Gorakhpur Land Dispute Yashpal Singh Rawat गोरखपुर में खून सनी जमीन: पूर्व विधायक और पट्टीदारों में भाला फरसा चल गया, तीन घायल जमीन विवाद ने फिर उगली हिंसा
Gorakhpur Land Dispute Yashpal Singh Rawat गोरखपुर के सहजनवां क्षेत्र के भीटीरावत गांव में भूमि विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। पूर्व विधायक यशपाल सिंह रावत और पट्टीदारों के बीच भाला फरसा चल गया, जिसमें तीन लोग घायल हो गए। पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।
गोरखपुर में एक बार फिर ज़मीन का विवाद खून में रंग गया। सत्ता की पहचान और रिश्तेदारी की रंजिश जब आमने सामने आई, तो फरसे और भाले बोल पड़े। शनिवार को सहजनवां क्षेत्र के भीटीरावत गांव में पूर्व विधायक यशपाल सिंह रावत और उनके पट्टीदारों के बीच मारपीट हो गई, जिसमें तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह विवाद वर्षों से चली आ रही भूमि पर अधिकार की लड़ाई का परिणाम बताया जा रहा है।

Gorakhpur Land Dispute Yashpal Singh Rawat घटना की शुरुआत मिट्टी बराबर कराने से शुरू हुआ बवाल
शनिवार सुबह का वक्त था। पूर्व विधायक यशपाल सिंह रावत के मैनेजर विनोद यादव मजदूरों के साथ पूर्व विधायक की ज़मीन पर गिरी हुई मिट्टी को बराबर करा रहे थे। सबकुछ सामान्य चल रहा था कि तभी पूर्व विधायक के पट्टीदार (परिवार के ही अन्य सदस्य) वहां पहुंच गए।
देखते ही देखते दोनों पक्षों में बहस शुरू हुई और मामला इतना बढ़ गया कि पट्टीदारों ने धारदार हथियार, भाला और फरसा निकाल लिया। विनोद यादव ने बताया कि उन्होंने समझाने की कोशिश की, लेकिन तभी एक हमलावर ने भाला उठाकर उन पर वार कर दिया।
Gorakhpur Land Dispute Yashpal Singh Rawat पलभर में तकरार ने ले लिया हिंसक रूप
चश्मदीदों के मुताबिक, दोनों पक्षों में पहले गाली गलौज हुई, उसके बाद लाठी-डंडे और धारदार हथियार चलने लगे।
गांव की गलियों में चीख पुकार मच गई। लोग भागकर घरों में घुस गए। पूर्व विधायक यशपाल सिंह रावत, उनके मैनेजर और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गए।
तीनों को तुरंत सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) सहजनवां पहुंचाया गया, जहां से विनोद यादव की गंभीर हालत देखकर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
Gorakhpur Land Dispute Yashpal Singh Rawat स्थानीय ग्रामीणों का कहना है,कि यह विवाद नया नहीं है। पिछले कई महीनों से जमीन की मेड़ और हिस्सेदारी को लेकर तनाव बना हुआ था। दोनों पक्ष पहले भी एक-दूसरे पर धमकाने और कब्जे की कोशिशों के आरोप लगा चुके हैं।
Gorakhpur Land Dispute Yashpal Singh Rawat पुलिस पहुंची मौके पर मुकदमा दर्ज
घटना की जानकारी मिलते ही सहजनवां थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों से पूछताछ की।
पूर्व विधायक के मैनेजर विनोद यादव की ओर से दी गई तहरीर में लिखा है, कि
“हम सुबह मिट्टी बराबर करा रहे थे, तभी पट्टीदार धारदार हथियार लेकर आ गए। भाला और फरसा से हमला कर दिया। पूर्व विधायक पर भी जानलेवा हमला किया गया और अभद्रता की गई।”
वहीं दूसरी ओर पट्टीदार पक्ष ने भी पुलिस को तहरीर देकर उलटा आरोप लगाया कि हमला पहले पूर्व विधायक के लोगों ने किया।
Gorakhpur Land Dispute Yashpal Singh Rawat दोनों की तहरीरें दर्ज होने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है, और मामले की जांच शुरू कर दी है।
थाना प्रभारी सहजनवां ने बताया
“दोनों पक्षों की ओर से मारपीट की तहरीर मिली है। फिलहाल तीन लोग घायल हैं, एक की हालत गंभीर है। मौके पर शांति बनाए रखी गई है, जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।”
पुराने विवाद की जड़ सत्ता, ज़मीन और अहंकार
गांव के लोगों के अनुसार, यह जमीन का टुकड़ा लंबे समय से विवादित है। पूर्व विधायक और उनके पट्टीदारों के बीच बांटवारे और अधिकार को लेकर कई बार पंचायतें हुईं लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
पूर्व विधायक का राजनीतिक रसूख और दूसरी ओर परिवार के अंदरूनी विवाद यह मेल अब हिंसा में बदल गया।
गांव वालों का कहना है, कि दोनों पक्षों के बीच तनाव इतना गहरा है, कि छोटी छोटी बात पर भी माहौल बिगड़ जाता है। पुलिस और प्रशासन को पहले ही सतर्क रहना चाहिए था।
Gorakhpur Land Dispute Yashpal Singh Rawat घायल कौन-कौन हुए
1. विनोद यादव पूर्व विधायक का मैनेजर, गंभीर रूप से घायल, जिला अस्पताल रेफर।
2. पूर्व विधायक यशपाल सिंह रावत हाथ और कंधे में चोटें आईं।
3. पट्टीदार पक्ष का एक सदस्य सिर और पैर में चोट, सीएचसी में भर्ती।
डॉक्टरों के अनुसार, तीनों फिलहाल खतरे से बाहर हैं, लेकिन विनोद यादव की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
Gorakhpur Land Dispute Yashpal Singh Rawat लोगों में आक्रोश, गांव में तनाव
घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। पुलिस ने किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए अतिरिक्त फोर्स तैनात की है।
स्थानीय निवासियों का कहना है
“जमीन तो सबकी होती है, लेकिन लड़ाई में रिश्ते खत्म हो रहे हैं। एक ही परिवार के लोग एक दूसरे पर फरसा चला रहे हैं, इससे बड़ा दुःख क्या होगा।”
Gorakhpur Land Dispute Yashpal Singh Rawat प्रशासन की प्रतिक्रिया
सीओ सहजनवां ने बताया कि दोनों पक्षों के बयान लिए जा रहे हैं।
“यह मामला भूमि विवाद से जुड़ा है। जांच के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। गांव में शांति व्यवस्था बहाल है।”
यह घटना सिर्फ एक जमीन विवाद नहीं, बल्कि समाज के उस कड़वे सच को दिखाती है, जहां अहंकार और सत्ता की दीवारें रिश्तों से ऊँची हो गई हैं।
रिश्ते जो कभी एक साथ त्योहार मनाते थे, अब फरसे और भाले लेकर एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए हैं।
गोरखपुर की यह मिट्टी अब इंसानियत से नहीं, रंजिश और खून की बू से सनी हुई है।
Disclaimer:
यह लेख उपलब्ध मीडिया रिपोर्ट्स और स्थानीय सूत्रों पर आधारित है। जांच जारी है, इसलिए कुछ विवरण आगे बदल सकते हैं। पाठक कृपया किसी भी अंतिम निष्कर्ष से पहले पुलिस या प्रशासन की आधिकारिक जानकारी देखें।
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