Ballia principal shot dead सोने की चेन लूटने का विरोध करने पर प्रधानाचार्य देवेंद्र यादव की गोली मारकर हत्या
Ballia principal shot dead बलिया में दिनदहाड़े नकाबपोश बदमाशों ने प्रधानाचार्य देवेंद्र यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। सोने की चेन लूट का विरोध करने पर यह वारदात हुई। पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपियों की तलाश तेज कर दी है।
Ballia principal shot dead उभांव थाना क्षेत्र में मंगलवार दोपहर नकाबपोश बदमाशों ने प्रधानाचार्य को दिनदहाड़े गोली मारी; इलाज के दौरान मौत, पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले इलाके में दहशत और आक्रोश
Ballia principal shot dead टाइमलाइन (घटना-दर-घटना)

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16 सितंबर 2025, दोपहर 3:30 बजे – बलिया जिले के उभांव थाना क्षेत्र, लार मार्ग पर घटना हुई।
3:35 बजे – तीन नकाबपोश बाइक सवार बदमाशों ने प्रधानाचार्य और शिक्षिका से सोने की चेन छीनने की कोशिश की।
3:36 बजे – विरोध करने पर बदमाशों ने पिस्टल से हेलमेट के पास सटाकर गोली मारी, जो देवेंद्र यादव के चेहरे पर लगी।
3:40 बजे – स्थानीय लोगों ने घायल प्रधानाचार्य को सीयर सीएचसी पहुंचाया।
4:00 बजे – डॉक्टरों ने हालत गंभीर देख जिला अस्पताल रेफर किया।
5:15 बजे – मऊ ले जाते समय इलाज के दौरान देवेंद्र यादव की मौत हो गई।
6:00 बजे – पुलिस ने घटनास्थल से लेकर आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए।
रात 8:00 बजे – एसपी बलिया ने बयान दिया कि आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है।
Ballia principal shot dead घटनाक्रम विस्तार से

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मंगलवार की दोपहर भरौली राजकीय कंपोजिट स्कूल के प्रधानाचार्य देवेंद्र यादव (45 वर्ष) अपनी सहकर्मी शिक्षिका कंचन सिंह के साथ बाइक से देवरिया से बलिया लौट रहे थे।
जैसे ही वे उभांव थाना क्षेत्र के लार मार्ग पर पहुंचे, वहां पहले से घात लगाए बैठे तीन नकाबपोश बदमाश बाइक से उनके पास आ धमके। बदमाशों ने शिक्षिका और प्रधानाचार्य की सोने की चेन छीनने की कोशिश की।
Ballia principal shot dead देवेंद्र यादव ने साहस दिखाते हुए लूट का विरोध किया। इसी बीच एक बदमाश ने पिस्टल निकालकर उनकी हेलमेट के पास सटाकर गोली चला दी। गोली उनके चेहरे को चीरती हुई निकल गई। गंभीर रूप से घायल होकर वे सड़क पर गिर पड़े।
Ballia principal shot dead गवाह का बयान
शिक्षिका कंचन सिंह, जो उनके साथ मौजूद थीं, ने पुलिस को बताया:
“बदमाशों ने अचानक हमला किया और चेन झपटने लगे। देवेंद्र सर ने विरोध किया तो उन्होंने पिस्टल निकाल ली। एक बदमाश ने सीधे हेलमेट के पास गोली चलाई। सब कुछ कुछ ही सेकंड में हुआ। हम दोनों चीख पड़े, लेकिन तब तक वे भाग निकले।”
Ballia principal shot dead स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। राहगीरों और ग्रामीणों ने घायल प्रधानाचार्य को तत्काल पास के सीयर सीएचसी पहुंचाया। लेकिन हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल और फिर मऊ रेफर कर दिया। रास्ते में उनकी मौत हो गई।
ग्रामीणों का कहना है,कि “दिनदहाड़े बदमाशों का इस तरह हमला करना पुलिस गश्त की नाकामी है।”
Ballia principal shot dead पुलिस की कार्रवाई
बलिया पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने कहा:
“यह अत्यंत गंभीर घटना है। आरोपियों की पहचान के लिए स्पेशल टीम बनाई गई है। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा।”
उभांव थाना प्रभारी ने बताया कि “प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। टीम लगातार दबिश दे रही है। बहुत जल्द अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा।”
“गुंडाराज” पर सवाल
यह वारदात ऐसे समय में हुई है, जब उत्तर प्रदेश सरकार कानून-व्यवस्था को लेकर लगातार दावा करती है कि प्रदेश अपराध-मुक्त हो रहा है। लेकिन बलिया जैसी घटनाएँ यह सवाल खड़ा करती हैं, कि आखिर दिनदहाड़े हथियारबंद बदमाश इतनी आसानी से कैसे वारदात कर जाते हैं।
स्थानीय लोगों और शिक्षकों ने इसे सीधे तौर पर “गुंडाराज” की मिसाल बताते हुए कहा कि अब कोई भी व्यक्ति सुरक्षित महसूस नहीं करता।
परिवार का शोक और समाज का आक्रोश
देवेंद्र यादव अपने पीछे पत्नी और दो बच्चों को छोड़ गए हैं। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने कहा है:
“हमने एक ईमानदार और साहसी इंसान को खो दिया। सरकार और प्रशासन से मांग है, कि दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और सख्त से सख्त सजा दी जाए।”
इलाके में शोक और आक्रोश दोनों है। लोग सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं,और न्याय की मांग कर रहे हैं।
आगे की कार्रवाई और सवाल
1. आरोपियों की गिरफ्तारी कब तक?
2. क्या सीसीटीवी फुटेज में आरोपियों की तस्वीरें साफ आई हैं?
3. क्या पुलिस गश्त और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा?
4. क्या पीड़ित परिवार को मुआवजा और सुरक्षा दी जाएगी?
निष्कर्ष
बलिया की यह वारदात सिर्फ एक व्यक्ति की हत्या नहीं, बल्कि समाज के भरोसे पर हमला है। दिनदहाड़े गोली चलना और बदमाशों का फरार हो जाना आम जनता के मन में गहरी असुरक्षा पैदा करता है।
जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होते और उन पर सख्त कार्रवाई नहीं होती, तब तक यह सवाल बना रहेगा कि क्या यूपी में सचमुच कानून का राज है, या फिर जनता को अपने बल पर ही सुरक्षा का इंतज़ाम करना पड़ेगा
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