UP Basti में ADM-SDM ने SIR Form Issue की जांच के दौरान BLO को फटकार लगाई। दारी दिह क्षेत्र में अचानक निरीक्षण, अन्य जिलों में भी फॉर्म भरने में लापरवाही के संकेत। पूरा अपडेट पढ़ें।
यूपी बस्ती में SDM का फूटा गुस्सा SIR Form Issue पर बढ़ी सख्ती
लोकतांत्रिक प्रक्रिया में मतदाता सूची की सटीकता बेहद महत्वपूर्ण होती है। लेकिन यूपी के बस्ती ज़िले की सदर तहसील के दारी दिह क्षेत्र में स्थिति बिल्कुल उलट दिखाई दी। ADM और SDM जब SIR फॉर्म की जमीनी हकीकत जानने बूथों पर अचानक पहुंचे, तो उन्हें कई जगह SIR Form Issue की गंभीर अनियमितताएँ दिखीं। अधूरे फॉर्म, गलत जानकारी, और कई जगह सर्वे शुरू भी नहीं हुआ था। यह देखकर SDM नाराज़ हो गए और BLO को कड़ी फटकार लगाई।
आम जनता ने भी पहली बार अधिकारियों को इतनी सख्ती से प्रतिक्रिया देते देखा। अधिकारियों का कहना था कि SIR Form Issue चुनावी प्रक्रिया में सबसे गंभीर लापरवाही है, और इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान क्या मिला क्यों भड़के ADM SDM
जब ADM और SDM दारी दिह के बूथों पर पहुंचे, तो उन्हें कई तथ्य चिंताजनक लगे। जगह-जगह BLO घर-घर जाकर सर्वे नहीं कर रहे थे, जबकि यह उनका प्रमुख दायित्व है। कई SIR फॉर्म अधूरे थे कुछ में उम्र गलत, कुछ में पता अधूरा, और कई में हस्ताक्षर तक नहीं थे। यह पूरी तस्वीर एक बड़े SIR Form Issue की ओर इशारा कर रही थी।
SDM ने कहा कि अगर BLO अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते, तो अंतिम मतदाता सूची में भारी त्रुटियाँ रह जाती हैं। ADM ने भी चेतावनी दी कि इस तरह के SIR Form Issue मिलने पर निलंबन या विभागीय कार्रवाई तय है। इस निरीक्षण के बाद पूरे क्षेत्र के BLO सतर्क हो गए और कई जगह तुरंत फॉर्म अपडेट शुरू कर दिया गया।
दूसरे जिलों में SIR Form Issue की स्थिति क्या हालात बेहतर हैं?
इस घटना के बाद लोगों में चर्चा शुरू हो गई कि क्या सिर्फ बस्ती में ही SIR Form Issue है, या अन्य जिलों में भी यही स्थिति है। ताज़ा अपडेट बताते हैं, कि कई जिलों में SIR फॉर्म भरने का कार्य धीमी गति से चल रहा है। कुछ जिलों में BLO सिर्फ कागज़ी खानापूर्ति कर रहे हैं, जबकि कुछ जगह सर्वे अभी तक शुरू भी नहीं हुआ है।
चुनाव आयोग पहले ही निर्देश दे चुका है,कि BLO को हर घर में तीन बार विज़िट करना अनिवार्य है। परंतु ग्राउंड रिपोर्ट्स से पता चलता है,कि कई जिलों में SIR Form Issue अभी भी मौजूद है। प्रशासन अगले कुछ दिनों में कई जगह अचानक निरीक्षण बढ़ाने की योजना बना रहा है, ताकि मतदाता सूची समय पर और पूरी सटीकता के साथ तैयार की जा सके।

SIR फॉर्म क्यों महत्वपूर्ण है, जनता के लिए इसका क्या अर्थ है
SIR फॉर्म सिर्फ एक सामान्य दस्तावेज़ नहीं है, बल्कि यह लोकतांत्रिक अधिकारों की नींव है। इसी फॉर्म के आधार पर तय होता है, कि किस नए मतदाता का नाम जोड़ा जाएगा किसका नाम हटेगा किसकी जानकारी अपडेट होगी कौन किस बूथ का वास्तविक निवासी है,
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यदि BLO सही सर्वे नहीं करते, तो सबसे बड़ा नुकसान आम जनता को होता है। कई बार लोग मतदान वाले दिन पता लगने पर कि उनका नाम सूची में नहीं है, बेहद निराश हो जाते हैं, और यह वही SIR Form Issue होता है,जो अनदेखा रह जाता है।
इसीलिए प्रशासन चाहता है,कि फॉर्म सटीकता से भरा जाए, ताकि कोई भी नागरिक अपने मतदान अधिकार से वंचित न हो।
बस्ती की घटना के बाद संभावित बदलाव प्रशासन ने दिए संकेत
बस्ती की इस घटना ने पूरे जिले में सख्त संदेश भेज दिया है। अब BLO को समय पर सर्वे करने, सही जानकारी दर्ज करने और SIR Form Issue को पूरी तरह खत्म करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस कार्रवाई को देखते हुए संभावना है,कि आने वाले दिनों में बाकी जिलों में भी ADM और SDM टीमें अचानक निरीक्षण करेंगी। चुनाव आयोग भी अब ग्राउंड लेवल सर्वे और एनालिसिस पर अधिक ध्यान दे रहा है, ताकि मतदाता सूची त्रुटिरहित तैयार हो सके।
यह कदम न केवल प्रशासनिक मजबूती बढ़ाएगा, बल्कि जनता में भी भरोसा मजबूत करेगा कि उनका वोट सुरक्षित है, और उनकी पहचान सही दर्ज की जा रही है।
Disclaimer: इस लेख का उद्देश्य उपलब्ध जानकारी, प्रशासनिक अपडेट और ग्राउंड रिपोर्ट के आधार पर सूचना देना है। अंतिम निर्णय और आधिकारिक पुष्टि संबंधित सरकारी विभाग ही करेगा।












