Gorakhpur illegal arms गोरखपुर में असलहा सप्लाई करने वाले गैंग का भंडाफोड़, हिस्ट्रीशीटर समेत पांच गिरफ्तार
Gorakhpur illegal arms गोरखपुर पुलिस ने अवैध असलहा बेचने वाले गैंग का पर्दाफाश किया। हिस्ट्रीशीटर अनुज कुमार समेत पांच गिरफ्तार, असलहे 20 से 40 हजार रुपये में सप्लाई किए जाते थे। सरगना अभी फरार।
Gorakhpur illegal arms गोरखपुर: उत्तर प्रदेश पुलिस को अपराध नियंत्रण के अभियान में एक और बड़ी सफलता मिली है। रामगढ़ताल थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो अवैध असलहा सप्लाई कर रहा था। यह गिरोह 15 हजार रुपये में असलहा खरीदकर 20 से 40 हजार रुपये में बेचता था।
इस ऑपरेशन में हिस्ट्रीशीटर अनुज कुमार समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो पिस्टल, कारतूस, दो बाइक और पांच मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
पुलिस टीम और कार्रवाई का नेतृत्व

यह पूरी कार्रवाई रामगढ़ताल थाना प्रभारी निरीक्षक नितिन रद्युनंदन श्रीवास्तव की अगुवाई में की गई।
टीम को सूचना मिली थी कि कैंट इलाके का हिस्ट्रीशीटर अनुज अपने साथियों के साथ डील करने की तैयारी में है।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की और गैंग को दबोच लिया।
थाना प्रभारी नितिन रद्युनंदन श्रीवास्तव का कहना है:
“गिरोह लंबे समय से असलहा तस्करी में शामिल था। ये लोग बाहर से अवैध पिस्टल खरीदकर गोरखपुर और आस-पास के जिलों में सप्लाई करते थे। फरार सरगना की तलाश जारी है।”
गिरफ्तार आरोपी और उनकी पृष्ठभूमि
पकड़े गए पांचों आरोपी और उनकी पहचान इस प्रकार है:
अनुज कुमार – हिस्ट्रीशीटर, कैंट थाना क्षेत्र निवासी।
मनीष साहनी उर्फ कट्टा – रामपुर निवासी।
शैलेंद्र निषाद – लहसड़ी खैरा टोला निवासी।
वीरू साहनी उर्फ गौरव – टोला बरबसपुर, लहसड़ी निवासी।
सुनील कुमार – गायघाट निवासी।
अनुज कुमार का आपराधिक रिकॉर्ड लंबा है, और वह पहले से ही कई गंभीर मामलों में नामजद है। पुलिस रिकॉर्ड में उसे इस गिरोह का अहम सदस्य माना गया है।
Gorakhpur illegal arms गिरोह का नेटवर्क और सप्लाई चैन
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि:
आरोपियों को असलहे 15 हजार रुपये में सप्लायर से मिलते थे।
वे इन हथियारों को 20 से 40 हजार रुपये में गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया और बिहार के जिलों में बेचते थे।
गिरोह का सरगना कूड़ाघाट निवासी है, जो इस वक्त फरार है। वही असलहे बाहर से मंगवाता था और नेटवर्क के जरिए बेचता था।
यह नेटवर्क महीनों से सक्रिय था और चुनावी मौसम तथा आपराधिक गतिविधियों में इन असलहों की भारी मांग थी।
Gorakhpur illegal arms बरामदगी और दर्ज मुकदमा
पुलिस ने आरोपियों के पास से:
दो पिस्टल
एक खोखा (मैगजीन)
कई जिंदा कारतूस
दो मोटरसाइकिल
पांच मोबाइल फोन
बरामद किए।
इस मामले में FIR संख्या 586/2025 दर्ज की गई है और सभी आरोपियों पर आर्म्स एक्ट की धाराएँ लगाई गई हैं।
पूर्वांचल में हथियारों की बढ़ती डिमांड
Gorakhpur illegal arms गोरखपुर, जो बिहार सीमा से सटा जिला है, लंबे समय से अवैध हथियारों का बाजार बना हुआ है।
चुनाव,
वर्चस्व की लड़ाई,
और आपराधिक वारदातों में
इन हथियारों की मांग सबसे ज्यादा रहती है। 20–40 हजार रुपये में मिलने वाले ये पिस्टल और कट्टे अपराधियों के लिए सुलभ और सस्ते हथियार साबित हो रहे हैं।
SSP का कड़ा संदेश
Gorakhpur illegal arms गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने कहा:
“अवैध हथियारों की तस्करी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिले में ऐसे गिरोहों पर सख्त कार्रवाई होगी। अपराधियों को जेल भेजा जाएगा और नेटवर्क की जड़ तक पहुंचा जाएगा।”
आगे की जांच और फरार सरगना की तलाश
पुलिस अब गिरोह के सरगना और सप्लायर की तलाश में जुटी है।
मोबाइल डेटा,
कॉल डिटेल,
और डिजिटल चैट्स
की जांच की जा रही है। पुलिस की टीमें मध्य प्रदेश और बिहार में भी छापेमारी कर सकती हैं क्योंकि माना जा रहा है,कि हथियार वहीं से आते थे।
जनता की सुरक्षा पर असर
इस तरह के नेटवर्क आम जनता की सुरक्षा पर गहरा असर डालते हैं। अपराधियों को हथियार आसानी से मिलने से:
लूट,
रंगदारी,
और हत्या जैसी घटनाओं में इजाफा होता है।
गोरखपुर पुलिस की यह कार्रवाई जनता में सुरक्षा की भावना को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
निष्कर्ष
Gorakhpur illegal arms गोरखपुर पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर अनुज कुमार और उसके साथियों को पकड़कर एक बड़े हथियार सप्लाई नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है।
हालांकि गिरोह का सरगना अभी फरार है, लेकिन पुलिस की सख्ती और लगातार कार्रवाई ने यह साफ कर दिया है, कि गोरखपुर में अब अवैध हथियारों के कारोबारियों की खैर नहीं।
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