Akhilesh Yadav Sitapur child bicycle टूटी-फूटी साइकिल पर बच्चे का संघर्ष देख पसीजा अखिलेश यादव का दिल, नई साइकिल पाकर खिले मासूम जैद के चेहरे पर फूल जैसे मुस्कान

Estimated read time 1 min read

Akhilesh Yadav Sitapur child bicycle टूटी-फूटी साइकिल पर बच्चे का संघर्ष देख पसीजा अखिलेश यादव का दिल, नई साइकिल पाकर खिले मासूम जैद के चेहरे पर फूल जैसे मुस्कान

Akhilesh Yadav Sitapur child bicycle सीतापुर के मासूम जैद की टूटी-फूटी साइकिल का वीडियो वायरल होने के बाद अखिलेश यादव का दिल पसीज गया। उनके निर्देश पर स्थानीय नेताओं ने जैद को नई साइकिल दी। बच्चे और परिवार की खुशी देखने लायक रही।

आज की दुनिया में सोशल मीडिया सिर्फ तस्वीरें और वीडियो शेयर करने का जरिया नहीं रह गया है, बल्कि यह उन कहानियों को सामने लाता है, जो समाज की असलियत और इंसानियत की मिसाल दिखाती हैं। सीतापुर जिले के एक छोटे से गांव में रहने वाले मासूम जैद की टूटी-फूटी साइकिल का वीडियो जब वायरल हुआ, तो उसने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का दिल छू लिया।

Akhilesh Yadav Sitapur child bicycle टूटी-फूटी साइकिल पर बच्चे का संघर्ष देख पसीजा अखिलेश यादव का दिल, नई साइकिल पाकर खिले मासूम जैद के चेहरे पर फूल जैसे मुस्कान
सोर्स बाय गूगल इमेज

छोटे जैद की टूटी फूटी साइकिल

Akhilesh Yadav Sitapur child bicycle सीतापुर के दुघरा गांव में रहने वाला छोटा जैद रोज अपनी टूटी-फूटी साइकिल से घूमता था। उसकी साइकिल का एक हैंडल टूटा हुआ था, पैडल भी नहीं था और सीट भी गायब थी। फिर भी मासूम अपने छोटे से सपनों के साथ उसी साइकिल को चलाता रहा।

लोगों ने जब यह नजारा देखा, तो किसी का भी दिल पसीज सकता था। लेकिन इस बार जैद की किस्मत बदलने वाली थी।

communal harmony अमन, भाईचारा और एकता का संदेश: D.I.G. आज़मगढ़ और हज़रत मोहम्मद साहिब का उदाहरण

सोशल मीडिया ने दिलाई मदद

Akhilesh Yadav Sitapur child bicycle जैद की टूटी फूटी साइकिल का वीडियो किसी ने सोशल मीडिया पर डाला। यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया और सीधे अखिलेश यादव तक पहुंचा। उन्होंने इस वीडियो को देखने के बाद तुरंत अपने स्थानीय नेताओं को बच्चे की मदद करने के निर्देश दिए।

अखिलेश यादव का मानवीय चेहरा

राजनीति में अक्सर नेता सत्ता और भाषणों तक ही सीमित माने जाते हैं, लेकिन अखिलेश यादव ने यह साबित किया कि राजनीति सिर्फ कुर्सी की लड़ाई नहीं, बल्कि समाज की जिम्मेदारी भी है। उन्होंने यह दिखाया कि एक बच्चे की मुस्कान लाखों वोटों से कहीं ज्यादा मायने रखती है।

Akhilesh Yadav Sitapur child bicycle टूटी-फूटी साइकिल पर बच्चे का संघर्ष देख पसीजा अखिलेश यादव का दिल, नई साइकिल पाकर खिले मासूम जैद के चेहरे पर फूल जैसे मुस्कान

नई साइकिल मिली तो खिला चेहरा

Akhilesh Yadav Sitapur child bicycle अखिलेश यादव के निर्देश पर समाजवादी पार्टी की नेता अर्चना भदौरिया और विनय यादव ने छोटे जैद को नई साइकिल भेंट की।

नई साइकिल पाकर जैद और उसके परिवार की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। मासूम के चेहरे पर जो चमक आई, वह इंसानियत की सबसे बड़ी जीत थी।

गांव में खुशी का माहौल

Akhilesh Yadav Sitapur child bicycle जब जैद को नई साइकिल मिली, तो गांव में भी खुशी का माहौल बन गया। आसपास के लोग जमा हो गए और सबने उस पल को कैमरे में कैद किया। यह सिर्फ एक साइकिल नहीं थी, बल्कि गरीब परिवार के लिए उम्मीद और सम्मान का तोहफा थी।

Rajiv journalist death उत्तराखंड की हृदयविदारक घटना: पत्रकार राजीव की मौत, सच की आवाज़ को दबाने की कोशिश

Akhilesh Yadav Sitapur child bicycle इंसानियत की मिसाल

यह घटना सिर्फ मदद की कहानी नहीं, बल्कि इंसानियत की मिसाल है। यह हमें बताती है,कि एक छोटा सा कदम किसी की जिंदगी बदल सकता है। अगर हर सक्षम इंसान जरूरतमंद की मदद करे, तो समाज में कभी कोई बच्चा टूटी-फूटी साइकिल चलाने को मजबूर न हो।

राजनीति और संवेदनशीलता का संगम

भारत की राजनीति अक्सर आरोप-प्रत्यारोप और चुनावी नारों तक सिमट जाती है। लेकिन जब कोई नेता सीधे जनता की तकलीफ को समझे और मदद के लिए आगे आए, तो राजनीति का असली चेहरा सामने आता है।

अखिलेश यादव ने इस मामले में राजनीति से ऊपर उठकर एक बच्चे के सपनों को पंख दिए।

Akhilesh Yadav Sitapur child bicycle  सोशल मीडिया की ताकत

यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है, कि सोशल मीडिया केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि समाज बदलने की शक्ति रखता है। अगर जैद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल न होता, तो शायद यह मदद इतनी जल्दी और सीधे नहीं पहुंचती।

Akhilesh Yadav Sitapur child bicycle  छोटे जैद की मुस्कान: एक संदेश

जब मासूम जैद ने नई साइकिल पाई और उस पर बैठकर मुस्कुराया, तो यह केवल उसका ही पल नहीं था। यह उन सभी लोगों के लिए एक संदेश था जो सोचते हैं,कि उनकी छोटी सी मदद का कोई महत्व नहीं।

एक नई साइकिल ने न सिर्फ जैद के चेहरे पर मुस्कान लाई, बल्कि पूरे समाज को यह संदेश दिया कि इंसानियत अभी जिंदा है।

सीतापुर के मासूम जैद की कहानी हमें यह सिखाती है ,कि मदद के लिए बड़े-बड़े प्रयासों की जरूरत नहीं होती। कभी-कभी एक साइकिल, एक किताब, एक जोड़ी चप्पल भी किसी की जिंदगी में रोशनी ला सकती है।

अखिलेश यादव का यह कदम सिर्फ एक बच्चे की मदद नहीं, बल्कि समाज के लिए एक सीख है,कि राजनीति से ऊपर इंसानियत होनी चाहिए।

डिस्क्लेमर

यह लेख केवल जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी समाचार स्रोतों और उपलब्ध रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी राजनीतिक दल या व्यक्ति को बढ़ावा देना इसका उद्देश्य नहीं है।

 इसे भी पढ़ें सीतापुर के एसडीएम का वीडियो हुआ वायरल 

akhtar husain https://newsdilsebharat.net

न्यूज़ दिल से भारत के पाठकों से अनुरोध है कि अगर आप सच्ची और अच्छी ख़बरें पढ़ना चाहते हैं तो न्यूज़ दिल से भारत को सहयोग करें ताकि निष्पक्ष पत्रकारिता करने में हमारे सामने जो बाधाये आती है हम उनको पार कर सके सच्ची और अच्छी खबरें आप तक पहुंचा सके

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours