Chhindwara Cough Syrup Deaths कफ सिरप से 11 मासूमों की मौत डॉक्टर प्रवीन सोनी गिरफ्तार, ‘कोल्ड्रिफ सिरप’ बनाने वाली श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स पर बैन अब यूपी में भी उठी रोक की मांग
Chhindwara Cough Syrup Deaths मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने से 11 मासूमों की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया। डॉक्टर प्रवीन सोनी गिरफ्तार, सिरप बनाने वाली श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स पर बैन। जांच में पाया गया जहरीला केमिकल, अब यूपी सहित कई राज्यों में रोक की मांग उठी।
इलाज के नाम पर मौत मध्य प्रदेश में 11 बच्चों की जान लेने वाला कफ सिरप बना खतरा

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से आई यह खबर पूरे देश को झकझोर देने वाली है।
जहां एक कफ सिरप, जो खांसी ठीक करने के लिए दी जाती थी, 11 मासूम बच्चों की मौत का कारण बन गया।
मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।
इस सिरप का प्रिस्क्रिप्शन डॉक्टर प्रवीन सोनी ने लिखा था, जिन्हें अब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
यह वही कफ सिरप है जिसे श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स कंपनी ने बनाया था।
कंपनी का ‘कोल्ड्रिफ कफ सिरप (Coldref Cough Syrup)’ अब पूरे राज्य में बैन कर दिया गया है।
Chhindwara Cough Syrup Deaths कैसे हुआ हादसा खांसी के सिरप ने ले ली 11 नन्हीं जानें

घटना की शुरुआत तब हुई जब छिंदवाड़ा और आसपास के क्षेत्रों में कई बच्चों को खांसी और सर्दी जुकाम की शिकायत हुई।
डॉक्टर प्रवीन सोनी ने बच्चों को “कोल्ड्रिफ कफ सिरप” लेने की सलाह दी।
लेकिन कुछ ही घंटे बाद बच्चों की हालत बिगड़ने लगी
उल्टी, पेट दर्द, और किडनी फेल्योर जैसे लक्षण सामने आए।
परिवारों ने तुरंत बच्चों को अस्पताल पहुंचाया,
लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
11 मासूम बच्चों की मौत हो गई।
Chhindwara Cough Syrup Deaths जांच में बड़ा खुलासा सिरप में मिला ‘जहर’ जैसा केमिकल
जांच के लिए जब ड्रग कंट्रोलर और फॉरेंसिक टीम ने कोल्ड्रिफ सिरप के सैंपल लिए,
तो रिपोर्ट ने चौंका देने वाला सच सामने लाया।
सिरप में पाया गया था डाइथिलीन ग्लाइकोल (Diethylene Glycol)
एक ऐसा रसायन जो मानव शरीर के लिए ज़हर है।
यह केमिकल बच्चों के लिवर, किडनी और नर्वस सिस्टम को बुरी तरह प्रभावित करता है।
यही केमिकल पहले भी गैम्बिया, उज्बेकिस्तान, और इंडोनेशिया में
दवा से जुड़ी बच्चों की मौतों में पाया जा चुका है।
Chhindwara Cough Syrup Deaths आरोपी डॉक्टर प्रवीन सोनी पर क्या कार्रवाई हुई
Chhindwara Cough Syrup Deaths छिंदवाड़ा पुलिस ने डॉक्टर प्रवीन सोनी को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोप है,कि उन्होंने बिना दवा की गुणवत्ता या बैच नंबर की जांच किए
बच्चों को कोल्ड्रिफ सिरप का प्रिस्क्रिप्शन लिख दिया।
उन पर निम्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है।
भारतीय दंड संहिता की धारा 304A (लापरवाही से मृत्यु)
ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940
बाल अधिकार कानून (POCSO के तहत अतिरिक्त जांच)
पुलिस ने डॉक्टर के क्लिनिक से सैकड़ों बोतलें जब्त की हैं,
जो उसी कंपनी की बताई जा रही हैं।
Chhindwara Cough Syrup Deaths कंपनी श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स पर सरकार का बड़ा एक्शन
मामले के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स कंपनी के सभी उत्पादों पर तुरंत बैन लगा दिया।
स्वास्थ्य मंत्री ने खुद आदेश जारी करते हुए कहा
“ऐसी कंपनी जो बच्चों की जान खतरे में डाल रही है, उसका एक भी प्रोडक्ट बाजार में नहीं रहना चाहिए।”
सिर्फ कोल्ड्रिफ नहीं, बल्कि कंपनी के अन्य उत्पादों जैसे
Coldfree, Babycold, और Mefcold Syrup के बैच भी जांच के घेरे में हैं।
Chhindwara Cough Syrup Deaths क्या यह दवा अन्य राज्यों में भी बिक रही थी
जांच में यह बात सामने आई है, कि कोल्ड्रिफ सिरप
सिर्फ मध्य प्रदेश ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों में भी बिक रही थी।
कई मेडिकल स्टोर्स और थोक दवा विक्रेताओं ने माना कि यह सिरप
“कम दाम और तेज असर” के कारण गांवों में खूब बिकता था।
अब स्वास्थ्य विभाग ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है,कि
इस कंपनी की सभी दवाओं को तुरंत बाजार से हटाया जाए और
गांव-गांव में मेडिकल निरीक्षण अभियान चलाया जाए ताकि
किसी और बच्चे की जान खतरे में न पड़े।
Chhindwara Cough Syrup Deaths माता पिता का दर्द “हमने इलाज कराया, मौत मिल गई”
छिंदवाड़ा के उस गांव में जहां पहली मौत हुई,
आज भी मातम पसरा है।
रोती हुई एक माँ ने कहा
“डॉक्टर ने कहा सिरप से बच्चा ठीक हो जाएगा,
लेकिन वही सिरप मेरे लाल को ले गया…”
यह शब्द सुनकर हर कोई भावुक हो जाता है।
मामला सिर्फ लापरवाही नहीं, बल्कि भरोसे की हत्या जैसा है।
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Chhindwara Cough Syrup Deaths अब क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
1. SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) बनाई गई है.जो डॉक्टर, दवा कंपनी और डिस्ट्रीब्यूटर तीनों की जांच करेगी।
2. दवा नियंत्रण प्राधिकरण (Drug Controller General of India) ने इस कंपनी की लाइसेंस समीक्षा शुरू की है।
3. उत्तर प्रदेश सरकार से भी मांग उठी है, कि वह तुरंत
श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स के प्रोडक्ट्स पर रोक लगाए,
ताकि गांवों में बिक रही यह दवा किसी और मासूम की जान न ले।
4. FSSAI और हेल्थ मिनिस्ट्री ने राज्यों को चेतावनी जारी की है, कि
बिना लेबल और ब्रांड सत्यापन के कोई भी सिरप बेचा न जाए।
Chhindwara Cough Syrup Deaths अब जरूरी है जवाबदेही
यह हादसा हमें एक बार फिर याद दिलाता है,कि
दवा उद्योग में मानवीय लापरवाही कितनी खतरनाक हो सकती है।
सरकार, दवा कंपनियां और डॉक्टर सभी को मिलकर
ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकनी होगी।
हर परिवार का हक है, कि उन्हें सुरक्षित इलाज और भरोसेमंद दवा मिले,
न कि एक ऐसी दवा जो मौत का पैगाम बन जाए।
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में हुआ यह कफ सिरप कांड
भारत के स्वास्थ्य सिस्टम की एक कड़वी सच्चाई उजागर करता है।
जहां लापरवाही, भ्रष्टाचार और निगरानी की कमी ने
11 मासूमों की जान ले ली।
अब देशभर के लिए यह चेतावनी है कि
अगर समय रहते सख्त कदम नहीं उठाए गए,
तो अगला हादसा किसी और राज्य में दोहराया जा सकता है।
Disclaimer:
यह लेख केवल सूचनात्मक और जनहित के उद्देश्य से लिखा गया है।
इसमें दी गई जानकारी विश्वसनीय सूत्रों और सरकारी जांच रिपोर्टों पर आधारित है।
किसी व्यक्ति, डॉक्टर या संस्था की मानहानि करना इसका उद्देश्य नहीं है।
अंतिम निर्णय न्यायालय और संबंधित स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट पर निर्भर करेगा।
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