Gorakhpur Gangster Act Action गोरखपुर पुलिस की सख्त कार्रवाई: संगठित अपराधियों पर कसा शिकंजा, गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज

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Gorakhpur Gangster Act Action गोरखपुर पुलिस की सख्त कार्रवाई: संगठित अपराधियों पर कसा शिकंजा, गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज

Gorakhpur Gangster Act Action पूर्वांचल गोरखपुर में अपराध और अपराधियों की सक्रियता को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं। गोरखपुर पुलिस ने अब एक बड़ा कदम उठाते हुए उन अपराधियों पर शिकंजा कसा है, जो लंबे समय से हत्या, लूट, धमकी और दलित एक्ट जैसे गंभीर मामलों में शामिल रहे हैं। गोला थाना पुलिस ने चार ऐसे आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की है, जो क्षेत्र में लगातार दहशत और असुरक्षा का माहौल बना रहे थे।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में कार्रवाही

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Gorakhpur Gangster Act Action
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Gorakhpur Gangster Act Action इस कार्रवाई को गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) राज करन नय्यर के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) और क्षेत्राधिकारी (गोला) की निगरानी में थाना गोला पुलिस ने विस्तृत गैंग चार्ट तैयार कर जिला प्रशासन को भेजा। जिला प्रशासन ने गैंग चार्ट को मंजूरी दी और उसके बाद चारों आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत FIR दर्ज की गई।

आरोपी कौन हैं? Gorakhpur Gangster Act Action

इस गिरोह का सरगना जोगिन्दर उर्फ योगेन्द्र शर्मा बताया जा रहा है। उसके साथ तीन अन्य आरोपी—

1. अमरदीप शर्मा

2. मोनू उर्फ हेमन्त शर्मा

3. वृजमोहन शर्मा

भी गैंग में सक्रिय थे। ये सभी अपराधी कई बार जेल जा चुके हैं और क्षेत्र में इनके नाम से लोग दहशत में रहते थे।

अपराध का इतिहास

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पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, इन चारों अपराधियों पर पिछले कई वर्षों में अलग-अलग धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

हत्या और हत्या के प्रयास: निर्दोष लोगों पर हमला कर जान से मारने की धमकी।

गंभीर मारपीट: कई बार दबंगई दिखाते हुए मारपीट और उत्पात की घटनाएँ।

दलित एक्ट (SC/ST Act): कमजोर वर्गों को धमकाने और प्रताड़ित करने के मामले।

आर्म्स एक्ट: अवैध हथियार रखने और उनका इस्तेमाल करने की घटनाएँ।

सबसे ज्यादा आपराधिक इतिहास जोगिन्दर शर्मा का है, जिस पर 2012 से लेकर 2025 तक कई गंभीर मामले दर्ज रहे हैं। पुलिस का कहना है, कि जोगिन्दर पर दर्ज मामलों से साफ झलकता है,कि उसने अपराध को ही अपना पेशा बना लिया था।

गैंगस्टर एक्ट क्यों लगा?  Gorakhpur Gangster Act Action

उत्तर प्रदेश पुलिस अक्सर उन अपराधियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाती है, जिनके खिलाफ कई संगीन मुकदमे दर्ज हों और जो समाज में लगातार आतंक का माहौल बना रहे हों।

इस कानून के तहत 

अपराधियों की संपत्ति जब्त की जा सकती है।

गिरोह के सभी सदस्य जेल में रहते हुए भी कार्रवाई के दायरे में आते हैं।

लंबे समय तक जमानत मिलना मुश्किल होता है।

गोरखपुर पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट लागू करके यह साफ संदेश दिया है, कि अब अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।

पुलिस की आधिकारिक बयानबाजी Gorakhpur Gangster Act Action

पुलिस अधिकारियों का कहना है, कि यह कार्रवाई सिर्फ चार अपराधियों तक सीमित नहीं है। गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय अन्य गैंग की भी पहचान की जा रही है। पुलिस का दावा है, कि इन अपराधियों के खिलाफ हुई कार्रवाई से आम जनता को राहत मिली है,और लोगों में पुलिस की सख्ती को लेकर सकारात्मक माहौल बना है।

SSP राज करन नय्यर ने कहा

“गोरखपुर में अपराध और अपराधियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी व्यक्ति संगठित अपराधों में शामिल है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जनता को सुरक्षा देना हमारी पहली प्राथमिकता है।”

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया Gorakhpur Gangster Act Action

गोला थाना क्षेत्र के लोगों का कहना है,कि इन अपराधियों की वजह से अक्सर झगड़े, धमकी और उत्पात की घटनाएँ होती थीं। दुकानदारों और छोटे कारोबारियों से रंगदारी माँगने की भी बातें सामने आई हैं।

एक स्थानीय दुकानदार ने बताया Gorakhpur Gangster Act Action

“यहाँ आए दिन तनाव बना रहता था। लोग डर की वजह से रात में दुकानें जल्दी बंद कर देते थे। अब जब पुलिस ने इन पर गैंगस्टर एक्ट लगाया है, तो हमें लगता है, कि हालात सुधरेंगे।”

सामाजिक असर Gorakhpur Gangster Act Action

यह कार्रवाई सिर्फ अपराधियों को जेल तक सीमित करने का प्रयास नहीं है, बल्कि समाज में अपराध और भय के माहौल को तोड़ने की पहल भी है। गोरखपुर जैसे शहर में, जहाँ पहले से ही क्राइम की घटनाएँ चर्चा का विषय बनी रहती हैं, वहाँ इस तरह की कार्रवाई जनता के लिए राहत का संकेत है।

Gorakhpur Gangster Act Action कानून विशेषज्ञों का मानना है, कि गैंगस्टर एक्ट लगाना तभी असरदार होता है, जब पुलिस सख्ती से उसका पालन कराए और कोर्ट में मजबूत पैरवी करे। अन्यथा कई बार आरोपी जमानत पर छूटकर फिर से अपराध की दुनिया में सक्रिय हो जाते हैं।

आगे की कार्रवाई Gorakhpur Gangster Act Action

पुलिस अब इन अपराधियों की संपत्तियों की जांच कर रही है। अगर ये साबित हो गया कि उनकी संपत्ति अपराध की कमाई से बनी है, तो उसे जब्त किया जाएगा। साथ ही, इनके गैंग से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा रही है ताकि पूरे नेटवर्क को खत्म किया जा सके।

विशेषज्ञों की राय Gorakhpur Gangster Act Action

क्रिमिनोलॉजिस्ट का मत:

अपराधियों पर गैंगस्टर एक्ट तभी असर करता है, जब पुलिस और प्रशासन मिलकर इन पर निरंतर दबाव बनाए रखें। अगर बीच में ढिलाई हुई तो अपराधी फिर से सक्रिय हो जाते हैं।

स्थानीय समाजशास्त्री का कहना: Gorakhpur Gangster Act Action

संगठित अपराध सिर्फ कानून-व्यवस्था का मसला नहीं है, यह सामाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित करता है। पुलिस की सख्ती से युवाओं में यह संदेश जाएगा कि अपराध का रास्ता अंततः जेल तक ही पहुँचाता है।

गोरखपुर पुलिस की इस कार्रवाई से यह साफ संकेत मिला है, कि अब अपराधियों को पनपने नहीं दिया जाएगा। गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज केस ने न केवल अपराधियों में डर पैदा किया है,बल्कि आम जनता में भी भरोसा जगाया है,कि कानून का राज कायम रहेगा।

यह घटना बताती है,कि पुलिस अगर ठान ले तो अपराध कितना भी बड़ा क्यों न हो, अपराधियों का सफाया किया जा सकता है। आने वाले दिनों में इस केस का परिणाम गोरखपुर और पूरे पूर्वांचल के लिए मिसाल साबित हो सकता है।

 

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