लग्जरी लाइफ के चक्कर में बरबादी: शिक्षित परिवार का बेटा रौशन बड़े Cyber Crime Case में गिरफ्तार, पुलिस ने खोला पूरा नेटवर्क
गोरखपुर में शिक्षित परिवार का बेटा रौशन लग्जरी लाइफ के लिए Cyber Crime Case में पकड़ा गया। पुलिस जांच, नेटवर्क, ठगी के तरीके, बरामदगी और कार्रवाई की पूरी कहानी यहाँ पढ़ें।
गोरखपुर के गूलरियाखोर नारायणपुर इलाके में रहने वाला रौशन, एक बेहद सम्मानित और पढ़े लिखे परिवार का बेटा था। पिता शिक्षक, भाई बहन शिक्षित, घर में किसी चीज़ की कमी नहीं थी। इसके बावजूद रौशन ने लग्जरी लाइफ के चक्कर में खतरनाक रास्ता चुन लिया और एक बड़े Cyber Crime Case में फँसकर जेल पहुँच गया। ग्रामीणों और परिवार वालों का कहना है, कि वह गलत संगत में पड़कर आसान पैसे का लालच पाल बैठा था, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि वह साइबर अपराध जैसे जाल में उतर जाएगा।

पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि रौशन लंबे समय से ऑनलाइन ठगी कर रहा था। वह इंटरनेट कॉलिंग सिस्टम, कई मोबाइल नंबर और नए नए सिम कार्ड का इस्तेमाल करता था ताकि लोकेशन ट्रैक न हो सके। साइबर टीम के मुताबिक, वह लगभग रोज़ 2,000 से 5,000 रुपये तक कमाता था और धीरे धीरे एक पूरा फ्रॉड नेटवर्क बना चुका था। यही कारण था कि मामला गंभीर Cyber Crime Case में बदल गया।
गिरफ्तारी उस समय हुई जब साइबर सुरक्षा टीम और एसओजी को कई राज्यों से लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इंस्पेक्टर शैलेंद्र त्रिपाठी की अगुवाई में टीम ने डिजिटल एविडेंस, कॉल रिकॉर्ड, लोकेशन और डेटा पैटर्न के आधार पर रौशन को दबोच लिया। यह छापेमारी सोशल इंजीनियरिंग फ्रॉड और इंटरनेट कॉलिंग स्कैम से जुड़े एक व्यापक अभियान का हिस्सा थी। पुलिस ने उसके पास से कई मोबाइल, सिम कार्ड, डिजिटल रिकॉर्ड और इंटरनेट कॉलिंग ऐप्स का डेटा बरामद किया, जो अब इस Cyber Crime Case में अहम सबूत हैं।
जांच के दौरान पता चला कि रौशन सरकारी योजनाओं के नाम पर लोगों को कॉल करता था। वह कहता था कि उनकी स्कीम का लाभ रुक गया है या आधार सत्यापन दोबारा करना है, और इसी बहाने वह OTP, बैंक डिटेल और अन्य जानकारी हासिल कर लेता था। पुलिस ने पुष्टि की कि इसी तरीके से उसने कई राज्यों के लोगों से 10,20 हजार रुपये तक वसूले। यह सब करते हुए उसका परिवार पूरी तरह अंजान था कि घर का ही बेटा इतने बड़े Cyber Crime Case को अंजाम दे रहा था।
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गिरफ्तारी के बाद पूरा परिवार सदमे में है। पड़ोसियों के अनुसार, रौशन की माँ बीमार हो गईं और पिता बेहद टूट गए। ग्रामीणों का कहना है,कि उनका परिवार क्षेत्र में अत्यंत सम्मानित माना जाता है, लेकिन रौशन ने गलत संगत के कारण अपनी और परिवार की साख दाँव पर लगा दी। पुलिस ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है, कि यह Cyber Crime Case अकेला नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक बड़ा नेटवर्क छिपा हो सकता है।
अब पुलिस दूसरे संभावित साथियों, फर्जी अकाउंट्स, डिजिटल ट्रांजैक्शन और ऑनलाइन स्कैम लिंक की जांच कर रही है। टीम ने बताया कि कई डिजिटल फुटप्रिंट ऐसे मिले हैं, जिनके आधार पर आगे और गिरफ्तारी हो सकती है। साइबर यूनिट ने लोगों से अपील की है, कि किसी भी कॉल या मैसेज पर बैंक विवरण या OTP न दें। इस घटना ने प्रशासन को भी चेताया है, कि अब ग्रामीण इलाकों में भी साइबर अपराध तेजी से फैल रहा है, और इसके लिए जागरूकता आवश्यक है।
गिरफ्तारी के बाद रौशन को कोर्ट में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस उसकी डिजिटल गतिविधियों, संपर्कों, कॉल पैटर्न और बैंक डिटेल की गहन जांच कर रही है। अधिकारियों ने साफ कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं बल्कि बड़ा Cyber Crime Case है, जिसमें कई लोग जुड़े हो सकते हैं। रौशन ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसे लग्जरी लाइफ से मोह था और वह जल्दी पैसे कमाना चाहता था। हालांकि, इस लालच ने उसकी जिंदगी और परिवार की प्रतिष्ठा दोनों को बर्बाद कर दिया।
Disclaimer यह लेख पुलिस रिपोर्ट, जांच दस्तावेज़ और मीडिया स्रोतों पर आधारित है। किसी भी आरोपी को कोर्ट द्वारा दोष सिद्ध होने तक निर्दोष माना जाता है। यह लेख केवल जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है।
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