Fake IAS Gaurav Kumar Case, गोरखपुर में फर्जी IAS का खुलासा, करोड़ों की ठगी, 4 गर्लफ्रेंड और SDM थप्पड़ विवाद

Written by: akhtar husain

Published on:

Google News
Follow Us

MSC पास ट्यूशन टीचर कैसे बना Fake IAS Gaurav Kumar Case 5 राज्यों में फैला नेटवर्क, 4 गर्लफ्रेंड और 3 प्रेग्नेंट; SDM को मारा थप्पड़, फिर ऐसे हुआ भंडाफोड़

Fake IAS Gaurav Kumar Case: MSC पास ट्यूशन टीचर बना फर्जी IAS, 5 राज्यों में नेटवर्क, 4 गर्लफ्रेंड, 3 प्रेग्नेंट, करोड़ों की ठगी, गोरखपुर में गिरफ्तारी, AI से फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार

देश को हिलाकर रख देने वाले Fake IAS Gaurav Kumar Case का खुलासा गोरखपुर में तब हुआ जब पुलिस और खुफिया विभाग ने एक साधारण ट्यूशन टीचर द्वारा बनाई गई करोड़ों की फर्जी IAS दुनिया को सामने लाया। सीतामढ़ी (बिहार) का रहने वाला गौरव कुमार सिंह उर्फ ललित किशोर सिर्फ MSC पास था, लेकिन खुद को IAS बनाकर उसने ऐसा नेटवर्क बनाया कि यूपी, बिहार, झारखंड, दिल्ली और नेपाल तक उसका असर फैल गया। गनर, सरकारी गाड़ियां, हूटर, निरीक्षण, फर्जी टेंडर हर चीज वैसी ही जैसे असली आईएएस अफसर करते हैं। इसीलिए Fake IAS Gaurav Kumar Case चर्चा में छा गया।

Fake IAS Gaurav Kumar Case, गोरखपुर में फर्जी IAS का खुलासा, करोड़ों की ठगी, 4 गर्लफ्रेंड और SDM थप्पड़ विवाद
Fake IAS Gaurav Kumar Case, गोरखपुर में फर्जी IAS का खुलासा, करोड़ों की ठगी, 4 गर्लफ्रेंड और SDM थप्पड़ विवाद

गौरव हर महीने लगभग 5 लाख रुपये अपने ‘IAS भौकाल’ पर खर्च करता था। उसके साथ 10 से 15 लोग “सिक्योरिटी स्टाफ” के नाम पर साये की तरह चलते थे। वह सफेद इनोवा पर लाल नीली बत्ती लगाकर निरीक्षण करता था। कई जिलों के अधिकारी और ठेकेदार उसके प्रभाव में आ गए क्योंकि वह खुद को केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त अधिकारी बताता था। इसी दौरान Fake IAS Gaurav Kumar Case की सबसे बड़ी कड़ी तब सामने आई जब बिहार के भागलपुर में उसका असली चरित्र उजागर होना शुरू हुआ।

भागलपुर के एक गांव में फर्जी निरीक्षण के दौरान जब असली SDM पहुंचे और उन्होंने गौरव से बैज, रैंक और पोस्टिंग के बारे में सवाल पूछा, तो गौरव ने गुस्से में SDM को दो थप्पड़ मार दिए। यह घटना इतनी चौंकाने वाली थी कि कई विभागों को उस पर संदेह होने लगा। हालांकि SDM ने तुरंत मामले की शिकायत नहीं की, लेकिन इस घटना ने Fake IAS Gaurav Kumar Case की जांच को तेज कर दिया। पुलिस को शक हुआ कि यह कोई बड़ा ठग है, न कि अधिकारी।

जांच के दौरान गौरव के मोबाइल फोन से पुलिस को 4 लड़कियों के साथ उसकी चैट मिली। जानकारी में सामने आया कि चारों उसकी गर्लफ्रेंड थीं और उनमें से तीन गर्लफ्रेंड प्रेग्नेंट थीं। सभी उसे असली IAS समझ रही थीं। गौरव पहले से शादीशुदा था और उसने अपनी शादी की बात हर रिश्ते से छिपाई हुई थी। यह खुलासा भी Fake IAS Gaurav Kumar Case का बेहद चौंकाने वाला हिस्सा बना।

AI तकनीक का दुरुपयोग कर गौरव ने सरकारी नोटिफिकेशन, फर्जी टेंडर, सरकारी पत्र, फर्जी अखबार कटिंग और विभागीय आदेश तैयार किए। उसके नेटवर्क में उसका साला अभिषेक और एक दूसरा व्यक्ति परमानंद गुप्ता शामिल थे। इन तीनों ने मिलकर बड़े बिल्डरों व ठेकेदारों को सरकारी प्रोजेक्ट दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी की। 450 करोड़ का टेंडर दिलाने का वादा कर एक ठेकेदार से 5 करोड़ रुपये और दो इनोवा कारें हड़प लीं। यह जालसाजी भी Fake IAS Gaurav Kumar Case की बड़ी वजह बनी।

MSC करने के बाद गौरव DIOS बनना चाहता था, लेकिन असफल रहने पर उसने कोचिंग शुरू कर दी। 2022 में ‘आदित्य सुपर-50’ नाम से कोचिंग खोलकर छात्रों को नौकरी दिलाने का झांसा देना शुरू किया। पहली ठगी में उसने 2 लाख रुपये वसूले और फिर एक साल के लिए गायब हो गया। इसके बाद वह IAS अधिकारी बनकर सामने आया और यहीं से Fake IAS Gaurav Kumar Case की असली कहानी शुरू हुई।

IAS जैसी पहचान बनाने के लिए वह दो गाड़ियों में घूमता था एक में वह, दूसरी में फर्जी सुरक्षा कर्मी। हूटर, बत्ती और स्टाफ लेकर गांव गांव निरीक्षण करता था। कई बार स्कूलों और सरकारी विभागों में जाकर खुद को “18 जिलों की मॉनिटरिंग के लिए केंद्र से भेजा अधिकारी” बताता था। DM की तरह बैठकर फोटोशूट करवाता था। वह जहां जाता, लोग उसे असली अधिकारी समझते और पूरा सम्मान देते।

जब एक ठेकेदार का करोड़ों रुपये डूब गए, तो वह गौरव के पीछे पड़ गया। भागने के डर से गौरव लखनऊ छोड़कर गोरखपुर आ गया और गुलरिहा इलाके में पत्नी-बच्चे के साथ किराए के मकान में रहने लगा। घर के बाहर “IAS गौरव कुमार” का बड़ा बोर्ड लगा था। तीन महीने तक खुफिया विभाग और गुलरिहा पुलिस ने उसकी निगरानी की और आखिरकार Fake IAS Gaurav Kumar Case में गौरव को गिरफ्तार कर लिया गया।

यह पूरा मामला साबित करता है,कि आज AI आधारित दस्तावेज और सोशल मीडिया के जरिए एक साधारण व्यक्ति भी सिस्टम की कमजोरियों का फायदा उठाकर लाखों करोड़ों की ठगी कर सकता है। Fake IAS Gaurav Kumar Case देश के लिए एक चेतावनी है, कि फर्जी पहचान, भ्रष्ट संपर्क और डिजिटल जालसाजी किस हद तक फैल चुकी है। MSC पास एक कोचिंग टीचर ने जिस आसानी से IAS का रूप धरा और राज्य दर राज्य घोटाले किए, वह पूरे प्रशासनिक ढांचे पर गंभीर सवाल खड़े करता है।

डिस्क्लेमर यह रिपोर्ट विभिन्न मीडिया स्रोतों, पुलिस इनपुट, केस से जुड़े आधिकारिक दस्तावेज़ों और उपलब्ध प्राथमिक सूचनाओं के आधार पर तैयार की गई है। Fake IAS Gaurav Kumar Case से संबंधित सभी तथ्य, नाम, घटनाएँ और विवरण जांच एजेंसियों द्वारा जारी सूचनाओं पर आधारित हैं। किसी भी व्यक्ति, संस्था या विभाग की छवि को ठेस पहुँचाने का उद्देश्य नहीं है। जांच लंबित होने के कारण भविष्य में तथ्यों में बदलाव संभव है। पाठक किसी भी निष्कर्ष पर पहुँचने से पहले आधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार करें।

इसे भी पढ़े Fake IAS Officer Gaurav Kumar: गोरखपुर का ‘फर्जी IAS’ जिसने भरोसे को भी ठग लिया | Full Storyof Fraud in Gorakhpur

इसे भी पढ़े फर्जी IAS ने लौटाए मोकामा व्यापारी के रुपये! गोरखपुर जंक्शन से बरामद 99 लाख का सनसनीखेज खुलासा

akhtar husain

न्यूज़ दिल से भारत के पाठकों से अनुरोध है कि अगर आप सच्ची और अच्छी ख़बरें पढ़ना चाहते हैं तो न्यूज़ दिल से भारत को सहयोग करें ताकि निष्पक्ष पत्रकारिता करने में हमारे सामने जो बाधाये आती है हम उनको पार कर सके सच्ची और अच्छी खबरें आप तक पहुंचा सके

For Feedback - newsdilsebharat@gmail.com

Related News