Looteri Dulhan Kajal Case मथुरा की ‘लुटेरी दुल्हन’ काजल की गिरफ्तारी: प्यार का झांसा, शादी का नाटक और फिर लूट का खेल उजागर
मथुरा की लुटेरी दुल्हन काजल को हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया। Looteri Dulhan Kajal Case में काजल ने तीन राज्यों के युवकों को प्यार में फंसाकर शादी की और लाखों रुपये व गहने लेकर फरार हो गई। जानिए कैसे पुलिस ने इस शातिर दुल्हन को पकड़ लिया।
जब मोहब्बत बनी साज़िश: काजल का खेल तीन राज्यों में फैला था

मथुरा की रहने वाली लुटेरी दुल्हन काजल आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गई। एक साल से फरार चल रही काजल को बुधवार को हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया। इस Looteri Dulhan Kajal Case ने पूरे उत्तर भारत में हड़कंप मचा दिया है।
काजल की कहानी किसी फिल्म की स्क्रिप्ट जैसी लगती है,जहां प्यार, शादी और धोखा तीनों का मिला जुला तड़का है।
काजल अपने परिवार के साथ मिलकर युवकों को अपने प्यार के जाल में फंसाती थी। फिर शादी कर रुपये, सोना और कीमती गहने लेकर फरार हो जाती थी। बताया जा रहा है, कि यह गिरोह उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में सक्रिय था।
मेंहदी के साथ लूट का प्लान पुलिस भी रह गई हैरान
गुरुग्राम के सरस्वती एन्क्लेव से जब पुलिस ने काजल को पकड़ा, तो वह जींस और टीशर्ट में थी, हाथों में मेंहदी लगी हुई थी। उसकी मासूम सूरत देखकर किसी को भी अंदाज़ा नहीं होता कि यही वही लुटेरी दुल्हन काजल है, जिसने दर्जनों युवकों के दिल और जेब दोनों खाली किए।
Looteri Dulhan Kajal Case में पहले ही पुलिस उसके पिता भगत सिंह, मां सरोज देवी, बहन तमन्ना और भाई सूरज को गिरफ्तार कर चुकी थी। परिवार मिलकर फर्जी शादी का यह धंधा चलाता था।
काजल फरारी के दौरान अपने ठिकाने बार बार बदलती रही। मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल्स की मदद से राजस्थान पुलिस ने आखिरकार उसकी लोकेशन ट्रैक की और उसे दबोच लिया।
शादी का झांसा देकर 11 लाख की ठगी
राजस्थान के सीकर जिले के रहने वाले ताराचंद नामक युवक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि काजल के पिता ने शादी के नाम पर उससे ₹11 लाख रुपये लिए। गेस्ट हाउस में पूरे रिवाज से शादी भी कराई गई, लेकिन तीसरे ही दिन “दुल्हन” काजल, उसका परिवार, गहने और रुपये लेकर फरार हो गए।
यह घटना Looteri Dulhan Kajal Case का सबसे बड़ा मोड़ बनी। तभी से पुलिस इस गिरोह की तलाश में जुट गई थी। जांच में पता चला कि काजल और उसका परिवार ऐसे ही कई कुंवारे लड़कों को निशाना बना चुका है।
भोली सूरत, शातिर दिमाग ऐसे चलता था काजल का पूरा नेटवर्क
काजल का गैंग बड़े सोच-समझकर टारगेट चुनता था
ऐसे युवक जो उम्र के साथ शादी के लिए बेचैन हों
जिनके परिवार जल्दी शादी करवाने के लिए तैयार हों
और जिनके पास थोड़ी बहुत संपत्ति या नौकरी हो
शादी की बातचीत के दौरान परिवार वाले बेहद सलीके से बात करते थे। रिश्ता तय होने के बाद साधारण तरीके से शादी होती थी ताकि कोई शक न करे।
शादी के बाद काजल और उसका परिवार मौका मिलते ही गहने, नकदी और कीमती सामान लेकर फरार हो जाता था।
हर बार ठिकाना बदलने और मोबाइल नंबर स्विच करने की वजह से पुलिस को लंबे समय तक उन्हें पकड़ना मुश्किल हुआ।
पुलिस की चालाकी से टूटा खेल
Looteri Dulhan Kajal Case में पुलिस ने जब पुराने कॉल रिकॉर्ड और बैंक लेन देन खंगाले तो पूरा जाल खुल गया।
गुरुग्राम के एक किराए के घर में काजल पिछले कुछ महीनों से रह रही थी। मोबाइल लोकेशन ने आखिरकार पुलिस को वहां तक पहुंचा दिया।
गिरफ्तारी के समय काजल के चेहरे पर किसी भी तरह का डर नहीं था। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, “वह बेहद चालाक है और अपनी बातों से किसी को भी भरोसा दिला सकती है।”
तीन राज्यों में फैला नेटवर्क और कितने पीड़ित बाकी?
अब Looteri Dulhan Kajal Case की जांच तीन राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में फैलाई गई है।
पुलिस को शक है, कि इस गिरोह ने दर्जनों युवकों से लाखों रुपये की ठगी की है। कई पीड़ित अभी सामने नहीं आए हैं, क्योंकि वे सामाजिक शर्म के डर से शिकायत दर्ज नहीं कराना चाहते।
काजल से पूछताछ में कई नए नाम सामने आ सकते हैं। पुलिस अब बैंक ट्रांजेक्शन, मोबाइल कॉल डिटेल और शादी के वीडियो के जरिए पूरी सच्चाई जोड़ने में जुटी है।
इसे भी पढ़ें गोरखपुर में सनसनी कैसे खुलासा
मोहब्बत की जगह माया युवाओं के लिए सबक
यह Looteri Dulhan Kajal Case समाज के लिए एक बड़ी चेतावनी है।
ऑनलाइन या बिचौलियों के ज़रिए रिश्ता तय करते समय सतर्क रहना बेहद ज़रूरी है। सिर्फ फोटो देखकर या मीठी बातों में आकर किसी पर भरोसा न करें।
काजल की गिरफ्तारी ने यह साबित कर दिया कि अपराध कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून के हाथों से बच पाना नामुमकिन है।
Disclaimer
Looteri Dulhan Kajal Case यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य के लिए है। इसमें बताए गए सभी तथ्य समाचार स्रोतों और पुलिस की रिपोर्ट्स पर आधारित हैं। किसी व्यक्ति विशेष या संस्था के प्रति किसी प्रकार की पूर्वाग्रह या टिप्पणी का उद्देश्य नहीं है।

+ There are no comments
Add yours