Cancer cases in India भारत में तेजी से बढ़ रहे कैंसर के मरीज: आखिर क्यों चीन और अमेरिका ने कर लिया कंट्रोल, लेकिन भारत पीछे रह गया

Estimated read time 1 min read

Cancer cases in India भारत में तेजी से बढ़ रहे कैंसर के मरीज: आखिर क्यों चीन और अमेरिका ने कर लिया कंट्रोल, लेकिन भारत पीछे रह गया

Cancer cases in India  भारत में कैंसर के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं, जबकि चीन और अमेरिका ने इसे कंट्रोल कर लिया है। तंबाकू इसका सबसे बड़ा कारण है। जानिए क्यों भारत पिछड़ रहा है और समाधान क्या है।

Cancer cases in India आज के दौर में कैंसर सिर्फ एक बीमारी नहीं, बल्कि करोड़ों परिवारों के लिए डर और दर्द का नाम बन चुका है। भारत में हर साल लाखों लोग कैंसर का शिकार हो रहे हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं दूसरी ओर, चीन और अमेरिका जैसे बड़े देश कैंसर के मामलों में कमी लाने में सफल हो रहे हैं। आखिर भारत क्यों पिछड़ रहा है? इसका जवाब हमें हमारे समाज और जीवनशैली में छिपा मिलता है।

Cancer cases in India भारत में कैंसर का डरावना सच

Cancer cases in India भारत में तेजी से बढ़ रहे कैंसर के मरीज: आखिर क्यों चीन और अमेरिका ने कर लिया कंट्रोल, लेकिन भारत पीछे रह गया
सोर्स बाय गूगल इमेज

भारत में कैंसर के मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और भारत सरकार की रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में हर साल लगभग 14 लाख नए कैंसर केस सामने आते हैं,और 8 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। यह आंकड़े किसी भी देश के लिए चिंता की घंटी हैं।

भारत में कैंसर से मरने वाले मरीजों की संख्या अमेरिका और चीन से कहीं ज्यादा है।

भारत में हर 10 में से 3 कैंसर के मामले तंबाकू से जुड़े पाए जाते हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी और इलाज की कमी के कारण मरीज देर से अस्पताल पहुंचते हैं।

तंबाकू: भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा

कैंसर के बढ़ते मामलों के पीछे सबसे बड़ा कारण है तंबाकू। भारत दुनिया में तंबाकू उत्पादों (खैनी, बीड़ी, गुटखा, पान मसाला और सिगरेट) का सबसे बड़ा उपभोक्ता है।

मुंह और गले का कैंसर भारत में सबसे आम है, जो सीधे तंबाकू से जुड़ा हुआ है।

हर साल लगभग 3 लाख लोग तंबाकू से होने वाले कैंसर के कारण अपनी जान गंवा देते हैं।

Cancer cases in India छोटे कस्बों और गांवों में लोग गुटखा और बीड़ी को सामान्य आदत मानते हैं, जबकि यही आदत धीरे-धीरे जानलेवा साबित होती है।

चीन और अमेरिका ने कैसे किया कंट्रोल

यह सवाल बेहद अहम है,कि जब भारत में कैंसर इतना तेजी से बढ़ रहा है, तो चीन और अमेरिका जैसे देश इसे कैसे कंट्रोल कर पा रहे हैं?

1. सख्त कानून  चीन और अमेरिका में तंबाकू पर कड़े कानून हैं। पब्लिक प्लेस पर स्मोकिंग बैन है,और तंबाकू उत्पादों पर भारी टैक्स लगाया जाता है।

2. जागरूकता अभियान  दोनों देशों ने बड़े पैमाने पर लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाए। टीवी, अखबार और सोशल मीडिया के जरिए लगातार लोगों को कैंसर के खतरे बताए गए।

3. बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं  शुरुआती स्टेज पर ही कैंसर का इलाज उपलब्ध कराया जाता है। इससे मरीजों के बचने की संभावना बढ़ जाती है।

4. रिसर्च और टेक्नोलॉजी  अमेरिका ने कैंसर की रिसर्च पर अरबों डॉलर खर्च किए हैं। नई दवाएं और बेहतर इलाज के तरीके खोजे गए हैं।

5 lakh cyber fraud India सुहवल में साइबर ठगी का बड़ा मामला: किसान के खाते से पांच लाख रुपये साफ, बैंक लापरवाही पर सवाल

भारत क्यों पिछड़ रहा है

Cancer cases in India भारत में कैंसर को कंट्रोल करना इतना मुश्किल क्यों है? इसके कई कारण हैं,

तंबाकू का आसान उपलब्ध होना  गुटखा, खैनी और बीड़ी हर गली नुक्कड़ पर मिल जाते हैं।

जागरूकता की कमी  ज्यादातर लोग कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पहचान ही नहीं पाते।

गरीबी और इलाज की महंगाई  कैंसर का इलाज बहुत महंगा है, जिससे गरीब परिवार इलाज बीच में ही छोड़ देते हैं।

सरकारी उदासीनता  सरकार के पास योजनाएं हैं, लेकिन उनका सही तरीके से लागू न होना एक बड़ी समस्या है।

भावनात्मक पहलू एक परिवार की कहानी

Cancer cases in India सोचिए एक 35 साल का मजदूर, जो रोजाना मेहनत करके अपने परिवार का पेट पालता है। गुटखा खाने की आदत के कारण उसे मुंह का कैंसर हो गया। डॉक्टर ने इलाज का खर्च लाखों में बताया, लेकिन उसके पास दवा खरीदने तक के पैसे नहीं। धीरे-धीरे उसकी हालत बिगड़ती गई और परिवार के सामने अंधेरा छा गया।

ऐसी कहानियां भारत के हर गांव और शहर में सुनने को मिलती हैं। कैंसर सिर्फ मरीज की नहीं, पूरे परिवार की जिंदगी तबाह कर देता है।

Tata Nexon GST Update: नई टैक्स रेट के बाद SUV पर कितनी बचत होगी?

हमें क्या करना चाहिए

अगर भारत को कैंसर से बचाना है, तो सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि हमें भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।

1. तंबाकू से दूरी बनाएं  चाहे गुटखा हो या सिगरेट, तुरंत छोड़ना ही सबसे बड़ा इलाज है।

2. जागरूकता फैलाएं अपने परिवार और समाज को बताएं कि तंबाकू कितना खतरनाक है।

3. हेल्थ चेकअप कराएं समय-समय पर जांच कराते रहना जरूरी है, ताकि बीमारी का पता शुरुआती स्तर पर ही चल सके।

4. सरकार से सख्ती की मांग करें तंबाकू की बिक्री पर रोक और इलाज को सस्ता बनाने के लिए आवाज उठानी होगी।

Cancer cases in India भारत में कैंसर के बढ़ते मामलों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। जब चीन और अमेरिका जैसे देश इसे कंट्रोल कर सकते हैं, तो भारत क्यों नहीं? जरूरत है सख्त कानून, बेहतर इलाज, जागरूकता और हमारी अपनी जिम्मेदारी निभाने की।

Cancer cases in India कैंसर से लड़ाई सिर्फ अस्पतालों में नहीं, बल्कि हमारे घरों और आदतों से शुरू होती है। अगर आज हमने तंबाकू और अस्वस्थ जीवनशैली से दूरी बना ली, तो कल लाखों जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।

Cancer cases in India डिस्क्लेमर

यह लेख केवल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी किसी डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह का विकल्प नहीं है। कैंसर या किसी भी गंभीर बीमारी से जुड़ी समस्या होने पर हमेशा योग्य चिकित्सक से परामर्श लें।

 इसे भी पढ़ें अखिलेश यादव का दिल बहुत बड़ा मासूम बच्चों को साइकिल दी 

akhtar husain https://newsdilsebharat.net

न्यूज़ दिल से भारत के पाठकों से अनुरोध है कि अगर आप सच्ची और अच्छी ख़बरें पढ़ना चाहते हैं तो न्यूज़ दिल से भारत को सहयोग करें ताकि निष्पक्ष पत्रकारिता करने में हमारे सामने जो बाधाये आती है हम उनको पार कर सके सच्ची और अच्छी खबरें आप तक पहुंचा सके

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours