकेल कसी जाए और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई हो, ताकि खाकी का सम्मान और समाज का विश्वास दोनों कायम रह सके।

 

 

Google search engine
akhtar husain https://newsdilsebharat.net

न्यूज़ दिल से भारत के पाठकों से अनुरोध है कि अगर आप सच्ची और अच्छी ख़बरें पढ़ना चाहते हैं तो न्यूज़ दिल से भारत को सहयोग करें ताकि निष्पक्ष पत्रकारिता करने में हमारे सामने जो बाधाये आती है हम उनको पार कर सके सच्ची और अच्छी खबरें आप तक पहुंचा सके

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours